जोधपुर में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हिंसक हमला: 12 से अधिक कर्मचारी घायल, जेसीबी और कार में तोड़फोड़

जोधपुर में उम्मेद सागर बांध के पास अतिक्रमण हटाने गई नगर निगम और पुलिस टीम पर भीड़ ने पथराव किया, जिसमें 12 से अधिक कर्मचारी घायल हुए, दो की हालत गंभीर है। हमलावरों ने 4 जेसीबी और एक कार में तोड़फोड़ की। पुलिस ने स्थिति नियंत्रित कर कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया। अतिक्रमण हटाने का अभियान जल संरक्षण के लिए चलाया जा रहा था।

Jun 9, 2025 - 12:48
जोधपुर में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हिंसक हमला: 12 से अधिक कर्मचारी घायल, जेसीबी और कार में तोड़फोड़

जोधपुर, राजस्थान में सोमवार, 9 जून 2025 को उम्मेद सागर बांध के कैचमेंट क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम पर स्थानीय लोगों ने हिंसक हमला कर दिया। इस घटना में 12 से अधिक पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हो गए, जिनमें से दो लोगों को सिर में गंभीर चोटें आईं। हमलावरों ने चार जेसीबी मशीनों और एक कार में भी तोड़फोड़ की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस और कर्मचारियों को अपनी जान बचाने के लिए मौके से भागना पड़ा।

घटना का विवरण

यह घटना जोधपुर के उम्मेद सागर बांध क्षेत्र में हुई, जहां ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण अभियान के तहत अवैध कब्जों को हटाने के लिए नगर निगम और पुलिस की टीम पहुंची थी। इस अभियान का उद्देश्य बांध के कैचमेंट क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कर जल संरक्षण को बढ़ावा देना था। अधिकारियों के अनुसार, अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया।

टीम जैसे ही जेसीबी मशीनों के साथ अतिक्रमण हटाने लगी, भीड़ ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। पत्थरबाजी इतनी तीव्र थी कि कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। हमले में चार जेसीबी मशीनों के शीशे तोड़ दिए गए और एक कार को भी नुकसान पहुंचाया गया। घायल कर्मचारियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस की कार्रवाई और स्थिति पर नियंत्रण

पथराव की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया। जोधपुर पुलिस आयुक्त के निर्देशन में पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है, और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है। कुछ उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया गया है।

अधिकारियों का बयान

नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण हटाने का अभियान सार्वजनिक हित में चलाया जा रहा है, ताकि बांध के जल संग्रहण क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अतिक्रमणकारियों को कई बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन विरोध के बावजूद अभियान जारी रहेगा। पुलिस आयुक्त ने भी इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

स्थानीय लोगों का पक्ष

कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई बिना पर्याप्त सूचना के की गई, जिससे उनका गुस्सा भड़क गया। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि सभी नियमों का पालन किया गया और नोटिस पहले ही जारी किए गए थे।

आगे की कार्रवाई

इस घटना के बाद प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है। अतिक्रमण हटाने का अभियान फिलहाल रोक दिया गया है, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इसे जल्द ही दोबारा शुरू किया जाएगा। जोधपुर प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और कानून का पालन करने की अपील की है।

यह घटना जोधपुर में अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान में आई चुनौतियों को दर्शाती है। प्रशासन का कहना है कि जल संरक्षण और सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा के लिए ऐसी कार्रवाइयां जरूरी हैं, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध ने इस प्रक्रिया को जटिल बना दिया है।