आबूरोड में हवाई ड्रोन दुर्घटना: न्यू टाउन सिटी के बाहर सर्वे ऑफ इंडिया का ड्रोन क्रैश, इलाके में मची सनसनी

आबूरोड के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत न्यू टाउन सिटी के मुख्य द्वार के पास सर्वे ऑफ इंडिया का एक हवाई ड्रोन अचानक अनियंत्रित होकर जमीन पर गिर गया। इस दुर्घटना से ड्रोन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया,

May 21, 2025 - 18:27
आबूरोड में हवाई ड्रोन दुर्घटना: न्यू टाउन सिटी के बाहर सर्वे ऑफ इंडिया का ड्रोन क्रैश, इलाके में मची सनसनी

सिरोही जिले के आबूरोड में बुधवार, 21 मई 2025 को एक हैरान करने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। आबूरोड के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत न्यू टाउन सिटी के मुख्य द्वार के पास सर्वे ऑफ इंडिया का एक हवाई ड्रोन अचानक अनियंत्रित होकर जमीन पर गिर गया। इस दुर्घटना से ड्रोन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके बाद आसपास के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई, और घटना की सूचना तुरंत प्रशासन को दी गई।

घटना का विवरण

जानकारी के अनुसार, सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से ग्राम पंचायत गणका में हवाई सर्वेक्षण का कार्य चल रहा था। इस दौरान ड्रोन का उपयोग क्षेत्र के भौगोलिक और भू-उपयोग संबंधी डेटा एकत्र करने के लिए किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि सर्वे के दौरान ड्रोन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण यह अनियंत्रित होकर रेवदर मार्ग पर न्यू टाउन सिटी के मुख्य द्वार के पास जमीन पर आ गिरा। ड्रोन के क्रैश होने से जोरदार आवाज हुई, जिसने आसपास के लोगों का ध्यान खींचा और देखते ही देखते घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई।

सूत्रों के अनुसार, यह ड्रोन करीब 35 लाख रुपये कीमत का था, जो सर्वे ऑफ इंडिया के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस था। ड्रोन के गिरने का स्थान सर्वे स्थल से लगभग 1 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है, जिससे तकनीकी खराबी की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

प्रशासन का त्वरित एक्शन

घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस और सिटी थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और ड्रोन की पहचान सर्वे ऑफ इंडिया के उपकरण के रूप में की। प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई कि ड्रोन का उपयोग ग्राम पंचायत गणका में सर्वे कार्य के लिए किया जा रहा था। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह घटना पूरी तरह से तकनीकी खराबी के कारण हुई, और इसमें किसी भी प्रकार की साजिश या बाहरी हस्तक्षेप की संभावना नहीं है।

पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए ड्रोन को मौके से हटवाया और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जनहानि या संपत्ति का नुकसान नहीं हुआ।

स्थानीय लोगों में दहशत

ड्रोन के अचानक गिरने से स्थानीय लोगों में डर और बेचैनी का माहौल बन गया। हाल के दिनों में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और ड्रोन गतिविधियों की खबरों के कारण लोग शुरू में इस घटना को संदिग्ध मान रहे थे। कुछ लोगों ने इसे सीमा पार से संदिग्ध गतिविधि से जोड़कर देखा, लेकिन प्रशासन ने तुरंत स्थिति स्पष्ट करते हुए इसे तकनीकी खराबी का मामला बताया।

सर्वे ऑफ इंडिया का बयान

सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि ड्रोन का उपयोग नियमित सर्वे कार्य के लिए किया जा रहा था। तकनीकी खराबी की वजह से ड्रोन अनियंत्रित हुआ, और इसकी जांच के लिए एक विशेषज्ञ टीम गठित की गई है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपकरणों की गुणवत्ता और तकनीकी जांच को और सख्त किया जाएगा।

संदर्भ में ड्रोन का महत्व

भारत में ड्रोन का उपयोग हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है। सर्वे ऑफ इंडिया जैसे संगठन भौगोलिक सर्वेक्षण, मानचित्रण, और शहरी नियोजन के लिए ड्रोनों का व्यापक उपयोग कर रहे हैं। आबूरोड जैसे क्षेत्रों में, जहां भौगोलिक विविधता और पहाड़ी इलाके सर्वेक्षण को जटिल बनाते हैं, ड्रोन तकनीक ने कार्य को आसान और तेज बनाया है। हालांकि, इस घटना ने ड्रोन की तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं, खासकर जब ये महंगे और संवेदनशील उपकरण होते हैं।

सुरक्षा और भविष्य के कदम

हाल के महीनों में ड्रोन से संबंधित कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें सीमा पार से ड्रोन घुसपैठ की खबरें भी शामिल हैं। इस घटना के बाद प्रशासन ने क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने की प्रक्रिया और सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन तकनीक के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ इसके नियमन और रखरखाव पर भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।