स्पा में काम करने वाली पूजा से अजीत बनकर मुस्ताक ने की दोस्ती, फिर मुस्ताक उसके पिता और भाई ने की तालिबानी क्रूरता

गुरुग्राम की ब्यूटीशियन पूजा मंडल की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा। लिव-इन पार्टनर मुश्ताक अहमद, उसके पिता अली अहमद और भाई सद्दाम हुसैन गिरफ्तार। पूजा की हत्या तालिबानी स्टाइल में की गई, शव को क्षत-विक्षत कर नहर के पास फेंका गया। मुश्ताक ने शादी का झांसा देकर पूजा को धोखा दिया, और उसकी दूसरी शादी की सच्चाई सामने आने पर हत्या की साजिश रची। पुलिस जांच जारी, पूजा का सिर अभी तक बरामद नहीं।

Jul 15, 2025 - 11:45
स्पा में काम करने वाली पूजा से अजीत बनकर मुस्ताक ने की दोस्ती, फिर मुस्ताक उसके पिता और भाई ने की तालिबानी क्रूरता

गुरुग्राम की ब्यूटीशियन पूजा मर्डर केस: एक प्रेम कहानी का खौफनाक अंत

एक ऐसी कहानी जो प्यार की शुरुआत से शुरू हुई, लेकिन इसका अंत खून और विश्वासघात के साथ हुआ। यह कहानी है पूजा मंडल की, स्पा सेंटर में काम करने वाली एक ब्यूटीशियन, जिसकी जिंदगी ने सपनों और धोखे के बीच एक दर्दनाक मोड़ लिया। गुरुग्राम पुलिस ने इस सनसनीखेज मर्डर केस में बड़ा खुलासा करते हुए पूजा के लिव-इन पार्टनर मुश्ताक अहमद के पिता अली अहमद और भाई सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार किया है। दोनों ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने पूजा की हत्या को तालिबानी स्टाइल में अंजाम दिया। लेकिन इस कहानी के पीछे छिपा है विश्वास, प्यार और धोखे का एक जटिल जाल।

मुलाकात: प्यार की शुरुआत

साल 2022, रुद्रपुर रोडवेज बस में एक सामान्य यात्रा ने पूजा और मुश्ताक की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया। पूजा, उत्तराखंड की रहने वाली एक मेहनती ब्यूटीशियन थीं, जो गुरुग्राम के एक स्पा सेंटर में काम करती थीं। मुश्ताक, जो टैक्सी ड्राइवर था, ने खुद को अजीत के रूप में पेश किया। दोनों की बातचीत शुरू हुई, और उत्तराखंड की साझा जड़ों ने उनकी दोस्ती को जल्दी ही प्यार में बदल दिया। पूजा की सादगी और मेहनत ने मुश्ताक को आकर्षित किया, जबकि मुश्ताक की बातों और झूठे वादों ने पूजा का दिल जीत लिया।2022 में पूजा की मां की बीमारी ने दोनों को और करीब ला दिया। पूजा अपनी मां से मिलने उत्तराखंड जाने के लिए मुश्ताक की टैक्सी लेती थी। इन यात्राओं के दौरान उनकी नजदीकियां बढ़ीं, और जल्द ही दोनों गुरुग्राम में लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे। मुश्ताक ने पूजा को शादी का झांसा दिया, जिससे पूजा का भरोसा और गहरा हो गया। लेकिन यह रिश्ता एक खतरनाक साजिश की नींव बनने वाला था।

सच्चाई का खुलासा और विश्वासघात

अक्टूबर 2024 में पूजा को एक चौंकाने वाली सच्चाई का पता चला। मुश्ताक ने न केवल अपना असली नाम छिपाया था, बल्कि उसने उत्तराखंड में दूसरी शादी भी कर ली थी। यह खबर पूजा के लिए किसी बड़े धोखे से कम नहीं थी। गुस्से और दुख में डूबी पूजा ने मुश्ताक से जवाब मांगने के लिए उत्तराखंड का रुख किया। वह सितारगंज में मुश्ताक के घर पहुंची, जहां उसका सामना मुश्ताक के परिवार से हुआ। इस मुलाकात ने कहानी को और जटिल कर दिया।मुश्ताक के परिवार ने पूजा को अपमानित किया और उसे घर से निकाल दिया। इस बीच, मुश्ताक और पूजा के बीच तीखी बहस हुई। पूजा की जिद और सवालों ने मुश्ताक को असहज कर दिया। वह नहीं चाहता था कि उसकी दूसरी शादी और धोखे की पोल खुले। यहीं से कहानी ने एक खौफनाक मोड़ लिया।

हत्या की साजिश और तालिबानी क्रूरता

16 नवंबर 2024 की रात, मुश्ताक ने पूजा को घुमाने के बहाने उत्तराखंड के नदन्ना नहर के पास ले गया। यह जगह सुनसान थी, और मुश्ताक के इरादे खतरनाक। वहां, मुश्ताक ने पूजा पर चाकू से हमला किया और उसकी हत्या कर दी। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। मुश्ताक के पिता अली अहमद और भाई सद्दाम हुसैन ने इस हत्या में उसका साथ दिया। पुलिस के अनुसार, दोनों ने पूजा के शव को क्षत-विक्षत किया और उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। शव को बेडशीट में लपेटकर नहर के पास छिपा दिया गया, ताकि सबूत मिटाए जा सकें। पूजा का धड़ उत्तराखंड-नेपाल सीमा पर एक नाले में मिला, लेकिन उसका सिर आज तक नहीं मिल सका। पुलिस ने कई दिनों तक उत्तराखंड की जल पुलिस के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इस क्रूरता ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।

पुलिस की जांच और गिरफ्तारी

पूजा के भाई ने नवंबर 2024 में गुरुग्राम के सेक्टर-5 थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की। पुलिस ने जांच शुरू की और जल्द ही मुश्ताक पर शक गहराया। मुश्ताक, जो हत्या के बाद कर्नाटक के मंगलूरू भाग गया था, वहां एक पंक्चर की दुकान चला रहा था। उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था, ताकि पुलिस उसका पता न लगा सके। लेकिन गुरुग्राम पुलिस ने उसके परिवार पर दबाव बनाया, और आखिरकार उसे उत्तराखंड बुलाकर 30 जनवरी 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया।मुश्ताक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे सख्त पूछताछ की, जिसमें उसने अपने पिता अली अहमद और भाई सद्दाम हुसैन की संलिप्तता का खुलासा किया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया, और पूछताछ में उन्होंने हत्या की साजिश में अपनी भूमिका स्वीकार की। पुलिस के अनुसार, यह हत्या मुश्ताक की दूसरी शादी को छिपाने और पूजा के सवालों से छुटकारा पाने की साजिश थी।

समाज में हलचल और सवाल

इस मामले ने न केवल गुरुग्राम और उत्तराखंड में हलचल मचा दी, बल्कि कई सवाल भी खड़े किए। एक युवती का प्यार में विश्वास करना और फिर उसका इतना क्रूर अंत समाज के लिए एक चेतावनी है। पूजा के परिवार ने मुश्ताक और उसके परिवार के खिलाफ सख्त सजा की मांग की है। स्थानीय लोगों और पूजा के परिजनों ने इस हत्या को "लव जिहाद" का मामला बताते हुए फांसी की सजा की मांग की है।गुरुग्राम पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पूजा का सिर बरामद करना अभी भी एक चुनौती बना हुआ है। इस बीच, यह मामला समाज में विश्वास, रिश्तों और छल की एक दुखद कहानी बनकर सामने आया है।

पूजा मंडल की कहानी एक ऐसी त्रासदी है, जो हमें रिश्तों में सावधानी और सच्चाई की अहमियत सिखाती है। एक साधारण सी ब्यूटीशियन, जिसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत की, लेकिन एक धोखेबाज प्रेमी और उसके परिवार की साजिश ने उसकी जिंदगी को हमेशा के लिए खत्म कर दिया। अब यह मामला अदालत में है, और पूजा के लिए इंसाफ की उम्मीद बाकी है। 

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ