भाभी की हत्या में देवर-देवरानी गिरफ्तार: 36 घंटे में नेवी कमांडर और पत्नी अरेस्ट, जमीनी विवाद बना खूनी खेल का कारण
एक महिला की हत्या के मामले में सूरजगढ़ पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 36 घंटे के भीतर दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में भारतीय नौसेना में कमांडर के पद पर कार्यरत महेंद्र सिंह भालोठिया और उनकी पत्नी सुशीला भालोठिया शामिल हैं।

झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ थाना क्षेत्र के स्यालू खुर्द गांव में 28 अप्रैल 2025 को हुई एक महिला की हत्या के मामले में सूरजगढ़ पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 36 घंटे के भीतर दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में भारतीय नौसेना में कमांडर के पद पर कार्यरत महेंद्र सिंह भालोठिया और उनकी पत्नी सुशीला भालोठिया शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण पारिवारिक और जमीनी विवाद सामने आया है। इस घटना से जुड़ा एक मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ, जिसने मामले को और सनसनीखेज बना दिया।
घटना का विवरण: जमीनी विवाद बना हत्या का कारण
29 अप्रैल 2025 को निहालसिंह ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में सूरजगढ़ थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई। उनकी शिकायत के अनुसार, 28 अप्रैल को सुबह करीब 10:10 बजे वह अपने घर पर थे। तभी उनके भाई महेंद्र सिंह भालोठिया, जो नेवी में कमांडर हैं, अपनी सर्विस रिवॉल्वर लेकर उनकी पत्नी सुशीला, बेटे पवन कुमार, भाई दाताराम, दाताराम की पत्नी इंद्रा, छोटे बेटे अंकित, अंकित की पत्नी निधि और बड़ी पुत्रवधू कृष्णा के साथ उनके घर के चौक में घुस आए। सभी के हाथों में लाठी, सरिया और धारदार हथियार थे।
आरोपियों ने निहालसिंह और उनकी पत्नी संतोष के साथ गाली-गलौज शुरू की और फिर उन पर हमला कर दिया। इस मारपीट में संतोष के सिर पर गंभीर चोटें आईं, जबकि निहालसिंह को भी कई जगह चोटें आईं। संतोष की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें तुरंत जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना के आधार पर सूरजगढ़ थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: 36 घंटे में मुख्य आरोपी गिरफ्तार
सूरजगढ़ थानाधिकारी हेमराज मीणा ने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। घटना के 36 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी महेंद्र सिंह भालोठिया और उनकी पत्नी सुशीला भालोठिया को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि महेंद्र सिंह भालोठिया भारतीय नौसेना में कमांडर के पद पर कार्यरत हैं, जिसके चलते मामला और संवेदनशील हो गया है।
पुलिस ने मृतका संतोष के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। जांच में सामने आया कि हत्या का कारण पारिवारिक और जमीनी विवाद है, जिसके चलते दोनों पक्षों में लंबे समय से तनाव था। पुलिस अन्य आरोपियों—पवन कुमार, दाताराम, इंद्रा, अंकित, निधि और कृष्णा—की भूमिका की भी जांच कर रही है और उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
वायरल वीडियो ने बढ़ाई सनसनी
इस घटना से जुड़ा एक मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कुछ लोग लाठी और सरिया से हमला करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो ने मामले को और चर्चा में ला दिया। पुलिस ने वीडियो की प्रामाणिकता की जांच शुरू कर दी है और इसे सबूत के तौर पर इस्तेमाल करने की संभावना तलाश रही है।
जांच में जुटी पुलिस, अन्य आरोपियों की तलाश जारी
थानाधिकारी हेमराज मीणा ने बताया कि पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में पारिवारिक विवाद और जमीनी मसले हत्या का प्रमुख कारण प्रतीत हो रहे हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि महेंद्र सिंह ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर का इस्तेमाल मारपीट के दौरान किया या नहीं। इसके अलावा, अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
स्यालू खुर्द गांव में इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि जमीनी विवाद को लेकर दोनों पक्षों में पहले भी कई बार तनाव की स्थिति बनी थी, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की। इस घटना ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।