पेचकस से हत्या: सड़क पर कहासुनी ने छीनी एक युवक की जिंदगी
दीनदयाल बैरवा की पेचकस से हत्या, एक महिला से कहासुनी के बाद तीन आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और जांच जारी है।

जयपुर के मालपुरा गेट बस स्टैंड के पास एक दिल दहला देने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया। 26 साल के दीनदयाल बैरवा की पेचकस से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह वारदात 26 जुलाई की रात को हुई, जब दीनदयाल अपने दोस्तों के साथ शराब पार्टी के बाद पैदल घर लौट रहा था। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पूछताछ में हत्या का कारण सड़क पर एक महिला से हुई कहासुनी को बताया।
पुलिस के मुताबिक, दीनदयाल बैरवा फागी के भोजपुरा गांव का रहने वाला था और पिछले दो साल से अपनी पत्नी के साथ सांगानेर में कोहिनूर सिनेमा के पीछे किराए के मकान में रह रहा था। वह एक डेंटल हॉस्पिटल में वार्ड बॉय का काम करता था, जबकि उसकी पत्नी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। 26 जुलाई की सुबह करीब 9 बजे वह अपनी बाइक से हॉस्पिटल के लिए निकला था। दोपहर करीब 2 बजे वह अपने दोस्तों के साथ मानसरोवर के सिटी पार्क के पास शराब पार्टी करने पहुंचा।
रात करीब 10:30 बजे शराब पार्टी के दौरान शिप्रापथ पुलिस की गश्ती टीम वहां पहुंची। पुलिस से बचने के लिए दीनदयाल और उसके दोस्त वहां से भाग निकले। इस दौरान दीनदयाल अपनी बाइक छोड़ गया, जिसे पुलिस ने थाने में रखवा दिया। दीनदयाल का दोस्त धर्मराज गुर्जर उसे रात 11 बजे मालपुरा गेट के पास छोड़कर चला गया। इसके बाद दीनदयाल पैदल अपने घर की ओर जा रहा था।
इसी दौरान रास्ते में पारदीया हॉस्पिटल के पास उसकी एक महिला से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। महिला ने इसकी शिकायत अपने पति हरेन्द्र सिंह चौहान को की। हरेन्द्र ने अपने दोस्तों लाला सिंह उर्फ जितेंद्र सिंह नरुका और गणेश प्रजापत के साथ मिलकर दीनदयाल का पीछा किया। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि बाइक सवार तीनों हमलावरों ने दीनदयाल पर हमला किया। एक हमलावर ने पहले उसकी पीठ पर पेचकस से वार किया और फिर उसके गले में पेचकस घोंप दिया। गंभीर चोट के कारण दीनदयाल सड़क पर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। हमलावर इसके बाद बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
27 जुलाई की शाम तक जब दीनदयाल घर नहीं लौटा, तो उसकी पत्नी ने ससुराल में संपर्क किया। उसका मोबाइल भी बंद आ रहा था। 28 जुलाई की सुबह परिजन मालपुरा गेट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। पुलिस ने उन्हें दीनदयाल की तस्वीर दिखाई, जिसे देखकर परिजनों ने उसकी पहचान की। पुलिस ने बताया कि मालपुरा गेट बस स्टैंड के पास दीनदयाल की लाश मिली थी, जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए जयपुरिया हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया था। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मृतक के भाई राजेश कुमार ने मालपुरा गेट थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें हमलावरों की करतूत कैद थी। इसके आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों—हरेन्द्र सिंह चौहान (26), लाला सिंह उर्फ जितेंद्र सिंह नरुका (24) और गणेश प्रजापत (19)—को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक और पेचकस भी बरामद कर लिया।
पुलिस पूछताछ में हरेन्द्र सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी से दीनदयाल की कहासुनी हुई थी, जिसके बाद उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर दीनदयाल की हत्या की साजिश रची। पुलिस अभी भी आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके।
दीनदयाल के परिवार के लिए यह हादसा किसी सदमे से कम नहीं है। उसकी पत्नी और परिजन इस घटना से गहरे आघात में हैं। एक छोटी सी कहासुनी ने न सिर्फ एक जिंदगी छीन ली, बल्कि एक परिवार को हमेशा के लिए दुख में डुबो दिया।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर मनीष अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर मामले की गहन जांच कर रही है। यह घटना शहर में बढ़ती हिंसा और छोटी-छोटी बातों पर होने वाले विवादों पर गंभीर सवाल उठाती है।