बाड़मेर बॉर्डर पर ज्योति मल्होत्रा का जासूसी कनेक्शन: यूट्यूब वीडियो से खुला राज, क्या थी साजिश?
हरियाणा के हिसार की मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जो अपने ट्रैवल व्लॉग्स के लिए जानी जाती थीं, अब एक सनसनीखेज मामले में सुर्खियों में हैं। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में उनकी गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है।

हरियाणा के हिसार की मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जो अपने ट्रैवल व्लॉग्स के लिए जानी जाती थीं, अब एक सनसनीखेज मामले में सुर्खियों में हैं। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में उनकी गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। इस मामले में बाड़मेर, राजस्थान का कनेक्शन सामने आया है, जहां ज्योति ने सामरिक दृष्टि से संवेदनशील इलाकों के वीडियो बनाए थे। इन वीडियोज ने अब जांच एजेंसियों के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर ज्योति प्रतिबंधित सीमावर्ती क्षेत्रों में कैसे पहुंची? क्या उनके वीडियो बनाने के पीछे जासूसी का इरादा था? आइए, इस मामले की तह तक जाते हैं।
ज्योति मल्होत्रा का बाड़मेर कनेक्शन
ज्योति मल्होत्रा, जो अपने यूट्यूब चैनल 'Travel With Jo' पर 3.77 लाख सब्सक्राइबर्स के साथ ट्रैवल व्लॉग्स बनाती थीं, ने राजस्थान के बाड़मेर जिले में भारत-पाक सीमा के नजदीक कई वीडियो शूट किए। इनमें मुनाबाव और अन्य सीमावर्ती इलाकों के वीडियो शामिल हैं, जो सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। उनके यूट्यूब चैनल पर करीब एक साल पहले अपलोड किए गए इन वीडियोज में स्थानीय गांवों, सीमा की दूरी और यहां तक कि सीमा पार से आने-जाने की गतिविधियों का जिक्र है। एक वीडियो में ज्योति ने मजाकिया अंदाज में कहा, "वो देखो, एक बकरी अभी-अभी पाकिस्तान की तरफ से बॉर्डर क्रॉस करके आ रही है।" इस तरह की टिप्पणियों ने उनकी नीयत पर सवाल उठाए हैं।
जासूसी का आरोप और जांच का दायरा
17 मई 2025 को हिसार पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया। उन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप है, जिसमें भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर और अन्य गोपनीय सैन्य गतिविधियों की जानकारी शामिल है। जांच एजेंसियों को शक है कि ज्योति ने बाड़मेर के संवेदनशील इलाकों में रैकी की और इन वीडियोज के जरिए सामरिक जानकारी पाकिस्तानी एजेंटों तक पहुंचाई।
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके मोबाइल और लैपटॉप को जब्त कर फोरेंसिक जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में संदिग्ध डेटा मिला है, जो पाकिस्तान को भेजी गई जानकारी की ओर इशारा करता है। हिसार के डीएसपी कमलजीत ने बताया कि ज्योति को ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धारा 3, 4, 5 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्हें पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है, ताकि उनके जासूसी नेटवर्क और बाड़मेर कनेक्शन की गहराई तक जांच हो सके।
प्रतिबंधित क्षेत्रों में कैसे पहुंची ज्योति?
बाड़मेर का सीमावर्ती इलाका, विशेष रूप से मुनाबाव, भारत-पाक सीमा पर स्थित है और सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। यहां बिना अनुमति प्रवेश करना और वीडियो शूट करना सख्त मना है। सवाल यह है कि ज्योति मल्होत्रा इन प्रतिबंधित क्षेत्रों में कैसे पहुंचीं? क्या उनके पास स्थानीय प्रशासन या सेना से अनुमति थी, या उन्होंने बिना अनुमति के इन इलाकों में घुसपैठ की? जांच एजेंसियां इस बात की तहकीकात कर रही हैं कि क्या ज्योति ने स्थानीय लोगों या किसी अन्य माध्यम से इन क्षेत्रों में प्रवेश किया।
पाकिस्तान कनेक्शन और दानिश की भूमिका
जांच में खुलासा हुआ है कि ज्योति 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन के जरिए वीजा लेकर पाकिस्तान गई थीं, जहां उनकी मुलाकात वहां के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई। दानिश को भारत सरकार ने 13 मई 2025 को जासूसी के आरोप में पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर देश से निष्कासित कर दिया था। ज्योति ने दानिश के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से संपर्क बनाया और व्हाट्सएप, टेलीग्राम, और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से संवेदनशील जानकारी साझा की।
ज्योति ने पाकिस्तान में 10 से ज्यादा वीडियो बनाए, जिनमें लाहौर की ट्रेन, पुलिस के साथ बातचीत, और स्थानीय संस्कृति को दिखाया गया। जांच एजेंसियों का मानना है कि ये वीडियो पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनाने और भारतीय दर्शकों के बीच प्रोपेगैंडा फैलाने का हिस्सा थे। इसके अलावा, ज्योति ने एक पाकिस्तानी एजेंट के साथ इंडोनेशिया के बाली में भी यात्रा की।
जांच में और क्या खुलासे?
जासूसी नेटवर्क: ज्योति हरियाणा और पंजाब में फैले एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थी। इस नेटवर्क के छह अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनमें पंजाब के मलेरकोटला से गुजाला और यामीन मोहम्मद, और हरियाणा के कैथल से देवेंद्र सिंह ढिल्लों शामिल हैं।
पहलगाम हमले से कनेक्शन: पुलिस का दावा है कि ज्योति ने अप्रैल 2022 के पहलगाम आतंकी हमले से पहले पाकिस्तान और चीन की यात्रा की थी। वह संवेदनशील क्षेत्रों जैसे पहलगाम, गुलमर्ग, डल झील, और लद्दाख की पैंगॉन्ग झील में भी वीडियो बना चुकी हैं।
आर्थिक लेन-देन: जांच एजेंसियां ज्योति के बैंक खातों और वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्हें जासूसी के लिए पैसे मिले।
परिवार का दावा
ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने कहा कि उनकी बेटी निर्दोष है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके घर की तलाशी ली और मोबाइल, लैपटॉप, और बैंक पासबुक जब्त की। ज्योति ने अपने पिता से कहा कि उसके पास कोई गलत चीज नहीं मिली है। हालांकि, जांच एजेंसियां उनके दावों की पुष्टि नहीं कर रही हैं।