राजस्थान में व्यापक प्रशासनिक फेरबदल: 62 आईएएस अधिकारियों का तबादला, 11 जिलों के कलेक्टर बदले, जानिए किसे कहां नियुक्ति
राजस्थान सरकार ने 62 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए, जिसमें 11 जिलों के कलेक्टर बदले गए और 21 को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया। प्रमुख तबादलों में अखिल अरोड़ा, आनंद कुमार, और कुलदीप रांका जैसे वरिष्ठ अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां दी गईं।

राजस्थान सरकार ने रविवार देर रात बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल किया, जिसमें 62 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए गए। इस फेरबदल में 11 जिलों (फलोदी, हनुमानगढ़, सवाई माधोपुर, झुंझुनूं, कोटपूतली-बहरोड़, टोंक, डीडवाना-कुचामन, भरतपुर, कोटा, राजसमंद, ब्यावर) के कलेक्टर बदले गए और 21 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।
प्रमुख तबादले और नियुक्तियां:
- अखिल अरोड़ा: 5 साल बाद वित्त विभाग से हटाकर जलदाय विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) बनाया गया।
- अपर्णा अरोड़ा: वन विभाग से सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग में ACS नियुक्त।
- आलोक गुप्ता: मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव से उद्योग विभाग में प्रमुख सचिव।
- कुलदीप रांका: पूर्व सीएम अशोक गहलोत के प्रमुख सचिव रहे, अब सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग से उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग में ACS।
- आनंद कुमार: गृह विभाग से हटाकर वन विभाग में ACS। उनकी जगह भास्कर ए. सावंत को ACS गृह बनाया गया।
- वैभव गालरिया: प्रमुख शासन सचिव, वित्त विभाग।
- अजिताभ शर्मा: उद्योग विभाग से ऊर्जा विभाग में प्रमुख सचिव। राइजिंग राजस्थान सम्मेलन का आयोजन उनके कार्यकाल में हुआ।
- देवाशीष पृष्टि: ब्रुसेल्स से लौटने के बाद वित्त विभाग से शहरी विकास और आवास (UDH) विभाग में प्रमुख सचिव।
- रवि जैन: पर्यटन से स्वायत्त शासन विभाग के सचिव।
- कमर उल जमन चौधरी: जलदाय विभाग के संयुक्त सचिव से भरतपुर (मुख्यमंत्री का गृह जिला) का कलेक्टर। पूर्व में दौसा कलेक्टर रह चुके हैं।
- हनुमान मल ढाका: रिश्वत मामले में दूदू कलेक्टर के पद से हटाए गए, अब विभागीय जांच निदेशक बनाए गए।
- रामावतार मीणा: झुंझुनूं कलेक्टर से विभागीय जांच निदेशक। झुंझुनूं कलेक्टर का पद खाली, SP का पद भी पहले से रिक्त।
नगर निगम आयुक्तों में बदलाव:
- रुक्मिणी रियार: जयपुर ग्रेटर नगर निगम आयुक्त से पर्यटन विभाग आयुक्त।
- गौरव सैनी: कौशल रोजगार आयुक्त से जयपुर ग्रेटर नगर निगम आयुक्त।
- अरुण हसीजा: जयपुर हेरिटेज नगर निगम आयुक्त से राजसमंद कलेक्टर।
यह प्रशासनिक फेरबदल राजस्थान सरकार की सुशासन और प्रशासनिक दक्षता को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। तबादलों में कई वरिष्ठ अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां दी गई हैं, जबकि कुछ को उनके पिछले प्रदर्शन या विवादों के आधार पर हटाया गया। झुंझुनूं जैसे जिले में कलेक्टर और SP के पद खाली होने से प्रशासनिक चुनौतियां बढ़ सकती हैं। यह फेरबदल राइजिंग राजस्थान जैसे बड़े आयोजनों के बाद सरकार की प्राथमिकताओं को भी दर्शाता है, जहां उद्योग, ऊर्जा, और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है।