19 वर्षीय सविता की 25 दिन की जंग हारी,गलत इंजेक्शन बना मौत का कारण
9 वर्षीय सविता की झोलाछाप डॉक्टर अशोक के गलत इंजेक्शन से तबीयत बिगड़ने के बाद 25 दिन की जंग के बाद जयपुर में मृत्यु हो गई। परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

राजस्थान के भरतपुर जिले के मुररका बयाना में एक दुखद घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। 19 वर्षीय सविता, जो पढ़ाई के लिए अपने ननिहाल उच्चैन के जुगला पट्टी में रह रही थी, की गलत इंजेक्शन के कारण तबीयत बिगड़ने के बाद 25 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आज सुबह जयपुर में निधन हो गया। इस घटना ने एक बार फिर झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही और बिना लाइसेंस के इलाज करने की खतरनाक प्रथा पर सवाल उठाए हैं।
सविता, जो उच्चैन में अपने ननिहाल डलीराम के यहां रहकर पढ़ाई कर रही थी, को कुछ दिन पहले बुखार की शिकायत हुई। परिजनों ने उसे स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर अशोक के पास ले गए। बताया जाता है कि सविता और उनके परिजनों ने डॉक्टर से इंजेक्शन न लगाने का अनुरोध किया था, लेकिन डॉक्टर अशोक ने उनकी बात को अनसुना कर इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगते ही सविता की हालत बिगड़ गई और वह गंभीर रूप से बीमार हो गई।
जयपुर में उपचार के बावजूद नहीं बची जान
सविता की हालत बिगड़ते देख परिजन उसे तुरंत जयपुर के एक अस्पताल ले गए, जहां उसे गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने 25 दिनों तक उसकी जान बचाने की कोशिश की, लेकिन सविता की हालत में सुधार नहीं हुआ। आज सुबह 8 बजे, इलाज के दौरान सविता ने दम तोड़ दिया। इस घटना ने परिजनों और स्थानीय समुदाय में गहरा शोक और आक्रोश पैदा कर दिया है।
झोलाछाप डॉक्टरों का बेखौफ रवैया
यह घटना पहली बार नहीं है जब झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही ने किसी की जान ली हो। भरतपुर और आसपास के क्षेत्रों में कई ऐसे लोग बिना मेडिकल डिग्री या लाइसेंस के क्लिनिक चला रहे हैं और मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस मामले में भी डॉक्टर अशोक पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप है, जिसके कारण सविता की जान चली गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण ऐसे झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी डर के काम कर रहे हैं।
परिजनों का गुस्सा, प्रशासन पर सवाल
सविता की मौत के बाद उसके परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। परिजनों ने डॉक्टर अशोक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय पर सही इलाज मिला होता, तो सविता की जान बच सकती थी। इस घटना ने स्थानीय स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक बिना योग्यता वाले लोग इस तरह लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते रहेंगे?
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
इस मामले में अभी तक डॉक्टर अशोक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की खबर नहीं है। स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग से इस मामले की गहन जांच और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। सविता के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में जांच शुरू होगी।