कर्नल मानवेन्द्र सिंह की प्रेरणादायक अपील: पूर्व सैनिकों से नागरिक सुरक्षा में योगदान की पुकार
बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद कर्नल मानवेन्द्र सिंह जसोल ने सभी स्वस्थ पूर्व सैनिकों से नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक के रूप में सेवा देने की भावनात्मक अपील की है। उन्होंने स्वयं इस सेवा में शामिल होने की बात कही और पूर्व सैनिकों से जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में संपर्क करने का आग्रह किया।

कर्नल मानवेन्द्र सिंह की प्रेरणादायक अपील: पूर्व सैनिकों से नागरिक सुरक्षा में योगदान की पुकार
बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद और कर्नल मानवेन्द्र सिंह जसोल ने एक बार फिर अपनी देशभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी का परिचय देते हुए क्षेत्र के पूर्व सैनिकों से एक भावनात्मक और प्रेरणादायक अपील की है। उन्होंने बाड़मेर और जैसलमेर के सभी स्वस्थ पूर्व सैनिकों से आह्वान किया है कि वे नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक के रूप में अपनी धरती के प्रति कर्तव्य निभाएं और समाज की सेवा में अपना योगदान दें।
कर्नल जसोल ने अपनी अपील में कहा, "बाड़मेर व जैसलमेर के सभी स्वस्थ पूर्व सैनिकों से आग्रह है कि अब समय आ गया है अपनी धरती के प्रति कर्तव्य निभाने का—नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक के रूप में। मैं स्वयं इस सेवा में एक स्वयंसेवक के रूप में हूं। आप सभी से निवेदन है कि अपने-अपने जिले के जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में संपर्क कर अपनी योग्यतानुसार जानकारी दें। देश ने हमें पहले अवसर दिया था उसकी रक्षा का, अब सेवा का—आइए, फिर से अपना योगदान दें।"
अपील का महत्व
कर्नल मानवेन्द्र सिंह, जो भारतीय जनता पार्टी के नेता और टेरिटोरियल आर्मी के कर्नल हैं, ने यह अपील ऐसे समय में की है जब देश और समाज को अनुशासित, प्रशिक्षित और देशभक्त नागरिकों की आवश्यकता है। उनकी यह पहल न केवल पूर्व सैनिकों को एक नया मंच प्रदान करती है, बल्कि समाज में नागरिक सुरक्षा और सामुदायिक सेवा के प्रति जागरूकता भी बढ़ाती है। उनकी यह बात कि वे स्वयं एक स्वयंसेवक के रूप में इस कार्य में शामिल हैं, उनकी अपील को और प्रामाणिक और प्रेरणादायक बनाती है।
पूर्व सैनिकों की भूमिका
पूर्व सैनिक, जिन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा में अपनी जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा समर्पित किया, अनुशासन, नेतृत्व और संकट प्रबंधन में निपुण होते हैं। कर्नल जसोल की अपील इन पूर्व सैनिकों को समाज में एक नई भूमिका निभाने का अवसर देती है। नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक के रूप में, वे आपदा प्रबंधन, सामुदायिक सुरक्षा, और जागरूकता अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। यह न केवल उनके अनुभव का सम्मान है, बल्कि समाज के लिए उनकी सेवाओं को और व्यापक बनाने का एक प्रयास भी है।
कैसे करें संपर्क?
कर्नल जसोल ने स्पष्ट रूप से पूर्व सैनिकों से अपने-अपने जिले के जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में संपर्क करने का आग्रह किया है। ये कार्यालय भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण और पुनर्वास के लिए काम करते हैं और स्वयंसेवक के रूप में पंजीकरण के लिए आवश्यक जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
कर्नल मानवेन्द्र सिंह का परिचय
कर्नल मानवेन्द्र सिंह जसोल, जो 2004-2009 तक बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से रहे, एक सम्मानित राजनेता और सैन्य अधिकारी हैं। उनके पिता, जसवंत सिंह, भारत के पूर्व वित्त और रक्षा मंत्री थे। कर्नल जसोल ने पत्रकारिता में भी काम किया है और रक्षा व राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर उनकी गहरी समझ है। हाल ही में, एक व्यक्तिगत त्रासदी के बाद भी उन्होंने सामाजिक कार्यों में सक्रियता दिखाई है, जो उनकी दृढ़ता और समर्पण को दर्शाता है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
इस अपील ने न केवल पूर्व सैनिकों को प्रेरित किया है, बल्कि सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है। कर्नल जसोल की यह सक्रियता उनकी राजनीतिक वापसी के संकेत के रूप में भी देखी जा रही है। उनके समर्थकों ने इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया है, और बाड़मेर व जैसलमेर में उनके स्नेह मिलन कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ रही है।
निष्कर्ष
कर्नल मानवेन्द्र सिंह की यह अपील एक सैनिक की देशभक्ति और एक नेता की जिम्मेदारी का अनूठा संगम है। यह पूर्व सैनिकों के लिए न केवल एक अवसर है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा है कि हम सभी अपने स्तर पर देश और समुदाय की सेवा में योगदान दे सकते हैं। उनकी यह पुकार निश्चित रूप से बाड़मेर और जैसलमेर के पूर्व सैनिकों को एक नई दिशा देगी और नागरिक सुरक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को और मजबूत करेगी।