राजस्थान में मॉनसून का कहर: अगले 24 घंटों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट

राजस्थान में मॉनसून ने अगले 24 घंटों में कुछ इलाकों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट है। चित्तौड़गढ़ में 320 मिमी बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ा, और कई क्षेत्रों में नदियाँ-नाले उफान पर हैं। तेज हवाएँ, वज्रपात और जलभराव का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने आपदा टीमें तैनात कीं, और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इस साल जून में 157.20% ज्यादा बारिश हुई, और जुलाई में भी मॉनसून का अलर्ट जारी रहेगा!

Jul 3, 2025 - 14:51
Jul 3, 2025 - 14:52
राजस्थान में मॉनसून का कहर: अगले 24 घंटों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट

3 जुलाई 2025: राजस्थान के कई हिस्सों में मॉनसून ने अपनी ताकत दिखानी शुरू कर दी है। मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, राजस्थान ने अगले 24 घंटों में जैसलमेर, जोधपुर, जोधपुर (ग्रामीण), पाली और फलौदी में कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यह अलर्ट मंगलवार को तेजी से सक्रिय हुए मॉनसून सिस्टम और बंगाल की खाड़ी से विकसित हो रहे बैक-टू-बैक सिस्टम के प्रभाव के कारण जारी किया गया है।

 मौसम विभाग की चेतावनी और संभावित प्रभाव

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई है। विशेष रूप से, चित्तौड़गढ़ के बस्सी में 320 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो इस सीजन की सबसे अधिक वर्षा में से एक है। इसके अलावा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, ब्यावर, पाली, प्रतापगढ़, फलौदी, सवाई माधोपुर, जोधपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा में भी भारी बारिश हुई।आगामी 24 घंटों में जैसलमेर, जोधपुर, जोधपुर (ग्रामीण), पाली और फलौदी में मेघगर्जन और तेज हवाओं (30-40 किमी/घंटा) के साथ भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकें ताकि वज्रपात से बचा जा सके। इसके अलावा, जलभराव और बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है। 

जैसलमेर में हाल ही में 68.8 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो पिछले 10 सालों में जून माह में एक दिन में हुई सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड है। इस बार जुलाई में भी जैसलमेर में भारी बारिश की संभावना है, जिसके कारण स्थानीय नदियां और नाले उफान पर आ सकते हैं। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। 

जोधपुर और पाली में स्थिति

जोधपुर और जोधपुर (ग्रामीण) में भी मॉनसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने 2 जुलाई के बाद इन क्षेत्रों में बारिश , पाली और फलौदी में भी भारी बारिश के कारण जलभराव और यातायात व्यवस्था में बाधा की आशंका है। स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात कर दी हैं और राहत कार्यों के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। 

आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, राजस्थान ने सभी संबंधित जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश और तेज हवाओं के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें। आपदा प्रबंधन विभाग ने निम्नलिखित सलाह जारी की है:वज्रपात से बचाव: खुले मैदानों, पेड़ों या ऊंचे स्थानों पर न रुकें। 

जलभराव से सावधानी: निचले इलाकों में रहने वाले लोग जलभराव की स्थिति से सतर्क रहें।

यात्रा सावधानी: भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें।

आपातकालीन संपर्क: आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन या आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन से संपर्क करें।

पिछले वर्षों की तुलना में बारिश

इस साल मॉनसून ने राजस्थान में समय से पहले दस्तक दी है। जून 2025 तक 171.30 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से 157.20% अधिक है। पिछले साल इस समय तक केवल 60.57 मिमी बारिश हुई थी। जुलाई में औसतन 224.13 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार इसके और अधिक होने की संभावना है। 

सलाह और सावधानियां

मौसम विभाग ने सुझाव दिया है कि लोग अपने रबड़ के जूते और छाता तैयार रखें, क्योंकि जुलाई में लगभग 8 से 15 दिन बारिश की संभावना है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले मौसम के पूर्वानुमान की जांच करें और भारी बारिश वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतें। 

 राजस्थान में मॉनसून की सक्रियता ने जैसलमेर, जोधपुर, पाली और फलौदी जैसे क्षेत्रों में भारी बारिश की आशंका को बढ़ा दिया है। आपदा प्रबंधन विभाग और मौसम विभाग की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए, नागरिकों से अपील है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षा के सभी उपाय अपनाएं। यह मॉनसून न केवल राहत ला सकता है, बल्कि जलभराव और बाढ़ जैसे जोखिम भी पैदा कर सकता है। प्रशासन और नागरिकों के समन्वित प्रयासों से इस स्थिति से निपटा जा सकता है।