जोधपुर: नाकाबंदी के दौरान बदमाशों ने कांस्टेबल पर चढ़ाई गाड़ी, 4 आरोपी गिरफ्तार

जोधपुर के उदय मंदिर थाना क्षेत्र में 3 नवंबर की रात नाकाबंदी के दौरान बदमाशों ने पुलिस कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार पर कार चढ़ाने की कोशिश की। आरोपी नशे में थे और भागते समय एक स्कूटी को भी टक्कर मार दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर चारों आरोपियों - दिव्यांशु उर्फ प्रमोद, तुषार तंवर, बिरदाराम और आल्फिया उर्फ जोया को गिरफ्तार कर लिया। कॉन्स्टेबल घायल हैं, मामला धारा 307 सहित गंभीर धाराओं में दर्ज।

Nov 20, 2025 - 12:01
जोधपुर: नाकाबंदी के दौरान बदमाशों ने कांस्टेबल पर चढ़ाई गाड़ी, 4 आरोपी गिरफ्तार

जोधपुर। उदय मंदिर थाना क्षेत्र में 3 नवंबर की देर रात एक सनसनीखेज घटना ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। नाकाबंदी के दौरान वाहन रोकने की कोशिश पर भड़के बदमाशों ने पुलिस कांस्टेबल पर अपनी कार चढ़ा दी। गनीमत रही कि कांस्टेबल बाल-बाल बच गए, लेकिन यह हादसा पुलिस की सतर्कता और बदमाशों की बेबाकी का जीता-जागता उदाहरण बन गया। उदय मंदिर थाना पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए चारों आरोपियों को मात्र कुछ घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई न केवल अपराधियों के हौसले को तोड़ने वाली है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।

घटना की पूरी कथा: नाकाबंदी से टक्कर तक घटना 3 नवंबर 2025 की रात करीब 2:00 बजे की है। जोधपुर के उदय मंदिर थाना क्षेत्र में स्टेडियम चौकी के अंतर्गत आने वाली सड़क पर पुलिस ने रूटीन नाकाबंदी की व्यवस्था की थी। यह नाकाबंदी अवैध वाहनों, संदिग्ध गतिविधियों और अपराधियों पर नजर रखने के उद्देश्य से की गई थी। रात्रि के इस सन्नाटे भरे समय में पुलिस कांस्टेबल नरेंद्र कुमार ड्यूटी पर तैनात थे। वे संदिग्ध वाहनों को रोककर जांच करने के कार्य में लगे हुए थे।अचानक, एक तेज रफ्तार कार नाकाबंदी स्थल की ओर आती दिखी। कांस्टेबल नरेंद्र कुमार ने सिग्नल देकर वाहन को रोकने का इशारा किया। लेकिन चालक ने इसकी बजाय गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। कांस्टेबल ने वाहन को रोकने के लिए आगे बढ़कर हाथ दिखाया, लेकिन आरोपी इतने बेखौफ थे कि उन्होंने सीधे कांस्टेबल पर कार चढ़ाने की कोशिश की। इससे नरेंद्र कुमार सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।यह नजारा देखते ही अन्य पुलिसकर्मियों ने तुरंत कार का पीछा शुरू कर दिया। लेकिन आरोपी पहले ही भाग चुके थे। जांच में पता चला कि आरोपी कार में सवार होकर नाकाबंदी तोड़ने के अलावा, रास्ते में एक स्कूटी को भी टक्कर मार चुके थे। यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि स्कूटी सवार व्यक्ति भी घायल हो गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, आरोपी शराब के नशे में धुत थे और रात के अंधेरे का फायदा उठाकर अपराध की हिम्मत जुटा रहे थे।

आरोपी कौन? नाम, उम्र और बैकग्राउंड पुलिस ने घटना के तुरंत बाद आरोपी वाहन का पीछा किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयानों और वाहन नंबर के आधार पर चारों आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और विवरण इस प्रकार हैं:दिव्यांशु उर्फ प्रमोद पुत्र मानसिंह माली (उम्र: 33 वर्ष): मुख्य आरोपी, जो कार चला रहा था। वह स्थानीय माली समुदाय से ताल्लुक रखता है और पूर्व में छोटे-मोटे आपराधिक मामलों में नामजद हो चुका है। तूषार तंवर पुत्र मनोज तंवर माली (उम्र: 20 वर्ष): युवा आरोपी, जो कार में सह-यात्री था। वह अभी पढ़ाई या छोटे काम में लगा हुआ है, लेकिन दोस्तों के साथ बदमाशी में लिप्त पाया गया। बिरदाराम पुत्र गुमानाराम (उम्र: 23 वर्ष): तीसरा आरोपी, जो घटना में सक्रिय भूमिका निभाने वाला। उसके पास कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन वह साथियों के उकसावे में फंस गया।आल्फिया मुनाफ शेख उर्फ जोया पुत्री सलीम शेख (उम्र: 25 वर्ष): एकमात्र महिला आरोपी, जो कार में मौजूद थी। वह शेख समुदाय से है और संभवतः व्यक्तिगत संबंधों के चलते इस गैंग का हिस्सा बनी। ये सभी आरोपी जोधपुर के ही निवासी हैं और एक-दूसरे के परिचित हैं। पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि वे रात को पार्टी करने के बाद लौट रहे थे और नाकाबंदी देखकर घबरा गए थे।

पुलिस की फुर्तीली कार्रवाई: गिरफ्तारी से पूछताछ तक उदय मंदिर थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने आरोपी वाहन को ट्रेस करने के लिए आसपास के इलाकों में छापेमारी की। सुबह होते-हीट चारों आरोपी अपने-अपने ठिकानों से गिरफ्तार कर लिए गए। उनके कब्जे से वाहन, मोबाइल फोन और अन्य सामान जब्त किया गया।कांस्टेबल नरेंद्र कुमार को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है, लेकिन चोटें गंभीर हैं। स्कूटी सवार घायल व्यक्ति को भी प्राथमिक उपचार दिया गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 333 (सार्वजनिक सेवक को चोट पहुंचाना), 279 (लापरवाह ड्राइविंग) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।