प्रेम विवाह पर पिता का गुस्सा: जीवित बेटी को मृत घोषित कर आयोजित किया मृत्यु भोज

भैरूलाल जोशी ने अपनी बेटी पूजा के प्रेम विवाह के बाद उसे “मृत” घोषित कर शोक पत्रिका छपवाई और मृत्यु भोज आयोजित किया, जिसने सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों पर सवाल उठाए।

Aug 12, 2025 - 13:20
प्रेम विवाह पर पिता का गुस्सा: जीवित बेटी को मृत घोषित कर आयोजित किया मृत्यु भोज

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के सरेरी गांव से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक पिता ने अपनी जीवित बेटी को मृत घोषित कर शोक पत्रिका छपवाई और मृत्यु भोज का आयोजन किया। यह कदम पिता ने अपनी बेटी के प्रेम विवाह और परिवार के खिलाफ खतरे के आरोप लगाने के बाद उठाया। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों पर भी कई सवाल खड़े किए हैं।

शादी के तीन महीने बाद बदला रिश्तों का रंग

आसींद उपखंड के सरेरी गांव के निवासी भैरूलाल जोशी ने अपनी बेटी पूजा की शादी अप्रैल 2025 में बड़े धूमधाम से गांव के ही संजय तिवारी के साथ की थी। रिश्तेदारों के अनुसार, इस शादी में लाखों रुपये खर्च किए गए थे। लेकिन शादी के महज तीन महीने बाद ही पूजा ने अपने पति के रिश्तेदार सूरज तिवारी के साथ प्रेम विवाह कर लिया। यह खबर भैरूलाल और उनके परिवार के लिए किसी सदमे से कम नहीं थी।

29 जुलाई 2025 को पूजा अपने घर से माणिक्य लाल वर्मा कॉलेज, भीलवाड़ा में परीक्षा देने के लिए निकली थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, दोस्तों और रिश्तेदारों से पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार, भैरूलाल ने 30 जुलाई को स्थानीय पुलिस थाने में पूजा के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने खोजा, बेटी ने लगाए गंभीर आरोप

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूजा का पता लगाया। जांच में पता चला कि पूजा ने अपनी मर्जी से सूरज तिवारी के साथ शादी कर ली थी। हेड कांस्टेबल श्रवण कुमार ने बताया कि पुलिस ने भैरूलाल को इसकी सूचना दी और पूजा को 4 अगस्त को पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में पेश करने की जानकारी दी। इस दौरान पूजा ने न केवल अपनी शादी की पुष्टि की, बल्कि अपने परिवार से जान का खतरा होने का गंभीर आरोप भी लगाया।

पिता का दर्द: “वह हमारे लिए मर चुकी है”

पूजा के इन बयानों ने भैरूलाल जोशी को गहरे सदमे में डाल दिया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जब मेरी बेटी थाने आई और उसने हमारे खिलाफ बयान दिए, तो मुझे बहुत दुख हुआ। मैंने उसे परिवार के लिए मृत मान लिया।” इस दर्द को व्यक्त करने के लिए भैरूलाल ने एक अभूतपूर्व कदम उठाया। उन्होंने पूजा के नाम पर शोक पत्रिका छपवाई, जिसमें लिखा गया, “अत्यंत दुख के साथ सूचित किया जाता है कि भैरूलाल जोशी की सुपुत्री पूजा बाई का विवाह 25 अप्रैल 2025 को हुआ था, जो 29 जुलाई 2025 को परिवार के लिए स्वर्गवास हो गई।” इसके साथ ही, उन्होंने 10 अगस्त को मृत्यु भोज और 12 दिनों की शोक सभा का आयोजन किया।

10 अगस्त को आयोजित मृत्यु भोज और शोक सभा में स्थानीय ग्रामीणों और रिश्तेदारों की भीड़ उमड़ी। शोक पत्रिका में पूजा की शादी की तारीख और उसके “निधन” की तारीख (29 जुलाई 2025) का उल्लेख था। इस अनोखे आयोजन ने गांव में तरह-तरह की चर्चाएं छेड़ दीं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .