जोधपुर में नशे के सौदागरों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नाकाबंदी तोड़ भागे तस्कर, 29 किलो डोडा पोस्त के साथ दो गिरफ्तार

जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने बिलाड़ा के रावर फांटा पर नाकाबंदी के दौरान एक स्विफ्ट कार को रोका, जो डोडा पोस्त की तस्करी कर रही थी। नाकाबंदी तोड़कर भागने की कोशिश कर रहे दो तस्करों, अशोक उर्फ लादेन और लेखराज को 29.53 किलो अवैध डोडा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की, ताकि तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके। यह कार्रवाई मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान का हिस्सा है।

Aug 4, 2025 - 13:12
जोधपुर में नशे के सौदागरों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नाकाबंदी तोड़ भागे तस्कर, 29 किलो डोडा पोस्त के साथ दो गिरफ्तार

जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। बिलाड़ा क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान दो तस्करों को 29.53 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया गया। तस्करों ने पुलिस की नाकाबंदी तोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पीछा करने के बाद उन्हें धर दबोचा गया। यह कार्रवाई ग्रामीण पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस के नेतृत्व में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाना है।

घटना का विवरण 

जानकारी के अनुसार, जोधपुर ग्रामीण पुलिस की कापरड़ा थाना टीम ने रावर फांटा पर नाकाबंदी की थी। इस दौरान बिलाड़ा की ओर से आ रही एक स्विफ्ट कार को रुकने का इशारा किया गया। लेकिन कार चालक ने नाकाबंदी देखते ही गाड़ी को वापस मोड़कर भागने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत पीछा शुरू किया और रावर गांव में कार को रोक लिया। कार की तलाशी लेने पर उसमें से 29,530 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद हुआ, जो तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था।

 गिरफ्तार तस्करों की पहचान

पुलिस ने कार में सवार दो तस्करों को हिरासत में लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अशोक उर्फ लादेन पुत्र मांगीलाल विश्नोई, निवासी रावण की ढाणी, कापरड़ा और लेखराज पुत्र जोगाराम विश्नोई, निवासी लांबा, पुलिस थाना बिलाड़ा के रूप में हुई। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस की कार्रवाई और पूछताछ 

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस का विशेष अभियान लगातार जारी है। इस अभियान के तहत नाकाबंदी और गुप्त सूचनाओं के आधार पर तस्करों पर नकेल कसी जा रही है। गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है ताकि उनके नेटवर्क और डोडा पोस्त की आपूर्ति के स्रोत का पता लगाया जा सके। पुलिस को संदेह है कि यह तस्कर किसी बड़े तस्करी रैकेट का हिस्सा हो सकते हैं, जो जोधपुर और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है।

 तस्करी का गढ़ बन रहा राजस्थान

हाल के वर्षों में राजस्थान, विशेष रूप से जोधपुर, अवैध मादक पदार्थों जैसे डोडा पोस्त और अफीम की तस्करी का केंद्र बनता जा रहा है। पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की लगातार कार्रवाइयों के बावजूद तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं। इस मामले में भी तस्करों ने स्विफ्ट कार का इस्तेमाल कर डोडा पोस्त को छिपाने की कोशिश की थी।

पुलिस की सख्ती और भविष्य की रणनीति

जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए अपनी रणनीति को और सख्त करने का फैसला किया है। नाकाबंदी, गुप्त सूचनाओं का संकलन और तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। पुलिस अधीक्षक ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित किसी भी जानकारी को पुलिस के साथ साझा करें, ताकि इस समस्या को जड़ से खत्म किया जा सके।

 यह कार्रवाई जोधपुर ग्रामीण पुलिस की सक्रियता और मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की सफलता का एक और उदाहरण है। 29.53 किलोग्राम डोडा पोस्त की बरामदगी और दो तस्करों की गिरफ्तारी से तस्करी के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार हुआ है। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि तस्करी के पीछे के बड़े चेहरों को बेनकाब किया जा सके।

 इस तरह की कार्रवाइयां न केवल तस्करों के हौसले पस्त करती हैं, बल्कि समाज को नशे के दुष्प्रभाव से बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जोधपुर पुलिस की यह मुहिम निश्चित रूप से क्षेत्र में नशे के कारोबार पर लगाम लगाने में सहायक सिद्ध होगी।