जयपुर में दिल दहलाने वाला हादसा: खाटू श्याम दर्शन को निकला परिवार हादसे का शिकार, मां और दो बेटों की दर्दनाक मौत
जयपुर मनोहरपुर हाईवे पर एक भीषण सड़क हादसे में खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए जा रहे परिवार की स्विफ्ट कार को बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी। ट्रक का टायर फटने से हुई टक्कर में विद्या देवी (29), उनके बेटे सात्विक (4) और रिश्तेदार रणजीत की मौके पर मौत हो गई। घायलों को निम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य किया, लेकिन ट्रक चालक फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। यह हादसा सड़क सुरक्षा और ट्रांसपोर्ट सिस्टम की खामियों को उजागर करता है।

जयपुर के मनोहरपुर-दौसा हाईवे पर बुधवार एक हृदय विदारक हादसे ने एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए स्विफ्ट कार में सवार होकर जा रहा एक परिवार उस वक्त हादसे का शिकार हो गया, जब सामने से आ रहे एक ट्रक का टायर अचानक फट गया। बेकाबू ट्रक सड़क पर घसीटता हुआ कार से जा टकराया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार लोग बुरी तरह फंस गए। इस भीषण हादसे में राहुल की पत्नी विद्या देवी (29), उनके चार साल के बेटे सात्विक उर्फ कान्हा और एक अन्य रिश्तेदार रणजीत की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की खबर ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया।
हादसा जयपुर ग्रामीण के रायसर थाना क्षेत्र में हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि टायर फटने के बाद चालक इसे नियंत्रित नहीं कर सका। ट्रक ने सामने से आ रही स्विफ्ट कार को जोरदार टक्कर मारी, जिससे कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। कार में सवार परिवार के सदस्यों को बाहर निकालना एक चुनौती बन गया। स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने तुरंत मदद शुरू की और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला।
घायलों को तत्काल निम्स हॉस्पिटल, जयपुर में भर्ती कराया गया, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए इलाज शुरू किया गया। हालांकि, विद्या देवी, सात्विक और रणजीत ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार, घायलों की हालत बेहद नाजुक थी और गंभीर चोटों के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने बताया कि हादसे में कार में सवार अन्य सदस्यों को भी गंभीर चोटें आई हैं, जिनका इलाज अभी भी जारी है।
जयपुर ग्रामीण के एडिशनल एसपी (ट्रैफिक) नारायण लाल तिवाड़ी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रक का दाहिना टायर फटने से वह अनियंत्रित हो गया और सामने से आ रही कार से टकरा गया। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। रायसर थाने में ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और हादसे की गहन जांच की जा रही है। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और टायर फटने के कारणों की भी पड़ताल की जा रही है।
यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और ट्रांसपोर्ट सिस्टम की खामियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। दौसा-मनोहरपुर हाईवे पर आए दिन होने वाले हादसों ने स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों के बीच दहशत पैदा कर दी है। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 13 महीनों में इस हाईवे पर 170 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 39 लोगों की जान जा चुकी है और 163 लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि टू-लेन हाईवे पर ओवरटेकिंग और तेज रफ्तार वाहनों के कारण हादसे आम हो गए हैं। लंबे समय से इस हाईवे को फोर-लेन करने की मांग उठ रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु हर साल आते हैं। यह परिवार भी अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ बाबा श्याम के दरबार में हाजिरी लगाने जा रहा था, लेकिन उनकी यह यात्रा अधूरी रह गई। हादसे की खबर सुनकर परिवार के रिश्तेदार और पड़ोसी सदमे में हैं। एक रिश्तेदार ने बताया कि विद्या और सात्विक बेहद खुशमिजाज थे और हर साल खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए जाते थे। इस बार भी वे उत्साह के साथ निकले थे, लेकिन किसे पता था कि यह उनकी आखिरी यात्रा होगी।
यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि यह समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी भी है। सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके। क्या एक टायर का फटना इतनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकता है? क्या तेज रफ्तार और लापरवाही को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियमों की जरूरत नहीं है? ये सवाल अब हर उस व्यक्ति के मन में हैं, जो इस हादसे की खबर सुनकर सिहर उठा है।