जोधपुर में ब्रांडेड कपड़ों की नकली दुनिया का भंडाफोड़ !

जोधपुर के घंटाघर इलाके में आईपीएस हेमंत कलाल के नेतृत्व में पुलिस ने कॉपीराइट एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई की। 8 गोदामों पर छापेमारी कर नकली ब्रांडेड कपड़े जब्त किए गए, जिन पर नाइकी, एडिडास जैसे मशहूर ब्रांडों के फर्जी लेबल लगाए जा रहे थे। यह कारोबार स्थानीय और ऑनलाइन बाजारों में चल रहा था। कुछ संदिग्ध हिरासत में हैं, और जांच जारी है।

Jun 28, 2025 - 14:49
जोधपुर में ब्रांडेड कपड़ों की नकली दुनिया का भंडाफोड़ !

जोधपुर, 28 जून 2025: राजस्थान की ब्लू सिटी जोधपुर में आज एक सनसनीखेज खुलासे ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। जोधपुर रेंज के तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी हेमंत कलाल ने घंटाघर इलाके में नकली ब्रांडेड कपड़ों के अवैध कारोबार पर करारा प्रहार किया है। कॉपीराइट एक्ट के तहत की गई इस कार्रवाई में 8 गोदामों पर छापेमारी की गई, जहां नामी ब्रांडों के फर्जी लेबल लगाकर कपड़े बेचे जा रहे थे। यह कार्रवाई न केवल जोधपुर पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है, बल्कि नकली सामान के काले कारोबार के खिलाफ एक बड़ा कदम भी है।

जोधपुर पुलिस को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि घंटाघर इलाके में कुछ गोदामों में नकली ब्रांडेड कपड़ों का कारोबार जोरों पर चल रहा है। इन गोदामों में मशहूर ब्रांडों जैसे नाइकी, एडिडास, गुच्ची, और अन्य अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लेबल लगाकर सस्ते कपड़ों को ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा था। इस गोरखधंधे की शिकायत मिलने के बाद आईपीएस हेमंत कलाल ने अपनी विशेष टीम 'साइक्लोनर' के साथ मिलकर एक गुप्त ऑपरेशन शुरू किया।

शनिवार सुबह तड़के पुलिस ने घंटाघर और आसपास के इलाकों में एक साथ 8 गोदामों पर छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में नकली कपड़े, फर्जी लेबल, और पैकेजिंग सामग्री बरामद की गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन गोदामों से लाखों रुपये की कीमत के कपड़े जब्त किए गए हैं, जिनमें नकली टी-शर्ट, जींस, जैकेट, और अन्य परिधान शामिल हैं।

कॉपीराइट एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई

यह कार्रवाई कॉपीराइट एक्ट, 1957 की धाराओं के तहत की गई, जो बौद्धिक संपदा के उल्लंघन को गंभीर अपराध मानता है। नकली लेबल लगाकर ब्रांडेड कपड़े बेचना न केवल ब्रांड की साख को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी भी है। इस ऑपरेशन में शामिल कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, और पुलिस उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि और नेटवर्क की जांच कर रही है। 

नकली कारोबार का काला सच

जांच में सामने आया कि यह गोरखधंधा लंबे समय से चल रहा था। सस्ते कपड़ों पर मशहूर ब्रांडों के लेबल लगाकर इन्हें स्थानीय बाजारों के साथ-साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी बेचा जा रहा था। इन नकली कपड़ों की कीमत असली ब्रांडेड कपड़ों की तुलना में काफी कम थी, जिससे आम ग्राहक आसानी से इस धोखे का शिकार हो रहे थे। इस कारोबार का नेटवर्क न केवल जोधपुर तक सीमित था, बल्कि अन्य शहरों और राज्यों तक भी फैला हुआ था।

जनता में हड़कंप, व्यापारियों में खौफ

घंटाघर इलाके में हुई इस कार्रवाई से स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। कई छोटे-बड़े दुकानदार जो अनजाने में इन नकली कपड़ों को बेच रहे थे, अब पुलिस की रडार पर हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि नकली सामान बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही, आम जनता से अपील की गई है कि वे ब्रांडेड कपड़े खरीदते समय विश्वसनीय दुकानों और अधिकृत विक्रेताओं से ही खरीदारी करें।

जोधपुर पुलिस की साइक्लोनर टीम का दबदबा

आईपीएस हेमंत कलाल और उनकी साइक्लोनर टीम एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इससे पहले भी यह टीम कई बड़े अपराधियों और तस्करों को पकड़ने में कामयाब रही है। हाल ही में एक लाख रुपये के इनामी तस्कर हनुमान को पकड़ने की कार्रवाई ने भी खूब चर्चा बटोरी थी। इस बार नकली ब्रांडेड कपड़ों के कारोबार पर नकेल कसने की यह कार्रवाई जोधपुर पुलिस की मुस्तैदी को दर्शाती है।

आम जनता के लिए सलाह

पुलिस ने उपभोक्ताओं को सलाह दी है कि वे कपड़े खरीदते समय लेबल की प्रामाणिकता की जांच करें और संदिग्ध दुकानों से खरीदारी करने से बचें। साथ ही, अगर किसी को नकली सामान बेचने की जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें,

जोधपुर के घंटाघर इलाके में नकली ब्रांडेड कपड़ों के खिलाफ आईपीएस हेमंत कलाल की इस कार्रवाई ने न केवल अवैध कारोबार को बड़ा झटका दिया है, बल्कि उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह कार्रवाई जोधपुर पुलिस की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का एक और उदाहरण है। जांच अभी जारी है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।