वोट चोरी के सबूत पेश करने का दावा, विकास योजनाओं की समीक्षा और जनता से सीधा संवाद

रायबरेली दौरे पर राहुल गांधी ने वोट चोरी के खिलाफ विस्फोटक सबूत देने की बात कही और दिशा बैठक में विकास योजनाओं की समीक्षा की। जनता दरबार में समस्याएं सुनीं, जबकि कुछ स्थानीय नेताओं ने बैठक का बहिष्कार किया।

Sep 11, 2025 - 17:26
वोट चोरी के सबूत पेश करने का दावा, विकास योजनाओं की समीक्षा और जनता से सीधा संवाद

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को रायबरेली में अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "हम गारंटी देते हैं कि वोट चोरी के पुख्ता सबूत देंगे। ये सबूत इतने विस्फोटक होंगे कि बीजेपी को परेशानी होगी। मैं कहता हूं, परेशान मत होइए, क्योंकि हाइड्रोजन बम आने वाला है, जो सब साफ कर देगा।"

वोट चोरी का मुद्दा गरमाया

राहुल गांधी ने दावा किया कि देशभर में "वोट चोर, गद्दी छोड़" का नारा तेजी से फैल रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा के चुनावों में वोट चोरी का आरोप लगाया। "हमने कर्नाटक में ठोस सबूत पेश किए हैं, और जल्द ही और भी बड़े खुलासे होंगे," उन्होंने कहा।

दिशा बैठक में तीखी नोकझोंक

रायबरेली में आयोजित जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक में राहुल गांधी ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की 102 विकास योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में यूपी सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह भी मौजूद थे, जिन्होंने एक दिन पहले राहुल के दौरे का विरोध किया था।

बैठक में हल्के-फुल्के पल भी देखने को मिले। जब चाय सिर्फ राहुल गांधी के लिए आई, तो दिनेश प्रताप सिंह ने डीएम की ओर इशारा करते हुए पूछा, "क्या दिशा की गाइडलाइन में सिर्फ अध्यक्ष को ही चाय मिलती है?" इस पर राहुल ने हंसते हुए कहा, "इनको दो चाय पिलाइए।" इसके बाद राहुल ने मंत्री को बिस्किट की प्लेट भी ऑफर की, जिसे उन्होंने स्वीकार किया।

स्थानीय नेताओं का विरोध और बहिष्कार

बैठक में कुछ विवाद भी सामने आए। सरेनी से सपा विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह और उनकी ब्लॉक प्रमुख बहू शिवानी सिंह ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने उन्हें पहले बैठक में बुलाया, लेकिन बाद में उनकी गाड़ी को कलेक्ट्रेट में प्रवेश से रोक दिया गया। नाराज होकर उन्होंने बैठक का बहिष्कार किया। शिवानी सिंह ने कहा, "एक तरफ सरकार बेटी बचाओ का नारा देती है, दूसरी तरफ मेरे साथ ऐसा व्यवहार? मैं इस मुद्दे को डीएम और एसपी के सामने उठाऊंगी।"

वहीं, ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडेय ने भी बैठक का बहिष्कार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने बिहार में पीएम मोदी की मां के अपमान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। "यह सिर्फ पीएम की मां का नहीं, बल्कि देश की सभी माताओं का अपमान है," पांडेय ने कहा।

जनता दरबार में सुनीं जनता की समस्याएं

राहुल गांधी ने सुबह एनटीपीसी गेस्ट हाउस में जनता दरबार लगाया, जहां उन्होंने करीब 1000 लोगों की समस्याएं सुनीं। एक दिव्यांग व्यक्ति अपने भाई की पीठ पर लदकर राहुल से मिलने पहुंचा और ट्राइसाइकिल की मांग की। राहुल ने तुरंत अधिकारियों को इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, ऊंचाहार की रामरती ने प्रधानमंत्री आवास की मांग की, जिस पर राहुल ने बीडीओ को पत्र सौंपा।

विकास योजनाओं की समीक्षा

दिशा बैठक में गौरव द्विवेदी ने बताया कि रायबरेली में 102 में से 82 विकास योजनाएं लागू हैं। पिछली बैठक में उठी 10 समस्याओं में से 8 का समाधान हो चुका है। इस बार सड़क, बिजली, और खाद की समस्याओं पर चर्चा हुई। राहुल ने ऊंचाहार अंडरपास में बारिश के पानी की समस्या को एक महीने में हल करने के लिए एनएचएआई की मदद लेने का निर्देश दिया।

डॉ. राजेंद्र शर्मा के परिवार से मुलाकात

राहुल ने दिशा बैठक के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के पूर्व सदस्य स्वर्गीय डॉ. राजेंद्र शर्मा के परिवार से मुलाकात की। डॉ. राजेंद्र का हाल ही में हार्ट अटैक से निधन हुआ था। राहुल ने उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस दौरान अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा भी उनके साथ थे।

गुरुद्वारा समिति की मांग

रायबरेली के गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष हरमिंदर सिंह सलूजा ने राहुल से मुलाकात कर गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत वर्ष के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा कॉरिडोर की मांग की। उन्होंने कहा, "राहुल ने सहयोग का आश्वासन दिया है। हमें उम्मीद है कि हमारी मांग जल्द पूरी होगी।"

राहुल का तंज: कुर्सी छोटी, मगर इरादे बड़े

बैठक में राहुल को ऊंची कुर्सी और दिनेश प्रताप सिंह को छोटी कुर्सी दिए जाने पर मंत्री ने तंज कसते हुए कहा, "मैं राहुल से लंबा हूं, कुर्सी चाहे छोटी हो, मैं ऊंचा ही दिखता हूं।" इस पर राहुल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "आप बड़े नेता हैं, हम छोटे कार्यकर्ता।"

Yashaswani Journalist at The Khatak .