यूको बैंक कर्मचारी गौरव गर्ग ने चौकी में की आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी
यूको बैंक के चपरासी गौरव गर्ग ने वन विभाग की चौकी में फांसी लगाकर आत्महत्या की। कोतवाली पुलिस और MOB टीम जांच में जुटी, सहकर्मियों ने बताया कि मृतक ने सुबह फोन पर मरने की धमकी दी थी।

राजस्थान के सिरोही जिले में घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया है। कोतवाली थाने के अंतर्गत आने वाले बाहरी घाटा क्षेत्र में स्थित वन विभाग की चौकी में यूको बैंक में चपरासी के पद पर तैनात युवक गौरव गर्ग ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां जांच शुरू कर दी गई है। मृतक के सहकर्मियों ने बताया कि सुबह ही गौरव ने फोन पर मरने की धमकी दी थी, जिसकी अनदेखी कर दी गई।
वन विभाग चौकी में लगाया फंदा
घटना आज सुबह की बताई जा रही है। गौरव गर्ग, जो सिरोही में यूको बैंक की शाखा में चपरासी के रूप में कार्यरत थे, अचानक लापता हो गए थे। उनकी तलाश में सहकर्मी और परिवार वाले चिंतित हो रहे थे। दोपहर के आसपास वन विभाग की चौकी से सूचना मिली कि वहां एक व्यक्ति फांसी के फंदे से लटका मिला है। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को खबर की।
कोतवाली थाने के बाहरी घाटा इलाके में स्थित यह चौकी एक शांत स्थान है, जहां वन विभाग के कर्मचारी तैनात रहते हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला कि गौरव ने खुद ही फंदा लगाया था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और कारणों की गहन जांच चल रही है। पुलिस को संदेह है कि यह कोई व्यक्तिगत समस्या या मानसिक तनाव से जुड़ा हो सकता है, लेकिन अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
सुबह फोन पर दी थी मरने की धमकी
यूको बैंक के कर्मचारियों ने बताया कि आज सुबह गौरव ने उन्हें फोन किया था। फोन पर वह परेशान लग रहे थे और उन्होंने मरने की धमकी भी दी थी। सहकर्मियों ने कहा, "हमने सोचा कि यह मजाक है या सामान्य गुस्सा होगा, इसलिए ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन दोपहर तक जब वह नहीं पहुंचे, तो चिंता हुई।" बैंक के अन्य कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। गौरव के परिवार की कोई जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है, लेकिन पुलिस उन्हें सूचित करने की प्रक्रिया में जुटी है।
MOB टीम को दी सूचना, SHO कर रहे जांच
सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। थानाधिकारी दलपत सिंह और सब-इंस्पेक्टर (SI) मनीष सोनी के नेतृत्व में जांच शुरू हो गई है। उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों से भी पूछताछ की, जो चौकी पर तैनात थे। पुलिस ने मेडिको-लीगल जांच (MOB) टीम को सूचना दे दी है, जो शव का पोस्टमार्टम और फोरेंसिक जांच करेगी।
प्रारंभिक जांच में कोई संदिग्ध परिस्थिति नहीं मिली है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं पर नजर रख रही है। SHO दलपत सिंह ने बताया, "हम घटनास्थल का मुआयना कर रहे हैं और गौरव के मोबाइल रिकॉर्ड्स की जांच की जा रही है। सहकर्मियों और परिवार से बयान दर्ज किए जा रहे हैं। यदि कोई आपराधिक साजिश का पता चला, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।" वन विभाग के कर्मचारियों ने भी सहयोग किया और चौकी के आसपास के सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने का वादा किया है।
मानसिक तनाव या नौकरी से जुड़ी परेशानी?
गौरव गर्ग की उम्र लगभग 25-30 वर्ष बताई जा रही है। वह यूको बैंक में कई वर्षों से चपरासी के पद पर कार्यरत थे। सहकर्मियों के अनुसार, वह मेहनती और मिलनसार व्यक्ति थे, लेकिन हाल ही में कुछ परेशान लग रहे थे। पुलिस को शक है कि नौकरी, पारिवारिक या आर्थिक समस्या के कारण यह कदम उठाया गया हो। हालांकि, सटीक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट और गहन पूछताछ के बाद ही स्पष्ट होगा।