जयपुर में शादी का लालच देकर युवती का अपहरण, फिर पीजी हॉस्टल में दुष्कर्म: दोस्ती के बहाने फंसाया, विरोध पर धमकी
जयपुर के महेश नगर में 24 वर्षीय टोंक निवासी युवती को दोस्ती और शादी के वादे का झांसा देकर पीजी हॉस्टल ले जाकर दुष्कर्म किया गया; आरोपी फरार, पुलिस जांच जारी।
जयपुर, 13 नवंबर 2025: राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। महेश नगर इलाके के एक पीजी हॉस्टल में 24 वर्षीय एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी ने पहले सोशल मीडिया पर दोस्ती का नाता जोड़ा, फिर शादी का झांसा देकर युवती को फंसाया और उसके साथ क्रूरता की हद पार कर दी। पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और अब आरोपी की तलाश में छापेमारी चल रही है।
घटना का पूरा विवरण; पीड़िता टोंक जिले की रहने वाली हैं और उनकी उम्र मात्र 24 वर्ष है। वह जयपुर में नौकरी की तलाश में आई हुई थीं। सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने कुछ महीनों पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीड़िता से संपर्क किया था। शुरू में बातचीत दोस्ती के स्तर पर रही, लेकिन धीरे-धीरे आरोपी ने भावनात्मक रिश्ते का जाल बुनना शुरू कर दिया। वह लगातार शादी का वादा करता रहा, जिससे युवती उसके जाल में फंस गई।पिछले सप्ताह की बात है, जब आरोपी ने पीड़िता को जयपुर के महेश नगर क्षेत्र में मिलने के लिए बुलाया। बहाने बनाकर वह उन्हें एक निजी पीजी हॉस्टल ले गया, जहां किराए के कमरे में अकेलेपन का फायदा उठाया। जैसे ही आरोपी ने गलत इरादे जाहिर किए, पीड़िता ने विरोध किया। लेकिन आरोपी ने न केवल उन्हें दबंगई से दबाया, बल्कि शादी न करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। विरोध के बावजूद, आरोपी ने युवती के साथ दुष्कर्म किया और बाद में भाग गया।घटना के बाद पीड़िता ने करीब दो दिनों तक सदमे में रहने के बाद हिम्मत जुटाई और महेश नगर थाने पहुंची। उन्होंने आरोपी के खिलाफ बलात्कार, धमकी और अपहरण जैसे गंभीर धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई। पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोपी का नाम, मोबाइल नंबर और सोशल मीडिया हैंडल भी साझा किया है, जिससे पुलिस को जांच में मदद मिल रही है।
आरोपी कौन? पुलिस की प्रारंभिक जांच पुलिस के अनुसार, आरोपी जयपुर का ही निवासी है। वह 25-28 वर्ष के आसपास का बताया जा रहा है। उसकी पहचान झूठी साबित हो रही है। आरोपी का आपराधिक इतिहास होने की भी आशंका जताई जा रही है, जिसकी पड़ताल की जा रही है।मामले की जांच एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस) योगेश चौधरी के नेतृत्व में चल रही है। पुलिस टीम ने पीजी हॉस्टल का मुआयना किया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। आरोपी के मोबाइल लोकेशन और सोशल मीडिया एक्टिविटी को ट्रैक करने के लिए साइबर सेल को भी शामिल किया गया है। एसीपी चौधरी ने बताया, "पीड़िता का बयान दर्ज हो चुका है। हम जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लेंगे। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सतर्कता बरतने की अपील है।"
पीड़िता की हालत और सामाजिक संदेश; घटना के बाद पीड़िता को जयपुर के एक निजी अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, मानसिक आघात गहरा है, जिसके लिए काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है। महिला हेल्पलाइन और एनजीओ संगठनों ने भी पीड़िता को सहायता का भरोसा दिलाया है।