मनरेगा श्रमिकों के कार्य समय में बदलाव: गर्मी से राहत के लिए नया समय लागू....

मनरेगा श्रमिकों के कार्य समय में बदलाव कर गर्मी से राहत देने का फैसला लिया गया है। अब सुबह 5:30 से दोपहर 12:30 बजे तक काम होगा, जो 15 जुलाई 2025 तक लागू रहेगा। यह कदम जोधपुर, अजमेर और बारां सहित कई जिलों में श्रमिकों की सेहत को ध्यान में रखकर उठाया गया है।

Jun 5, 2025 - 01:05
Jun 5, 2025 - 11:19
मनरेगा श्रमिकों के कार्य समय में बदलाव: गर्मी से राहत के लिए नया समय लागू....

बढ़ती गर्मी और तापमान की तीव्रता को ध्यान में रखते हुए, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत श्रमिकों के कार्य समय में महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब मनरेगा श्रमिक सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक कार्य करेंगे। यह नई व्यवस्था 15 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगी, ताकि श्रमिकों को भीषण गर्मी से राहत मिल सके।

गर्मी से बचाव के लिए निर्णय

राजस्थान सहित देश के कई हिस्सों में गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। तापमान में लगातार वृद्धि के कारण मजदूरों के लिए दिन के समय कार्य करना कठिन हो रहा है। इसे देखते हुए जोधपुर जिला प्रशासन ने मनरेगा कार्य समय में बदलाव का फैसला लिया है। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला परिषद जोधपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि नया समय सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक निर्धारित किया गया है, जिसमें विश्राम काल शामिल नहीं है। यह बदलाव श्रमिकों की सेहत और कार्यक्षमता को ध्यान में रखकर किया गया है।

समय से पहले कार्य पूर्ण करने की छूट

नई व्यवस्था के तहत, यदि कोई श्रमिक समूह निर्धारित समय से पहले अपने टास्क को पूरा कर लेता है, तो वह मेट के पास उपलब्ध मस्टररोल में कार्य की माप करवाने और समूह मुखिया के हस्ताक्षर के बाद सुबह 11 बजे के बाद कार्यस्थल छोड़ सकता है। यह प्रावधान श्रमिकों को प्रोत्साहित करने और उनकी सुविधा के लिए लागू किया गया है।

अन्य जिलों में भी लागू

यह बदलाव केवल जोधपुर तक सीमित नहीं है। अजमेर जिले में भी जिला कलक्टर श्री लोक बंधु ने भीषण गर्मी को देखते हुए मनरेगा कार्य समय को सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक निर्धारित किया है। इसी तरह, बारां जिले में भी सीईओ राजवीर सिंह चौधरी ने इस नई समय-सारिणी को लागू करने की घोषणा की है।

मनरेगा योजना का महत्व

महात्मा गांधी नरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की गारंटी प्रदान करने वाली भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है। यह योजना प्रत्येक वित्तीय वर्ष में ग्रामीण परिवारों को 100 दिनों का अकुशल रोजगार उपलब्ध कराती है। गर्मी के मौसम में श्रमिकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए समय-समय पर कार्य समय में बदलाव किए जाते हैं, ताकि वे बिना किसी स्वास्थ्य जोखिम के कार्य कर सकें।

श्रमिकों ने किया स्वागत

इस नए समय बदलाव का मनरेगा श्रमिकों ने स्वागत किया है। एक श्रमिक रामकुमार ने बताया, "गर्मी में दोपहर के समय काम करना बहुत मुश्किल था। अब सुबह जल्दी शुरू करके दोपहर से पहले काम खत्म हो जाएगा, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी।"

मनरेगा श्रमिकों के लिए यह समय बदलाव न केवल उनकी सेहत की रक्षा करेगा, बल्कि उनकी कार्य उत्पादकता को भी बढ़ाएगा। जिला प्रशासन ने इस फैसले से श्रमिकों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह व्यवस्था गर्मी के मौसम में श्रमिकों के लिए राहत का काम करेगी और योजना के तहत कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेगी।

Yashaswani Journalist at The Khatak .