बंद कार में दो मासूम भाइयों की मौत, हत्या की आशंका पुलिस जांच में जुटी
बंद कार में दो नाबालिग भाइयों के शव मिलने से सनसनी, पुलिस दम घुटने से मौत की आशंका जता रही है, लेकिन परिवार ने हत्या का आरोप लगाया।

राजस्थान की राजधानी जयपुर के गलता गेट थाना क्षेत्र के नागतलाई इलाके में मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी। दो नाबालिग सगे भाई, अनस (8 वर्ष) और अहसान (5 वर्ष), घर के पास खेलते समय अचानक लापता हो गए और बाद में एक बंद कार में उनके शव मिले। इस घटना ने न केवल परिवार को झकझोर दिया, बल्कि स्थानीय लोगों में भी गुस्सा और दहशत का माहौल पैदा कर दिया।
खेलते-खेलते गायब हुए मासूम, कार में मिले शव
महवा (दौसा) के मूल निवासी शहजाद के दोनों बेटे, अनस और अहसान, मंगलवार शाम को अपने घर के पास खेल रहे थे। कुछ ही देर में दोनों बच्चे अचानक गायब हो गए। परिजनों ने उन्हें आसपास तलाशने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। रात करीब 10:30 बजे परिजनों ने गलता गेट थाना पुलिस को सूचना दी। डीसीपी (नॉर्थ) करण शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने तुरंत इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
इसी दौरान घर के पास खड़ी एक एसयूवी कार की जांच की गई, जिसमें दोनों बच्चे बेसुध हालत में मिले। एक बच्चे के नाक और कान से खून बह रहा था, जबकि दूसरे के शरीर पर हल्के चोट के निशान दिखाई दिए। पुलिस ने तुरंत बच्चों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार ने लगाया हत्या का आरोप, इलाके में हंगामा
बच्चों की मौत की खबर फैलते ही एसएमएस अस्पताल में परिजनों और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। गुस्साए परिजनों ने बच्चों की मौत को हादसा मानने से इनकार करते हुए हत्या की आशंका जताई। उनका कहना था कि बच्चों की मौत सामान्य नहीं हो सकती और इसमें साजिश की संभावना है। एक बच्चे के शरीर पर खून के निशान और चोटें देखकर परिजनों का शक और गहरा गया।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक रफीक खान भी मौके पर पहुंचे। गुस्साए लोगों ने देर रात तक हंगामा किया और सड़क जाम कर दी। पुलिस और प्रशासन के समझाने के बाद स्थिति को नियंत्रित किया गया।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में दम घुटने की आशंका
पुलिस और चिकित्सा विशेषज्ञों की प्रारंभिक जांच में बच्चों की मौत का कारण गाड़ी में दम घुटना बताया जा रहा है। डीसीपी करण शर्मा ने बताया कि संभवतः बच्चे खेलते-खेलते कार में चले गए और लॉक होने के कारण बाहर नहीं निकल पाए। गाड़ी के अंदर गर्मी और बंद हवा के कारण उनकी मौत हो सकती है। हालांकि, एक बच्चे के नाक और कान से खून बहने और चोट के निशानों ने मामले को रहस्यमय बना दिया है।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सटीक कारण स्पष्ट हो सकेगा।
जिस कार में बच्चे मृत पाए गए, वह कॉलोनी के ही एक व्यक्ति की बताई जा रही है। पुलिस ने कार मालिक और कुछ अन्य संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है। स्थानीय निवासी और अधिवक्ता रशीद खान ने बताया कि बच्चे शाम 4 बजे से लापता थे। पुलिस हर संभावित पहलू की जांच कर रही है, जिसमें हत्या की आशंका भी शामिल है।