गुरु पूर्णिमा 2025: ज्ञान के दीपक को नमन, संस्कृत श्लोकों के साथ शुभकामनाएं
गुरु पूर्णिमा 2025, 10 जुलाई को मनाई जाएगी, जब लोग अपने गुरुओं को संस्कृत श्लोकों और शुभकामनाओं के साथ सम्मान देंगे। यह पर्व ज्ञान और मार्गदर्शन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है।

भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है। यह पवित्र पर्व हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो इस बार 10 जुलाई 2025, बुधवार को होगा। यह दिन उन गुरुओं को समर्पित है, जो हमें ज्ञान, संस्कार और जीवन की सही दिशा प्रदान करते हैं। इस शुभ अवसर पर लोग अपने आध्यात्मिक, शैक्षिक और जीवन के मार्गदर्शकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। सोशल मीडिया पर भी शुभकामना संदेश, श्लोक और छवियों के माध्यम से गुरुओं के प्रति आभार प्रकट किया जाता है।
यदि आप इस गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरु को संस्कृत में संदेश भेजना चाहते हैं, तो यहां दो सुंदर श्लोक दिए गए हैं, जिन्हें आप साझा कर सकते हैं:
- श्लोक:
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः॥
अर्थ: गुरु ही ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं। वे साक्षात परमब्रह्म हैं। ऐसे गुरु को मेरा प्रणाम। - श्लोक:
अज्ञानतिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जनशलाकया।
चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्रीगुरवे नमः॥
अर्थ: गुरु ने अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञानरूपी नेत्र खोले। ऐसे गुरु को मेरा सादर नमन।
इन श्लोकों के साथ आप अपने गुरु को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं दे सकते हैं। यह पर्व हमें याद दिलाता है कि गुरु के बिना जीवन का मार्ग अधूरा है। आइए, इस अवसर पर अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें और उनके आशीर्वाद से जीवन को और समृद्ध बनाएं।
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं!