फर्जी स्कॉर्पियो सौदे का भंडाफोड़: ठग गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार, सैकड़ों लोग बने शिकार

राजस्थान पुलिस ने स्कॉर्पियो ठगी कांड में प्रिंस सैनी, दिनेश बागड़ी और ममता भाटी सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो फर्जी गाड़ी सौदों के जरिए सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये ठग रहे थे। जांच जारी है और पुलिस ने जनता से सतर्क रहने की अपील की है।

Sep 21, 2025 - 15:17
फर्जी स्कॉर्पियो सौदे का भंडाफोड़: ठग गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार, सैकड़ों लोग बने शिकार

राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने एक बड़े स्कॉर्पियो ठगी कांड का खुलासा करते हुए चार प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें प्रिंस सैनी उर्फ बंसीलाल देवड़ा, दिनेश बागड़ी, ममता भाटी और एक अन्य संदिग्ध शामिल हैं। यह गिरोह स्कॉर्पियो गाड़ियों की फर्जी खरीद-बिक्री के नाम पर सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने में संलिप्त था।

संगठित गिरोह का जाल

एसओजी के अनुसार, यह गिरोह संगठित तरीके से काम करता था और लोगों को स्कॉर्पियो गाड़ियों के आकर्षक सौदों का लालच देकर ठगी का शिकार बनाता था। आरोपी फर्जी दस्तावेजों और भ्रामक वादों के जरिए भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। पीड़ितों से लाखों रुपये वसूलने के बाद, न तो गाड़ियां दी जाती थीं और न ही पैसे वापस किए जाते थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस गिरोह ने राजस्थान के विभिन्न जिलों में कई लोगों को अपना निशाना बनाया।

प्रिंस सैनी: ठगी का मास्टरमाइंड

गिरोह का सरगना प्रिंस सैनी, जो बंसीलाल देवड़ा के नाम से भी जाना जाता है, जोधपुर जिले के भोपालगढ़ क्षेत्र के रुढ़िया नाडा गांव का निवासी है। एसओजी ने उसे जयपुर से हिरासत में लिया। जांच में पता चला कि सैनी ने न केवल स्कॉर्पियो ठगी मामले में बल्कि अन्य कई ठगी के मामलों में भी अपनी संलिप्तता दिखाई है।

गिरफ्तारी और जांच का दायरा

एसओजी ने इस मामले में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें प्रिंस सैनी, दिनेश बागड़ी, ममता भाटी और एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और संदिग्धों की तलाश में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और इसकी जड़ें राज्य के कई हिस्सों में फैली हो सकती हैं।

पीड़ितों से पुलिस की अपील

एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वी.के. सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच तेजी से चल रही है ताकि गिरोह के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके। पुलिस ने ठगी का शिकार हुए लोगों से अपील की है कि वे नजदीकी पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। इससे न केवल पीड़ितों को न्याय मिलेगा, बल्कि अन्य संदिग्धों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकेगी।

जनता के लिए सलाह

पुलिस प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने की अपील की है। एसओजी के अधिकारियों ने कहा कि वाहनों की खरीद-बिक्री से पहले दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच कर लेनी चाहिए। साथ ही, किसी भी तरह के आकर्षक सौदे पर आंख मूंदकर भरोसा करने से बचना चाहिए। पुलिस ने यह भी सुझाव दिया कि संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस को दी जाए।

Yashaswani Journalist at The Khatak .