शिक्षा मंत्री को शिक्षक ने 5 हज़ार की रिश्वत बंद लिफाफे में दी,मंत्री बोले यह मेरे जीवन की सबसे ख़राब घटना

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को 5 हज़ार रुपए की रिश्वत लिफाफे के माध्यम से एक मिठाई के डिब्बे और एप्लिकेशन के साथ देने की कोशिश एक लेवल 2 के एक शिक्षक ने की | शिक्षक का नाम चंद्रकांत वैष्णव है. वो बांसवाड़ा के घाटोल ब्लॉक में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बुधा में पोस्टिंग हैं | शिक्षक पाठ्यक्रम समिति में शामिल होने के लिए जनसुनवाई के दौरान शामिल होने के लिए आया था। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने तुरंत पुलिस को सुचना दी और आरोपी शिक्षक से पूछ्ताछ की जा रही हैं।

Jun 9, 2025 - 15:29
Jun 9, 2025 - 15:30
शिक्षा मंत्री को शिक्षक ने 5 हज़ार की रिश्वत बंद लिफाफे में दी,मंत्री बोले यह मेरे जीवन की सबसे ख़राब घटना
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को 5 हज़ार रुपए की रिश्वत लिफाफे के माध्यम से एक मिठाई के डिब्बे और एप्लिकेशन के साथ देने की कोशिश एक लेवल 2 के एक शिक्षक ने की | शिक्षक का नाम चंद्रकांत वैष्णव है. वो

बांसवाड़ा के घाटोल ब्लॉक में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बुधा में पोस्टिंग हैं | शिक्षक पाठ्यक्रम समिति में शामिल होने के लिए जनसुनवाई

के दौरान शामिल होने के लिए आया था। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने तुरंत पुलिस को सुचना दी और आरोपी शिक्षक से पूछ्ताछ की जा रही हैं

दरससल यह शिक्षक खुद को पुस्तक लेखन का काम करने वाली राजस्तान राज्य

शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् करती है और उसी में अपना नाम शामिल करवाने के लिए चंद्रकांत वैष्णव शिक्षा मंत्री के जयपुर में सिविल लाइन्स स्थित आवास पर पहुंचा था।

शिक्षा मंत्री कर रहे थे जनसुनवाई :

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर सोमवार सुबह अपने आवास पर जनसुनवाई कर रहे थे।

इसी दौरान मिलने आये शिक्षक ने लिफाफा दिया। मंत्री रोजाना की तरह लिफाफे को

रख दिया गया इसके बाद मंत्री ने जब लिएफ को देखा तो खुद ही दांग रहे गए

और तुरंत पुलिस को सूचित किया।मंत्री खुद रामगढ़ बांध चले गए।शिक्षा मंत्री बोले मेरे जीवन की सबसे ख़राब घटना यहइस घटना को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मीडिया से बातचीत में कहकि यह उनके जीवन की सबसे ख़राब घटनीन में शामिल हैं जहाँ पर उनको रिश्वत

के लिए 5 हज़ार का लिफाफा दिया गया हैं।

इस घटना पुरे प्रदेश में  रिशवत चर्चा का विषय बन गया हैं।

Mamta Kumari Journalist at The Khatak .