न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर भारतीय छात्र के साथ अमानवीय व्यवहार: वायरल वीडियो ने भड़काया आक्रोश

न्यूयॉर्क के नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 7 जून 2025 को एक भारतीय छात्र के साथ हुए अमानवीय व्यवहार का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उसे हथकड़ी लगाकर जमीन पर दबाया गया और चार अमेरिकी अधिकारियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। छात्र रोते हुए हरियाणवी में कहता है कि उसे गलत तरीके से पागल साबित किया जा रहा है। भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने इसे X पर साझा कर "मानवीय त्रासदी" बताया और भारतीय दूतावास से हस्तक्षेप की मांग की। न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने 8 जून को जांच की बात कही। यह घटना अमेरिका की सख्त इमिग्रेशन नीतियों और भारतीय छात्रों की चुनौतियों को उजागर करती है, जिसने सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश पैदा किया।

Jun 10, 2025 - 16:43
न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर भारतीय छात्र के साथ अमानवीय व्यवहार: वायरल वीडियो ने भड़काया आक्रोश

न्यूयॉर्क के नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 7 जून 2025 को एक भारतीय छात्र के साथ हुए अमानवीय व्यवहार का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश पैदा किया है। वीडियो में छात्र को हथकड़ी लगाकर जमीन पर दबाए हुए दिखाया गया है, जिसमें कम से कम चार अमेरिकी अधिकारी शामिल हैं, जिनमें से दो ने अपने घुटने उसकी पीठ पर रखे हैं। छात्र रोते हुए और हरियाणवी में कहते हुए सुना गया कि, "मैं पागल नहीं हूं, ये लोग मुझे पागल साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।"

इस घटना का वीडियो भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया, जिन्होंने इसे "मानवीय त्रासदी" करार देते हुए भारतीय दूतावास और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हस्तक्षेप की मांग की। जैन ने दावा किया कि हाल के दिनों में ऐसे मामले बढ़े हैं, जहां भारतीय छात्र वैध वीजा के साथ अमेरिका पहुंचते हैं, लेकिन इमिग्रेशन अधिकारियों को अपनी यात्रा का उद्देश्य स्पष्ट रूप से नहीं बता पाने के कारण उसी दिन हथकड़ी लगाकर डिपोर्ट कर दिए जाते हैं। उनके अनुसार, प्रतिदिन 3-4 ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।

न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने 8 जून 2025 को इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया पोस्ट से अवगत हैं और स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। दूतावास ने भारतीय नागरिकों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और मामले की जांच की बात कही।

यह घटना अमेरिका में सख्त इमिग्रेशन नीतियों और डिपोर्टेशन प्रक्रियाओं के बीच सामने आई है। 2023 की DHS रिपोर्ट के अनुसार, F-कैटेगरी वीजा धारकों में ओवरस्टे दर 3.5% तक पहुंच गई है, और 2024 में अनुमानित 1,500 से अधिक भारतीयों को डिपोर्ट किया गया। कुणाल जैन ने बताया कि कई छात्र इमिग्रेशन प्रश्नों का जवाब देने में असमर्थ रहते हैं, जिसके कारण उन्हें अपराधियों की तरह व्यवहार झेलना पड़ता है।

सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने भारत और भारतीय प्रवासियों के बीच गुस्से को भड़काया है, कई लोग इसे अमेरिकी अधिकारियों की असंवेदनशीलता और भारतीय छात्रों के प्रति भेदभाव का प्रतीक मान रहे हैं। कुछ X पोस्ट में भारत सरकार से इस तरह के मामलों पर कड़ा रुख अपनाने की मांग की गई है।

हालांकि, इस विशेष मामले में छात्र के डिपोर्टेशन का सटीक कारण अस्पष्ट है। कुछ रिपोर्ट्स में संकेत दिया गया है कि वह अपनी यात्रा का उद्देश्य स्पष्ट करने में विफल रहा, जो इमिग्रेशन अधिकारियों के लिए पर्याप्त आधार हो सकता है। इस घटना ने अमेरिका में भारतीय छात्रों के सामने आने वाली चुनौतियों और सख्त इमिग्रेशन नीतियों के प्रभाव को उजागर किया है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .