बाड़मेर में हनीट्रैप का खुलासा: युवक को बंधक बनाकर 20 लाख की फिरौती, अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी
बाड़मेर, राजस्थान में एक 24 वर्षीय छात्र को हनी ट्रैप में फंसाने का सनसनीखेज मामला सामने आया। आरोपियों ने युवती बनकर वॉट्सऐप पर मैसेज कर छात्र को कमरे पर बुलाया, जहां उसे तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा। न्यूड फोटो-वीडियो बनाकर रेप केस में फंसाने की धमकी दी और 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने चाचा हुकमाराम (54) और भतीजे देवेंद्र चौधरी (22) को गिरफ्तार किया, जबकि तीसरा आरोपी फरार है।

बाड़मेर, राजस्थान: राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक 24 वर्षीय छात्र को हनी ट्रैप में फंसाने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने खुद को युवती बताकर छात्र को वॉट्सऐप पर मैसेज कर कमरे पर बुलाया, जहां उसे तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान उसके न्यूड फोटो और वीडियो बनाए गए और रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों, चाचा हुकमाराम (54) और भतीजे देवेंद्र चौधरी (22) को गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा आरोपी फरार है।
कैसे शुरू हुआ मामला?
पीड़ित युवक, जो बाड़मेर में रहकर कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहा था, को 21 जून की रात एक परिचित युवती के नंबर से वॉट्सऐप पर मैसेज मिला। मैसेज में लिखा था, "रूम पर हम दोनों सिस्टर हैं, आप मेरे रूम आ जाओ। मैं आपसे मिलना चाहती हूं।" युवती ने उसे बाड़मेर के शिवनगर स्थित एक घर में मिलने के लिए बुलाया। भरोसा कर युवक बताए गए पते पर पहुंचा, लेकिन वहां कोई युवती नहीं थी। इसके बजाय, वहां पहले से मौजूद हुकमाराम, देवेंद्र चौधरी और उनका एक अन्य साथी मिले।
बंधक बनाकर की मारपीट, बनाए अश्लील वीडियो
रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही युवक कमरे में पहुंचा, आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया। उसकी पिटाई की गई और कपड़े उतरवाकर उसके न्यूड फोटो और वीडियो बनाए गए। आरोपियों ने इन वीडियोज को सोशल मीडिया पर वायरल करने और रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पीड़ित को 21 से 23 जून तक तीन दिन तक कमरे में बंद रखा गया। इस दौरान उसे लगातार धमकाया गया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
रिश्तेदारों से मांगी मदद, पुलिस ने की कार्रवाई
पीड़ित ने बताया कि उसने बार-बार आरोपियों को समझाने की कोशिश की कि उसके पास इतनी बड़ी रकम नहीं है। फिर भी, आरोपी 20 लाख रुपये की मांग पर अड़े रहे। पीड़ित ने अपने रिश्तेदारों को फोन कर पैसे की व्यवस्था करने को कहा। रिश्तेदार केवल 50 हजार रुपये देने को तैयार हुए, लेकिन आरोपी इससे कम पर राजी नहीं थे। परेशान होकर रिश्तेदारों ने पुलिस को सूचना दी।
सदर थाने के सीआई सुमेर सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 जून को महाराज स्कूल रोड, शिवनगर से दोनों आरोपियों, हुकमाराम पुत्र भैराराम और देवेंद्र चौधरी पुत्र तुलछाराम, निवासी लाभू का तला, खड़ीन, रामसर को गिरफ्तार कर लिया।
मास्टरमाइंड चाचा-भतीजा
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इस हनी ट्रैप का मास्टरमाइंड चाचा हुकमाराम और उसका भतीजा देवेंद्र चौधरी थे। उन्होंने सोची-समझी साजिश के तहत युवती का नंबर इस्तेमाल कर पीड़ित को जाल में फंसाया। सीआई सुमेर सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया और दोनों आरोपियों को उनके गांव से ही पकड़ा गया। पुलिस अब फरार तीसरे आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के संदिग्ध मैसेज या कॉल्स पर भरोसा न करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस मामले ने इलाके में सनसनी मचा दी है, और लोग हनी ट्रैप जैसे अपराधों को लेकर और सतर्क हो गए हैं।