"जेल से फिर उठी धमकी की आवाज: डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने का खतरा, पुलिस अलर्ट"

राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी मिली। इस धमकी ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। अज्ञात बदमाश ने जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर डिप्टी सीएम को निशाना बनाने की बात कही।

Mar 27, 2025 - 08:33
Mar 27, 2025 - 08:34
"जेल से फिर उठी धमकी की आवाज: डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने का खतरा, पुलिस अलर्ट"

रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर - जयपुर: राजस्थान में एक बार फिर जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। बुधवार शाम को राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी मिली। इस धमकी ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। अज्ञात बदमाश ने जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर डिप्टी सीएम को निशाना बनाने की बात कही। धमकी भरे इस कॉल की सूचना मिलते ही ड्यूटी ऑफिसर ने तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अलर्ट किया। 

पुलिस कंट्रोल रूम के इंचार्ज ने बताया कि फोन कॉल की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू की गई। जिस नंबर से धमकी भरा कॉल आया, उसे ट्रेस किया गया। हैरानी की बात यह रही कि मोबाइल की लोकेशन जयपुर सेंट्रल जेल के भीतर पाई गई। इसके बाद ईस्ट जिला पुलिस और लाइन का जाब्ता तुरंत जयपुर सेंट्रल जेल पहुंचा। जेल विभाग को सूचना देकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया, ताकि धमकी देने वाले की पहचान की जा सके और यह पता लगाया जा सके कि जेल के भीतर से यह कॉल कैसे संभव हुआ।

सीएम भजनलाल शर्मा को भी मिल चुकी है ऐसी धमकी

यह पहला मौका नहीं है जब राजस्थान के किसी बड़े नेता को जेल से धमकी मिली हो। इससे पहले, 21 फरवरी 2025 की रात को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी इसी तरह की धमकी का सामना करना पड़ा था। उस घटना में दौसा जेल में बंद एक आरोपी ने जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया था। पॉक्सो मामले में सजा काट रहे उस कैदी ने रात 12:45 से 12:55 बजे के बीच 10 मिनट में दो कॉल कर सीएम को जान से मारने की धमकी दी थी। उस कॉल की लोकेशन श्यालवास स्थित सेंट्रल जेल से ट्रेस हुई थी।

जेलों की सुरक्षा पर सवाल

डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को मिली ताजा धमकी ने एक बार फिर जेलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। जयपुर सेंट्रल जेल से इस तरह की घटना का सामने आना यह दर्शाता है कि कैदियों के पास मोबाइल फोन जैसी प्रतिबंधित चीजें कैसे पहुंच रही हैं। पुलिस और जेल प्रशासन अब इस बात की जांच में जुट गए हैं कि क्या इसमें जेल स्टाफ की मिलीभगत शामिल है या यह सुरक्षा में बड़ी चूक का नतीजा है।

पुलिस की कार्रवाई तेज

जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने इस मामले में जांच शुरू करने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि धमकी भरा कॉल अज्ञात नंबर से आया था और इसकी लोकेशन जयपुर सेंट्रल जेल में मिली है। पुलिस की टीमें जेल के भीतर गहन तलाशी ले रही हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कॉल करने वाला कौन था और उसे मोबाइल फोन कैसे उपलब्ध हुआ। 

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ