हनी ट्रैप में फंसाकर फाइनेंस कर्मचारी से 5 लाख की मांग, आरोपी गिरफ्तार
चोलामंडलम फाइनेंस कर्मचारी को हनी ट्रैप में फंसाकर 5 लाख रुपये मांगने वाले आरोपी नरेंद्र सिंह को महुवा पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने झूठे बलात्कार केस की धमकी से ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया।

दौसा जिले के महुवा थाना क्षेत्र में एक हनी ट्रैप मामले का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी के एक कर्मचारी को झूठे बलात्कार केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने वाले मुख्य आरोपी नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पहले पीड़ित से 5 हजार रुपये ऐंठे और फिर 5 लाख रुपये की मांग कर रहा था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी की बाइक भी जब्त की है।
चार दिन पहले दर्ज हुई थी शिकायत
पुलिस के अनुसार, पीड़ित अमित कुमार, जो भरतपुर जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र के अरोदा गांव का निवासी है, ने 11 सितंबर 2025 को महुवा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। अमित ने अपनी शिकायत में बताया कि 8 अगस्त 2025 को नरेंद्र सिंह और उसके साथियों ने उसे बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। डर के मारे अमित ने आरोपियों को 5 हजार रुपये दे दिए। इसके बाद भी आरोपी लगातार फोन पर धमकियां दे रहे थे और 5 लाख रुपये की मांग कर रहे थे।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, गठित की गई विशेष टीम
मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी राहुल प्रकाश, एसपी सागर राणा और एएसपी हेमन्त कलाल के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। वृत्ताधिकारी मनोहरलाल के सुपरविजन और थाना प्रभारी राजेन्द्र कुमार के नेतृत्व में इस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी नरेंद्र सिंह को करौली जिले के टोडाभीम थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की बाइक को भी जब्त किया है और मामले में अन्य संलिप्त लोगों की तलाश शुरू कर दी है।
फाइनेंस कर्मचारियों की भी जांच शुरू
पुलिस ने इस मामले में फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच शुरू की है। यह संभावना जताई जा रही है कि इस तरह के हनी ट्रैप गिरोह फाइनेंस कर्मचारियों को निशाना बनाने के लिए सुनियोजित तरीके से काम कर रहे हैं। पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है और इस रैकेट के पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए गहन जांच कर रही है।