होनहार छात्र स्वरुप सेन की उच्च शिक्षा में भामाशाह सुरेश विश्नोई बने सहारा

इनपुट:- अर्जुन दर्जी गुड़ामालानी
गुड़ामालानी क्षेत्र के नई उंदरी गांव से जुड़ी एक मार्मिक और प्रेरणादायक खबर सामने आई है।नई उंदरी गांव के एक प्रतिभाशाली लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्र स्वरुप सेन के उच्च शिक्षा के सपने को पंख तब मिले, जब समाजसेवी और भामाशाह सुरेश विश्नोई ने आगे आकर मदद का हाथ बढ़ाया।
स्वरुप सेन बचपन से ही पढ़ाई में मेधावी रहे हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह आगे की पढ़ाई जारी रखने को लेकर चिंतित थे। इसी बीच भामाशाह सुरेश विश्नोई ने 1.50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान कर स्वरुप सेन को सीकर के एक प्रतिष्ठित निजी शिक्षण संस्थान में प्रवेश दिलवाया। इस नेक कार्य के लिए स्वरुप सेन के परिजनों,ग्रामवासियों और शिक्षकों ने सुरेश विश्नोई का तहेदिल से आभार प्रकट किया। ग्रामीणों ने कहा कि जब स्वरुप जैसे होनहार युवाओं को सही मार्गदर्शन और सहयोग मिलता है,तो वह न केवल अपना भविष्य संवारते हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन करते हैं।
राउमावि के प्रधानाचार्य दिपक नेहरा ने बताया की भामाशाह सुरेश विश्नोई द्वारा दी गई यह सहायता न केवल एक छात्र के भविष्य को संवारने की दिशा में बड़ा कदम है,बल्कि समाज के लिए एक सशक्त संदेश भी है कि यदि सामर्थ्य हो तो शिक्षा जैसे पुनीत कार्य में योगदान देना सबसे बड़ा धर्म है।
भामाशाह सुरेश विश्नोई ने कहा कि भविष्य की उम्मीद और प्रेरणा बने स्वरुप सेन,यदि समाज में कुछ लोग सेवा और सहयोग की भावना से कार्य करें, तो कोई भी अभाव प्रतिभा को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता।