केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक दिवसीय जोधपुर दौरे पर रहेंगे,नेत्रहीन महाविद्यालय के लिए रखेंगे नींव.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 21 सितंबर 2025 को जोधपुर में श्री पारसमल बोहरा नेत्रहीन महाविद्यालय के भवन शिलान्यास के लिए पहुंचेंगे। दोपहर 3:50 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद, वे रामराज नगर में 4:10 से 5:30 बजे तक आयोजित समारोह में शामिल होंगे, जहां नेत्रहीन छात्रों के लिए आधुनिक शिक्षा सुविधाओं की नींव रखी जाएगी। इसके बाद शाम 5:55 बजे सूरत के लिए रवाना होंगे। यह दौरा 'सन सिटी' में सामाजिक सशक्तिकरण और विकास की नई किरण लाएगा!

जोधपुर, 19 सितंबर 2025: राजस्थान की सांस्कृतिक राजधानी जोधपुर एक बार फिर केंद्र की राजनीतिक हलचल का केंद्र बनेगी। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का प्रस्तावित दौरा न केवल राजनीतिक मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि सामाजिक न्याय और शिक्षा के क्षेत्र में एक नई उम्मीद की किरण भी जलाएगा। जी हां, 21 सितंबर को अमित शाह जोधपुर पहुंचकर श्री पारसमल बोहरा नेत्रहीन महाविद्यालय के आधुनिक भवनों का शिलान्यास करेंगे। यह समारोह न केवल दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा, बल्कि केंद्र सरकार की 'सबका साथ, सबका विकास' की नीति को जमीन पर उतारने का जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा।
दौरे का विस्तृत कार्यक्रम: सटीक समयबद्धता से चलेगा हर पल
अमित शाह का यह दौरा बेहद संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली होगा। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार:
अपराह्न 3:50 बजे: जोधपुर एयरपोर्ट पर केंद्रीय गृह मंत्री का आगमन। यहां उनका भव्य स्वागत होगा, जिसमें स्थानीय भाजपा नेताओं, विधायकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रहेगी।
अपराह्न 3:55 बजे: एयरपोर्ट से सीधे रामराज नगर स्थित श्री पारसमल बोहरा नेत्रहीन महाविद्यालय के लिए प्रस्थान। यह यात्रा मात्र 5 मिनट की होगी, जो शहर की व्यस्त सड़कों पर कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न होगी।
शाम 4:10 से 5:30 बजे तक: महाविद्यालय के भवनों के शिलान्यास समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत। इस एक घंटे 20 मिनट के कार्यक्रम में अमित शाह न केवल शिलान्यास करेंगे, बल्कि नेत्रहीन छात्रों-छात्राओं से सीधा संवाद भी करेंगे। समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की उपस्थिति की भी संभावना है, जो दौरे को और अधिक महत्वपूर्ण बनाएगी।
शाम 5:50 बजे: समारोह समाप्ति के बाद जोधपुर एयरपोर्ट लौटना।
शाम 5:55 बजे: गुजरात के सूरत के लिए प्रस्थान। इस प्रकार, पूरा दौरा लगभग दो घंटे का होगा, लेकिन इसका प्रभाव लंबे समय तक रहेगा।
यह कार्यक्रम केंद्रीय गृह मंत्रालय और भाजपा राजस्थान इकाई द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें किसी भी बदलाव की स्थिति में स्थानीय प्रशासन को सूचित किया जाएगा।
नेत्रहीन महाविद्यालय: एक क्रांतिकारी पहल जो बदलेगी हजारों जिंदगियां.
श्री पारसमल बोहरा नेत्रहीन महाविद्यालय जोधपुर का एक ऐसा संस्थान है, जो दशकों से नेत्रहीन छात्रों को शिक्षा, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की राह दिखा रहा है। पारसमल बोहरा के नाम पर स्थापित यह महाविद्यालय सामाजिक कार्यकर्ता और दानवीर पारसमल बोहरा की स्मृति में विकसित हो रहा है, जिन्होंने जीवन भर दिव्यांगजनों के उत्थान के लिए समर्पित रहकर लाखों दिलों को छुआ। वर्तमान में प्रस्तावित नए भवनों में आधुनिक कक्षाएं, ब्रेल लाइब्रेरी, डिजिटल लर्निंग सेंटर, वोकेशनल ट्रेनिंग वर्कशॉप और आवासीय सुविधाएं शामिल होंगी। यह शिलान्यास केंद्र सरकार की 'दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना' का हिस्सा है, जिसके तहत देशभर में ऐसे 50 से अधिक संस्थानों को मजबूत किया जा रहा है। अमित शाह के शिलान्यास से न केवल जोधपुर बल्कि पूरे मारवाड़ क्षेत्र के नेत्रहीन युवाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, ये भवन पूर्ण होने पर 500 से अधिक छात्रों को एक साथ शिक्षा प्रदान कर सकेंगे, जो राजस्थान में दिव्यांग शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे।
शहर में उत्साह का दौर, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अमित शाह के दौरे को लेकर जोधपुर में खासा उत्साह व्याप्त है। भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय निवासी और नेत्रहीन छात्रों के परिवार शिलान्यास स्थल पर भव्य स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। शहर के प्रमुख चौराहों पर बैनर-पोस्टर लगे हैं, जबकि सामाजिक संगठन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। एक ओर जहां 'नीली नगरी' के निवासी गर्व महसूस कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यह दौरा भाजपा की आगामी राजनीतिक रणनीतियों को भी मजबूत करने का माध्यम बनेगा।सुरक्षा के लिहाज से जोधपुर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने कड़े इंतजाम किए हैं। एयरपोर्ट से शिलान्यास स्थल तक पूरे रूट पर ड्रोन निगरानी, ट्रैफिक डायवर्जन और VIP मूवमेंट प्लान लागू रहेगा। कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसके लिए 24 घंटे पहले से ही रिहर्सल चल रही हैं।
क्यों है यह दौरा खास? सामाजिक-राजनीतिक महत्व
अमित शाह का यह दौरा केवल एक शिलान्यास तक सीमित नहीं है। यह केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय का प्रतीक है, जो भजनलाल शर्मा सरकार के विजन को गति देने का काम करेगा। राजस्थान में अमित शाह के पिछले दौरे (जैसे दिसंबर 2024 में जोधपुर) ने विकास परियोजनाओं को तेजी दी थी, और यह दौरा उसी कड़ी का हिस्सा लगता है। नेत्रहीन शिक्षा पर फोकस से केंद्र की 'विकसित भारत@2047
' की दृष्टि भी झलकती है, जहां कोई भी वर्ग पीछे न छूटे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा 2028 के विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा को सामाजिक आधार मजबूत करने में मदद करेगा।जोधपुरवासी इस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। क्या आप भी इस समारोह का हिस्सा बनना चाहेंगे? अधिक अपडेट्स के लिए बने रहें!