जयपुर में लव मैरिज का खौफनाक अंजाम: जीजा का सिर पत्थर से कुचला,फिर सांवलिया सेठ के दर पर पहुंचे हत्यारे भाई
जयपुर के जयसिंहपुरा खोर में तीन चचेरे भाई—रणजीत सैनी, अजय सैनी, और ओमप्रकाश सैनी—ने अपनी बहन पायल की लव मैरिज से नाराज होकर उसके पति गोविंद प्रजापत (27) को पत्थर से मारकर उसकी जान ले ली।

जयपुर के जयसिंहपुरा खोर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। तीन चचेरे भाइयों—रणजीत सैनी (25), अजय सैनी (21), और ओमप्रकाश सैनी (20)—ने अपनी चचेरी बहन पायल सैनी की लव मैरिज से नाराज होकर उसके पति गोविंद प्रजापत (27) की बेरहमी से हत्या कर दी। सुबह करीब 11:30 बजे, जब गोविंद ड्यूटी पर जा रहा था, तीनों ने सुनियोजित तरीके से उस पर हमला किया और पत्थर से उसके सिर को तब तक कुचला, जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया। इस क्रूर हत्याकांड ने लव मैरिज के प्रति सामाजिक नाराजगी के खतरनाक परिणामों को उजागर किया है।
हत्या के बाद हत्यारों की सैर:
हैरानी की बात यह है कि हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए और अपनी हरकतों को छिपाने के लिए सामान्य व्यवहार करते रहे। अजय और ओमप्रकाश ने पहले शाहपुरा में एक एटीएम से पैसे निकाले और नए कपड़े खरीदे। इसके बाद वे रींगस पहुंचे, जहां से उन्होंने निजी ट्रैवल्स की बस बुक कर चित्तौड़गढ़ के प्रसिद्ध सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन करने गए। इस दौरान तीसरा आरोपी रणजीत, जो हत्या की साजिश और संसाधनों का इंतजाम करने में शामिल था, उनके साथ नहीं था।
पुलिस की तत्परता और गिरफ्तारी:
गोविंद की मां ने जयसिंहपुरा खोर थाने में पायल के पीहर पक्ष के रणजीत, अजय, ओमप्रकाश और अन्य संदिग्धों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और एडिशनल डीसीपी नॉर्थ दुर्गसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने शाहपुरा, अचरोल, कोटपूतली, रींगस, खाटूश्याम जी, सीकर, सालासर बालाजी और अन्य स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अजय और ओमप्रकाश चित्तौड़गढ़ के मंडफिया से बस के जरिए जयपुर के सिंधी कैंप लौट रहे हैं। मंगलवार, 24 जून 2025 को सादे कपड़ों में पुलिस ने सिंधी कैंप बस स्टैंड पर दोनों को हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस ने साजिश के मास्टरमाइंड रणजीत सैनी को भी गिरफ्तार किया, जो गाड़ी और पैसे की व्यवस्था करने में मददगार था। बुधवार, 25 जून 2025 को तीनों आरोपियों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया।
हत्याकांड का कारण: लव मैरिज से नाराजगी
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि पायल सैनी की गोविंद प्रजापत से डेढ़ साल पहले हुई लव मैरिज से उनका परिवार बेहद नाराज था। उनका मानना था कि इस शादी ने परिवार की बदनामी की और सामाजिक रुतबे को ठेस पहुंचाई। विशेष रूप से रणजीत सैनी, जिसकी शादी की बात चल रही थी, को इस लव मैरिज की वजह से रिश्तों में दिक्कतें आ रही थीं। गुस्से और बदले की भावना में तीनों भाइयों ने मिलकर गोविंद की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया।
परिवार को थी मारपीट की जानकारी, हत्या का नहीं था अंदाजा:
जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों के परिवार को इस बात की जानकारी थी कि उनके बच्चे गोविंद के साथ मारपीट की योजना बना रहे हैं। हालांकि, उन्हें यह नहीं पता था कि यह मारपीट इतनी भयावह हो जाएगी कि हत्या में बदल जाएगी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर आरोपियों की हर गतिविधि का पता लगाया।
सामाजिक संदेश और कानूनी कार्रवाई:
जयसिंहपुरा खोर थाना सीआई मुकेश मीणा ने बताया कि यह मामला लव मैरिज के प्रति सामाजिक कुंठा और हिंसक प्रतिक्रिया का दुखद उदाहरण है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आगे की जांच जारी है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि इस हत्याकांड में कोई अन्य व्यक्ति शामिल तो नहीं था,
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। लव मैरिज जैसे निजी फैसलों को लेकर हिंसा और घृणा की ऐसी घटनाएं सामाजिक जागरूकता और संवाद की जरूरत को रेखांकित करती हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने हत्यारों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया, लेकिन यह सवाल बाकी है कि ऐसी मानसिकता को कैसे रोका जाए।