जैसलमेर में रॉयल्टी विवाद ने लिया हिंसक रूप: BJP विधायक के बेटे पर हमला, गाड़ी में तोड़फोड़ और नाके पर आगजनी

रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर - जैसलमेर में गुरुवार सुबह रॉयल्टी को लेकर शुरू हुआ विवाद उस समय हिंसक हो उठा, जब BJP विधायक छोटू सिंह भाटी के बेटे भवानी सिंह भाटी पर रॉयल्टी ठेकेदार शैतान सिंह के लोगों ने हमला कर दिया। इस घटना में भवानी सिंह के सिर में गंभीर चोटें आईं, उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ की गई और रॉयल्टी नाके पर आग लगा दी गई। इस हिंसक झड़प ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया है, हालांकि पुलिस का कहना है कि अब हालात नियंत्रण में हैं।
घटना का पूरा ब्योरा
बताया जा रहा है कि यह विवाद सुबह करीब 9 बजे तब शुरू हुआ, जब रॉयल्टी ठेकेदार शैतान सिंह के लोगों ने सदर इलाके के सम रोड पर काहला फांटा के पास पत्थरों से भरे ट्रकों को रोक लिया। वहां मौजूद लठैतों ने ट्रक ड्राइवरों से रॉयल्टी की मांग की, जिससे ड्राइवर नाराज हो गए। नाराजगी बढ़ने पर ड्राइवरों ने ठेकेदार यूनियन के संरक्षक और विधायक छोटू सिंह भाटी के छोटे भाई नखत सिंह को फोन कर स्थिति से अवगत कराया। इसके बाद नखत सिंह, भवानी सिंह भाटी और कुछ अन्य लोग नाके पर पहुंचे, ताकि ठेकेदार से बातचीत कर मामला सुलझाया जा सके।
लेकिन बातचीत सुलझने के बजाय बिगड़ गई और दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद हाथापाई शुरू हो गई। इसी दौरान रॉयल्टी ठेकेदार के लोगों ने भवानी सिंह पर हमला कर दिया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आईं। हमलावरों ने उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी को भी निशाना बनाया और उसमें तोड़फोड़ की। हालात तब और बेकाबू हो गए, जब नाके पर आग लगा दी गई।
ठेकेदार का दावा: "मुझ पर भी हुआ हमला"
वहीं, रॉयल्टी ठेकेदार शैतान सिंह ने इस घटना में खुद को पीड़ित बताया है। उनका कहना है कि उन पर भी हमला किया गया और यह झड़प रॉयल्टी को लेकर लंबे समय से चली आ रही तनातनी का नतीजा है। दोनों पक्षों के दावों ने मामले को और उलझा दिया है।
पुलिस की कार्रवाई और मौजूदा स्थिति
जैसलमेर के एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। इस मामले में अब तक करीब 24 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो। उन्होंने कहा, "फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से कोई औपचारिक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। सदर पुलिस बयानों के आधार पर जांच कर रही है।" हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया है।
रॉयल्टी विवाद की जड़
जानकारी के मुताबिक, जैसलमेर में रॉयल्टी ठेकेदार और ट्रक संचालकों के बीच तनाव कोई नई बात नहीं है। रॉयल्टी की मांग को लेकर अक्सर दोनों पक्षों में अनबन होती रही है। इस बार मामला तब गंभीर हो गया, जब विधायक का परिवार सीधे तौर पर इसमें शामिल हो गया। गुरुवार की घटना ने इस लंबे समय से चले आ रहे विवाद को हिंसक मोड़ दे दिया।