इंदिरा भवन में कांग्रेस ने फहराया तिरंगा, खड़गे और राहुल गांधी ने दी देशवासियों को बधाई
स्वतंत्रता दिवस 2025 पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंदिरा भवन में तिरंगा फहराया, जहां राहुल गांधी और अन्य नेता मौजूद थे। भारी बारिश के बावजूद, कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का संकल्प लिया।

देश ने जब अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया, तब नई दिल्ली के इंदिरा भवन में कांग्रेस मुख्यालय पर भी तिरंगे का गौरव बढ़ा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारी बारिश के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे। यह पल न केवल देशभक्ति का प्रतीक था, बल्कि कांग्रेस की एकजुटता और स्वतंत्रता के मूल्यों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता था।
इंदिरा भवन में गूंजा ‘जय हिंद’ का नारा
सुबह-सुबह इंदिरा भवन में स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत हुई। भारी बारिश के बावजूद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का जोश कम नहीं हुआ। मल्लिकार्जुन खड़गे ने तिरंगा फहराया और सभी ने मिलकर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। इस मौके पर राहुल गांधी, अजय माकन जैसे वरिष्ठ नेता और कई कार्यकर्ता मौजूद थे। बारिश में भीगते हुए भी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ ‘जय हिंद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। यह दृश्य सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ, जहां लोगों ने कांग्रेस के इस जज्बे की सराहना की।
खड़गे का संदेश: लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का संकल्प
ध्वजारोहण के बाद, मल्लिकार्जुन खड़गे ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और अपने संदेश में स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “हम उन अनगिनत वीरों को नमन करते हैं, जिनके बलिदान ने हमें यह आजादी दी। आज का दिन हमें अपने लोकतंत्र, संविधान और भाईचारे के मूल्यों को और मजबूत करने का संकल्प लेने का अवसर देता है।” खड़गे ने यह भी जोड़ा कि देश के लोग अब अपने अधिकारों, सामाजिक न्याय और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एकजुट होकर लड़ रहे हैं।
राहुल गांधी का भावुक संदेश: सत्य और समानता पर आधारित भारत का सपना
राहुल गांधी ने भी इस अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा, “महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से मिली यह आजादी एक ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प है, जहां सत्य और समानता की नींव पर न्याय हो, और हर दिल में सम्मान और भाईचारा हो। इस अनमोल धरोहर की रक्षा करना हम सबका कर्तव्य है। जय हिंद, जय भारत!” राहुल गांधी का यह संदेश न केवल देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कांग्रेस एक ऐसे भारत की परिकल्पना करती है, जहां हर व्यक्ति को सम्मान और समान अवसर मिले।
लाल किले के समारोह में अनुपस्थिति पर विवाद
हालांकि, इस बार स्वतंत्रता दिवस पर मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी लाल किले पर आयोजित राष्ट्रीय समारोह में शामिल नहीं हुए, जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखी आलोचना की। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे ‘राष्ट्रीय उत्सव का अपमान’ करार दिया और कहा कि यह प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय ध्वज और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम का अनादर है। बीजेपी ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर देश और सेना का विरोध करने का आरोप लगाया।
इसके जवाब में, कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पिछले साल लाल किले के समारोह में राहुल गांधी को पीछे की पंक्ति में बैठाया गया था, जिसे पार्टी ने अपमानजनक माना था। रक्षा मंत्रालय ने तब सफाई दी थी कि ओलंपिक पदक विजेताओं को सम्मान देने के लिए सीटिंग व्यवस्था में बदलाव किया गया था। इस बार, कांग्रेस ने अपने मुख्यालय में ध्वजारोहण कर अपनी देशभक्ति का प्रदर्शन किया, लेकिन बीजेपी ने इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की।
प्रियंका गांधी का संदेश: एकता और लोकतंत्र की ताकत
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संदेश में लिखा, “हमारे लाखों वीरों ने अनगिनत बलिदान देकर हमें आजादी दिलाई। उन्होंने हमें लोकतंत्र, न्याय, समानता और एकता का संकल्प दिया। हमारा यह कर्तव्य है कि हम अपने संविधान और इसके सिद्धांतों की रक्षा करें।” प्रियंका का यह संदेश युवाओं और कार्यकर्ताओं के बीच खासा चर्चा में रहा।
इस मौके पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता संग्राम की कहानी हमारी पार्टी की कहानी है। आजादी के बाद भी, हमने ढाई साल के अथक परिश्रम से भारत को उसका संविधान दिया।” यह बयान कांग्रेस की उस ऐतिहासिक भूमिका को रेखांकित करता है, जो उसने देश की आजादी और संवैधानिक ढांचे को मजबूत करने में निभाई।
इंदिरा भवन में आयोजित समारोह में बारिश ने खलल डालने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बनता था। वायरल वीडियो में राहुल गांधी और अन्य नेता बारिश में भीगते हुए तिरंगे को सलामी देते नजर आए। यह दृश्य न केवल कांग्रेस की एकता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि देशभक्ति का जज्बा मौसम की बाधाओं से परे है।