बजरी माफिया का तांडव: ग्रामीणों पर कैंपर चढ़ाया, 12 घायल, 5 गंभीर; गिरफ्तारी की मांग, तनाव चरम पर

अवैध बजरी खनन विवाद हिंसक हुआ, 6 से अधिक ग्रामीण घायल, 5 गंभीर को अस्पताल रेफर।

Jul 8, 2025 - 11:59
बजरी माफिया का तांडव: ग्रामीणों पर कैंपर चढ़ाया, 12 घायल, 5 गंभीर; गिरफ्तारी की मांग, तनाव चरम पर

राजस्थान के नागौर जिले के रियांबड़ी क्षेत्र में अवैध बजरी खनन को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद सोमवार, 7 जुलाई की शाम को खूनी संघर्ष में बदल गया। ग्रामीणों द्वारा बजरी से भरे एक डम्पर को रोकने की कोशिश के बाद लीजधारकों और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें 6 से ज्यादा ग्रामीण घायल हो गए। इनमें से 5 की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें अजमेर रेफर किया गया है।

पुलिस के अनुसार, यह घटना सोमवार शाम करीब 7 बजे रियांबड़ी के रोहिशा रोड पर आड़ा मार्ग चौराहे के पास हुई। ग्रामीणों ने बजरी से भरे एक डम्पर को रोक लिया, जिसके बाद लीजधारकों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि बजरी माफियाओं ने उन पर कैंपर चढ़ाने की कोशिश की, जिससे 12 लोग घायल हुए। हालांकि, रियांबड़ी एसडीएम सुरेश केएम ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कोई कैंपर नहीं चढ़ाई गई, बल्कि दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई, जिसके चलते लोग घायल हुए।

घायलों में सुनील (22) पुत्र जगदीशराम, मोतीराम (40) पुत्र देवाराम, रामलाल (43), नोरतराम (50) पुत्र पुखराज, और पांचाराम (60) पुत्र मूलाराम को गंभीर हालत में अजमेर रेफर किया गया है। वहीं, जगदीश (35) पुत्र सुगनाराम का इलाज रियांबड़ी में चल रहा है।

ग्रामीणों का आक्रोश और प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण रियांबड़ी अस्पताल पहुंचे और लीज बंद करने तथा हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। रात 12 बजे तक पुलिस, प्रशासन और ग्रामीणों के बीच करणी माता मंदिर के पास बातचीत का दौर चला। तहसीलदार ने 21 जुलाई तक बजरी खनन पर रोक का नोटिस मौके पर चस्पा कर दिया। साथ ही, रियांबड़ी और सुरियास की लीज को अस्थायी रूप से बंद करने पर सहमति बनी।

रियांबड़ी SHO भारमल ने बताया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए हैं। ग्रामीणों ने दो FIR दर्ज की हैं, जिसमें उन्होंने हमले को सुनियोजित और बजरी माफियाओं द्वारा किया गया बताया है। दूसरी ओर, लीजधारकों ने ग्रामीणों पर उनके वाहनों में तोड़फोड़ और नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।

सांसद हनुमान बेनीवाल का प्रशासन पर हमला

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताते हुए पुलिस-प्रशासन को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "बजरी माफियाओं का तांडव जारी है और पुलिस-प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। ग्रामीणों की जान जोखिम में है और कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है।"

वीडियो सबूत और विवाद

घटना के बाद कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें कथित तौर पर कैंपर से ग्रामीणों को कुचलने की कोशिश दिख रही है। इन वीडियो ने विवाद को और हवा दी है। ग्रामीणों ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे दोबारा आंदोलन शुरू करेंगे।

प्रशासन की सतर्कता

प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया है और स्थिति को नियंत्रण में बताया है। हालांकि, ग्रामीणों में आक्रोश बरकरार है और आने वाले दिनों में तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। रियांबड़ी में बजरी खनन का मुद्दा लंबे समय से विवाद का केंद्र रहा है, और इस घटना ने प्रशासन के लिए चुनौतियां और बढ़ा दी हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .