शाकाहारी रेस्टोरेंट में चिकन खाने का विवाद: बादशाह ने लगाई फटकार, सोशल मीडिया पर भड़का गुस्सा

इस्कॉन के शाकाहारी रेस्टोरेंट में एक व्यक्ति के चिकन खाने का वीडियो वायरल, बादशाह सहित लोगों ने की कड़ी निंदा।

Jul 21, 2025 - 12:10
शाकाहारी रेस्टोरेंट में चिकन खाने का विवाद: बादशाह ने लगाई फटकार, सोशल मीडिया पर भड़का गुस्सा

लंदन के इस्कॉन मंदिर के गोविंदा रेस्टोरेंट में एक चौंकाने वाली घटना ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है। एक वायरल वीडियो में एक अफ्रीकी-ब्रिटिश युवक को शुद्ध शाकाहारी रेस्टोरेंट में केएफसी चिकन खाते हुए देखा गया, जिसके बाद न सिर्फ हिंदू समुदाय बल्कि इंटरनेट यूजर्स में भी आक्रोश फैल गया। इस घटना की निंदा करते हुए मशहूर रैपर और सिंगर बादशाह ने भी अपनी आवाज बुलंद की है।

20 जुलाई 2025 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक युवक इस्कॉन के गोविंदा रेस्टोरेंट में प्रवेश करता है। वीडियो में वह काउंटर पर खड़ी महिला कर्मचारी से पूछता है, "क्या ये वीगन रेस्टोरेंट है?" कर्मचारी जवाब देती है, "हां, यहां केवल शाकाहारी भोजन मिलता है। कोई मांस, प्याज, या लहसुन नहीं।" इसके बावजूद, युवक अपने बैग से केएफसी का एक बॉक्स निकालता है और रेस्टोरेंट के अंदर ही चिकन खाना शुरू कर देता है। वह न केवल चिकन खाता है, बल्कि कर्मचारियों और अन्य ग्राहकों को भी इसे ऑफर करता है, जिससे वहां मौजूद लोग असहज हो जाते हैं।

कर्मचारियों ने उसे बार-बार बाहर जाने के लिए कहा, लेकिन युवक उनकी बात को अनसुना कर देता है। एक अन्य व्यक्ति भी उसे समझाने की कोशिश करता है कि यह एक शाकाहारी रेस्टोरेंट है और यहां मांस खाना निषेध है, लेकिन वह अपनी हरकत जारी रखता है। आखिरकार, रेस्टोरेंट के कर्मचारियों को सुरक्षा कर्मियों को बुलाना पड़ता है, जिसके बाद उसे बाहर निकाला जाता है।

बादशाह की तीखी प्रतिक्रिया

इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बॉलीवुड सिंगर और रैपर बादशाह ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर इसे री-पोस्ट करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, "यहां तक कि चिकन भी शर्मिंदा होगा। इस लड़के को चिकन की नहीं, चेहरे पर चप्पलों की भूख है। असल ताकत उस चीज की इज्जत करने में है, जिसे हम नहीं समझते।" बादशाह के इस बयान को उनके प्रशंसकों और नेटिजन्स ने खूब सराहा, जिन्होंने इसे सांस्कृतिक संवेदनशीलता की दिशा में एक मजबूत संदेश माना।

सोशल मीडिया पर भड़का आक्रोश

वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की। कई यूजर्स ने इसे हिंदू धर्म और इस्कॉन की मान्यताओं का अपमान बताया, जबकि कुछ ने इसे नस्लवाद और धार्मिक असहिष्णुता से जोड़ा। एक यूजर ने लिखा, "यह सिर्फ अनादर नहीं, बल्कि हिंदुओं के प्रति नफरत का प्रतीक है। वह जानता था कि यह शाकाहारी रेस्टोरेंट है, फिर भी उसने ऐसा किया।"

दूसरे यूजर ने कहा, "यह एक सुनियोजित हरकत थी। वह कैमरामैन के साथ आया था, ताकि वीडियो बनाकर वायरल किया जा सके।" कुछ लोगों ने इस घटना को 'हिंदूफोबिया' करार दिया और स्थानीय पुलिस से कार्रवाई की मांग की।

इस्कॉन की प्रतिक्रिया और सांस्कृतिक संवेदनशीलता

इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस) एक वैश्विक आध्यात्मिक संगठन है, जो भगवद् गीता और वैदिक शास्त्रों की शिक्षाओं पर आधारित है। यह संगठन शुद्ध शाकाहारी जीवनशैली को बढ़ावा देता है। गोविंदा रेस्टोरेंट इस्कॉन द्वारा संचालित एक ऐसा स्थान है, जहां सात्विक भोजन परोसा जाता है, जो हिंदू आध्यात्मिक मूल्यों के अनुरूप है।

कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने इस घटना को "नफरत से प्रेरित" करार देते हुए कहा, "यह भूख का मामला नहीं था, बल्कि यह एक सुनियोजित और शर्मनाक हरकत थी।" उन्होंने इसे हिंदू स्थानों पर बढ़ते हमलों का हिस्सा बताया और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

कानूनी कार्रवाई की मांग

सोशल मीडिया पर कई लोगों ने लंदन पुलिस से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। कुछ यूजर्स ने इसे धार्मिक स्थल पर अपवित्रता फैलाने वाला कृत्य बताया, जबकि अन्य ने इसे 'हेट क्राइम' करार दिया। हालांकि, इस्कॉन लंदन या स्थानीय अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

यह घटना एक बार फिर सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनशीलता के महत्व को रेखांकित करती है। इस्कॉन जैसे संगठन न केवल शाकाहारी भोजन परोसते हैं, बल्कि यह उनके आध्यात्मिक विश्वास का हिस्सा है। ऐसे में, किसी भी व्यक्ति द्वारा इस तरह की हरकत न सिर्फ असंवेदनशील है, बल्कि यह एक समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य भी है।

बादशाह का बयान इस मसले पर एक सशक्त संदेश देता है कि सच्ची ताकत दूसरों की आस्था और संस्कृति का सम्मान करने में है। इस घटना ने न केवल हिंदू समुदाय को, बल्कि हर उस व्यक्ति को सोचने पर मजबूर कर दिया है, जो सांस्कृतिक विविधता और आपसी सम्मान में विश्वास रखता है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .