शादीशुदा महिला ने अविवाहित बनकर रचाई दूसरी शादी, 18 दिन बाद जेवरात लेकर फरार.

शादीशुदा महिला ने खुद को अविवाहित बताकर जोधपुर के युवक से रचाई शादी। 18 दिन बाद सोने-चांदी के जेवरात लेकर फरार! बोरानाडा थाने में महिला और दो साथियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, पुलिस ने शुरू की तलाश।

Aug 23, 2025 - 17:07
शादीशुदा महिला ने अविवाहित बनकर रचाई दूसरी शादी, 18 दिन बाद जेवरात लेकर फरार.

जोधपुर शहर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शादीशुदा महिला ने खुद को अविवाहित बताकर एक युवक से शादी रचाई और महज 18 दिन बाद सोने-चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गई। यह घटना जोधपुर के बोरानाडा थाना क्षेत्र की है, जहां पीड़ित युवक ने धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने इस मामले में महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना न केवल शादी जैसे पवित्र रिश्ते पर सवाल उठाती है, बल्कि लोगों के भरोसे को भी ठेस पहुंचाती है।

क्या है पूरा मामला?

जोधपुर के बोरानाडा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक प्रॉपर्टी डीलर युवक भरत पारीक के साथ यह धोखाधड़ी हुई। जानकारी के अनुसार, कुछ लोगों ने सुनियोजित साजिश के तहत युवक की शादी एक ऐसी महिला से करवाई, जिसने खुद को अविवाहित बताया। शादी 5 अगस्त को कोर्ट के माध्यम से हुई थी। शादी के बाद महिला 18 दिन तक युवक के साथ रही, लेकिन इसके बाद वह अचानक सोने-चांदी के जेवरात और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गई। जांच में पता चला कि महिला पहले से शादीशुदा थी और उसने फर्जी दस्तावेजों के जरिए इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। महिला के साथ इस साजिश में शामिल उसके कुछ साथी भी थे, जिन्होंने इस शादी को करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महिला ने शादी के बाद युवक को अपने जाल में फंसाए रखा और मौका मिलते ही जेवरात लेकर भाग गई।

पर्दाफाश और पुलिस कार्रवाई

मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला भागने की कोशिश में थी। बताया जा रहा है कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर योजना बना रही थी, लेकिन संदेह होने पर युवक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बोरानाडा थाने में महिला और उसके दो साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और चोरी का केस दर्ज किया। पुलिस अब इस पूरे गिरोह की तलाश में जुट गई है, लेकिन अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है।

कानूनी पहलू

भारतीय कानून के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति अपने जीवनसाथी के जीवित रहते हुए बिना तलाक के दूसरी शादी करता है, तो यह भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 494 के तहत अपराध माना जाता है। इस अपराध के लिए सात साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। इस मामले में भी महिला के पहले से शादीशुदा होने की बात सामने आने के बाद यह साफ है कि उसने कानून का उल्लंघन किया है। साथ ही, फर्जी दस्तावेजों का उपयोग और जेवरात लेकर भागना भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।

शहर में सनसनी

इस घटना ने जोधपुर शहर में सनसनी फैला दी है। लोग इस बात से हैरान हैं कि शादी जैसे पवित्र बंधन को भी ठगी का जरिया बनाया जा सकता है। इस मामले ने समाज में भरोसे की कमी और ऐसी साजिशों के प्रति सतर्कता की जरूरत को उजागर किया है। स्थानीय लोग अब शादी से पहले पूरी जांच-पड़ताल करने की सलाह दे रहे हैं।

पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई

बोरानाडा थाना पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि वे महिला और उसके साथियों की तलाश में छापेमारी कर रहे हैं। साथ ही, फर्जी दस्तावेजों की जांच के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के संगठित गिरोह पहले भी कई बार ऐसी ठगी कर चुके हैं, और इस मामले में भी एक बड़े नेटवर्क की आशंका जताई जा रही है।सामाजिक प्रभावयह घटना समाज में शादी से जुड़े विश्वास और रीति-रिवाजों पर गंभीर सवाल उठाती है। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल पीड़ित परिवार को आर्थिक और भावनात्मक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में अविश्वास का माहौल भी पैदा करती हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि शादी से पहले दोनों पक्षों को एक-दूसरे की पूरी जानकारी और दस्तावेजों की जांच कर लेनी चाहिए।

जोधपुर का यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि धोखाधड़ी के लिए लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच से उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले के सभी आरोपी पकड़े जाएंगे। तब तक, समाज को इस तरह की घटनाओं से सबक लेते हुए सतर्क रहने की जरूरत है।