राजस्थान के बारां जिले में दिल दहलाने वाली घटना: 4 साल की मासूम की हत्या, शव को अलमारी में छिपाया
राजस्थान के बारां जिले के जेतपुरा गांव में 4 वर्षीय इशिका की हत्या कर शव को लोहे की अलमारी में छिपाने का मामला सामने आया। मासूम की मां रोशन बाई और उनके लिव-इन पार्टनर महावीर बैरवा पर हत्या का आरोप है। पुलिस ने शव बरामद कर दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया है। हत्या जयपुर के सांगानेर रेलवे स्टेशन के पास हुई थी, और शव को सबूत मिटाने के लिए जेतपुरा लाया गया।

राजस्थान के बारां जिले के जेतपुरा गांव में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक चार साल की मासूम बच्ची की निर्मम हत्या कर उसके शव को लोहे की अलमारी में छिपाने का सनसनीखेज मामला आया है। भंवरगढ़ थाना पुलिस ने मकान मालिक की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए शव को बरामद कर लिया और इस जघन्य अपराध की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में मासूम की मां और उसके लिव-इन पार्टनर पर हत्या का गंभीर आरोप लगा है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया।
बदबू ने खोला क्रूर हत्याकांड का राज
शनिवार को जेतपुरा गांव के निवासी जयराम बैरवा ने पुलिस को सूचना दी कि उनके घर के एक कमरे में रखी लोहे की अलमारी से तेज बदबू आ रही है। इस सूचना पर भंवरगढ़ थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) हुकमचंद नागर ने बताया कि जब पुलिस ने अलमारी की तलाशी ली, तो उसमें एक सफेद प्लास्टिक का कट्टा मिला, जिसमें से खून रिस रहा था। कट्टे को खोलने पर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए—उसमें एक मासूम बच्ची का शव चुन्नी में लपेटा हुआ था। बच्ची की पहचान 4 वर्षीय इशिका के रूप में हुई, जिसके साथ उसकी मां रोशन बाई और लिव-इन पार्टनर महावीर बैरवा रहते थे।
शव को भंवरगढ़ अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके। इस घटना ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी और लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है।
जयपुर में रची गई हत्या की साजिश
जयराम बैरवा, जो मृतका के दादा हैं, ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि इशिका की हत्या जयपुर के सांगानेर रेलवे स्टेशन के पास की गई थी। जयराम के अनुसार, उनकी पुत्रवधू रोशन बाई और उनके बेटे महावीर ने मिलकर मासूम इशिका का गला दबाकर हत्या की। इसके बाद, सबूत मिटाने और शव को ठिकाने लगाने के इरादे से दोनों उसे एक कट्टे में बंद करके बारां जिले के जेतपुरा गांव ले आए। यहां उन्होंने शव को अपने घर की लोहे की अलमारी में छिपा दिया। जयराम ने इस मामले में थाना हाजा पर जीरो एफआईआर दर्ज कराई है।
लिव-इन रिलेशनशिप और टूटा परिवार
पुलिस जांच में सामने आया कि रोशन बाई और महावीर बैरवा लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। रोशन बाई की पहली शादी टोंक जिले के घांस गांव के रविंद्र बैरवा से हुई थी, जिससे इशिका उनकी बेटी थी। करीब सात महीने पहले रोशन बाई ने रविंद्र को छोड़ दिया और महावीर के साथ जयपुर में रहने लगी। इशिका भी अपनी मां और महावीर के साथ सांगानेर में रह रही थी। इस जटिल पारिवारिक रिश्ते ने इस हत्याकांड को और भी रहस्यमय बना दिया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया
जयराम की शिकायत के आधार पर पुलिस ने रोशन बाई और महावीर बैरवा को हिरासत में ले लिया है। दोनों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि हत्या के पीछे का असली मकसद और परिस्थितियों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने बताया कि कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, स्थानीय लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है और वे इस क्रूर अपराध के लिए कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं।
इलाके में फैली सनसनी, लोग मांग रहे कठोर कार्रवाई
इस घटना ने न केवल जेतपुरा गांव बल्कि पूरे बारां जिले को हिलाकर रख दिया है। एक मासूम बच्ची की हत्या और उसके शव को अलमारी में छिपाने की क्रूरता ने लोगों के दिलों को झकझोर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं समाज में डर और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
यह मामला कई सवाल खड़े करता है। आखिर क्यों एक मां अपनी ही बेटी की हत्या करने पर उतारू हो गई? क्या लिव-इन रिलेशनशिप में कोई विवाद इस हत्याकांड का कारण बना? या फिर इसके पीछे कोई और गहरी साजिश है? पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच से इन सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है। फिलहाल, यह घटना समाज के सामने एक कड़वा सच लाकर खड़ा कर रही है, जो रिश्तों की पवित्रता और मानवीय संवेदनाओं पर सवाल उठाती है।