गर्लफ्रेंड की सूचना पर शातिर नशीली दवाओं का तस्कर गिरफ्तार: 50 हजार के इनामी आरोपी पर 8-10 मामले दर्ज, कई राज्यों में था वांटेड
बाड़मेर में ANTF ने गर्लफ्रेंड की सूचना पर 50 हजार इनामी ड्रग तस्कर हेमाराम को सर्विस सेंटर से गिरफ्तार किया; कौशलाराम गैंग का सदस्य, 8-10 मामले दर्ज, कई राज्यों में वांटेड,
राजस्थान के बाड़मेर जिले में नशीली दवाओं की तस्करी के कुख्यात नेटवर्क को झटका लग गया है। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने एक शातिर तस्कर को उसकी ही गर्लफ्रेंड की गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। यह आरोपी कौशलाराम गैंग का सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है, जो लंबे समय से पुलिस की नजरों में था। आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और उसके खिलाफ 8 से 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से कई में वह फरार चल रहा था। यह गिरफ्तारी न केवल तस्करी के नेटवर्क को कमजोर करने वाली है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि व्यक्तिगत रिश्तों की दरार कभी-कभी अपराधियों के लिए घातक साबित हो सकती है।
आरोपी का बैकग्राउंड और आपराधिक इतिहास; गिरफ्तार आरोपी का नाम हेमाराम पुत्र कमलेश निवासी सउओ की ढाणी, भोजासर बायतु गांव, जिला बालोतरा (बाड़मेर) का है। हेमाराम लंबे समय से नशीली दवाओं की तस्करी में लिप्त रहा है और कौशलाराम गैंग का प्रमुख सदस्य माना जाता है। यह गैंग राजस्थान सहित पड़ोसी राज्यों में ड्रग्स की आपूर्ति के लिए कुख्यात है, जो बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों की तस्करी करता है।पुलिस के अनुसार, हेमाराम के खिलाफ कम से कम 8 से 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से अधिकांश नशीली दवाओं की तस्करी, अवैध हथियार रखने और अन्य संगीन अपराधों से जुड़े हैं। कई मामलों में वह वांटेड था, जिसके चलते उसके सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम लंबे समय से घोषित था। हेमाराम न केवल बाड़मेर बल्कि गुजरात, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में भी अपनी गतिविधियों के लिए जाना जाता था। ANTF के अधिकारियों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से गैंग की कई कड़ियां कमजोर हो सकती हैं, क्योंकि हेमाराम बड़े स्तर पर तस्करी के ऑपरेशनों को संचालित करता था।
गर्लफ्रेंड की सूचना: व्यक्तिगत झगड़े ने पलटा खेल इस गिरफ्तारी की सबसे रोचक बात यह है कि यह हेमाराम की ही गर्लफ्रेंड की सूचना पर हुई। हेमाराम और उसकी गर्लफ्रेंड के बीच हाल ही में पैसे को लेकर जमकर झगड़ा हो गया था। गुस्से में आकर गर्लफ्रेंड ने ANTF के अधिकारियों को गुप्त रूप से संपर्क किया और बताया कि वह आरोपी को उसके ठिकाने पर बुलाकर फंसाने में मदद कर सकती है। उसने कहा, "वह मुझे धोखा दे रहा है, अब मैं भी चुप नहीं रहूंगी।"ANTF ने इस सूचना को गंभीरता से लिया और तुरंत एक जाल बिछाने की योजना बनाई। गर्लफ्रेंड के इनपुट के आधार पर पुलिस ने आरोपी के संभावित ठिकानों पर निगरानी बढ़ा दी। अंततः, हेमाराम को एक सर्विस सेंटर पर घेराबंदी कर दबोच लिया गया। जब पुलिस वहां पहुंची, तो हेमाराम वहां अपनी गाड़ी ठीक करवा रहा था, बेखौफ होकर। गर्लफ्रेंड ने उसे वहां बुलाया था, जहां से भागने का कोई रास्ता नहीं बचा। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से नशीली दवाओं का कुछ माल और मोबाइल फोन जब्त किए गए, जो उसके संपर्कों की जांच में सहायक साबित हो सकते हैं।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई; ANTF के इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) विकास कुमार ने इस गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह सफलता हमारी टीम की मेहनत और सूचना तंत्र की मजबूती का प्रमाण है। हेमाराम जैसे शातिर तस्करों को पकड़ना आसान नहीं होता, लेकिन जनता की सहयोग से हम अपराध के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ रहे हैं।" आईजी ने यह भी बताया कि आरोपी से पूछताछ में गैंग के अन्य सदस्यों के सुराग मिले हैं, जिनकी तलाश तेज कर दी गई है।पुलिस अब हेमाराम से गहन पूछताछ कर रही है। ANTF का मानना है कि उसके बयानों से कौशलाराम गैंग के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से रिमांड की मांग की जाएगी। इसके अलावा, उसके बैंक खातों और संपत्तियों की जांच भी शुरू हो गई है, ताकि तस्करी से अर्जित अवैध कमाई का पता लगाया जा सके।