राजस्थान के अलवर में दर्दनाक हादसा: स्कूल बस ने मां-बेटे को कुचला, स्कूटी को 50 मीटर तक घसीटा; दोनों की मौके पर मौत
अलवर के रामगढ़ में स्कूल बस ने स्कूटी सवार मां-बेटे को कुचल दिया, दोनों की मौके पर मौत; बस ड्राइवर स्कूटी को 50 मीटर घसीटकर फरार।
अलवर (राजस्थान):
रामगढ़ के गोविंदगढ़ रोड पर गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ। करीब 40 बच्चों से भरी एक निजी स्कूल बस ने स्कूटी सवार मां-बेटे को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि दोनों बस के नीचे आ गए और ड्राइवर ने ब्रेक लगाने की बजाय बस को आगे बढ़ाते हुए स्कूटी को लगभग 50 मीटर तक घसीट लिया। इस दौरान मां और बेटे की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया, जिससे इलाके में दहशत और गुस्सा फैल गया।
हादसे का विवरण; पीड़ितों की पहचान: मृतक ललावंडी गांव निवासी इंद्रजीत सिंह (उम्र 28 वर्ष) और उनकी मां मंगली देवी (उम्र 50 वर्ष) थे। इंद्रजीत अपनी मां को दवा दिलवाने के लिए स्कूटी पर रामगढ़ ले जा रहे थे।
हादसे की जगह: रामगढ़ थाना क्षेत्र के गोविंदगढ़ रोड पर, जो एक व्यस्त मार्ग है। सुबह का समय होने से सड़क पर यातायात सामान्य था।
बस की स्थिति: बस में सवार करीब 40 बच्चे थे, जो एक निजी स्कूल के छात्र थे। हादसे के समय बस की रफ्तार तेज बताई जा रही है।
घटना की क्रमबद्ध जानकारी:स्कूटी पर सवार मां-बेटा रामगढ़ की ओर जा रहे थे।अचानक पीछे से आ रही स्कूल बस ने स्कूटी को टक्कर मार दी।टक्कर से स्कूटी असंतुलित हो गई और दोनों बस के सामने वाले हिस्से के नीचे फंस गए। ड्राइवर ने बस नहीं रोकी, बल्कि आगे बढ़ाते हुए स्कूटी को करीब 50 मीटर तक घसीटा। इस प्रक्रिया में इंद्रजीत और मंगली देवी के शरीर बुरी तरह कुचल गए। बस चालक हादसे के बाद बच्चों समेत बस लेकर फरार हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान; स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा इतनी तेजी से हुआ कि कोई कुछ कर पाता, इससे पहले ही दोनों की मौत हो चुकी थी। एक दुकानदार ने बताया, "बस की स्पीड बहुत तेज थी। टक्कर के बाद आवाज आई, लेकिन ड्राइवर ने रुकने की कोशिश तक नहीं की। स्कूटी बस के नीचे फंसकर घिसटती चली गई। बच्चे बस में चिल्ला रहे थे, लेकिन ड्राइवर नहीं रुका।" कुछ लोगों ने बस का पीछा करने की कोशिश की, लेकिन वह तेजी से निकल गई।पुलिस कार्रवाईरामगढ़ पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। प्राथमिक जांच में लापरवाही से वाहन चलाने और हिट-एंड-रन का केस बनाया गया है।
पुलिस ने बस की तलाश शुरू कर दी है। बस का नंबर और स्कूल का नाम ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ड्राइवर को जल्द पकड़ लिया जाएगा और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल बसों की जांच अभियान चलाया जाएगा।
परिवार की स्थिति; इंद्रजीत सिंह परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। उनकी मां मंगली देवी बीमार चल रही थीं, इसी लिए दवा लेने जा रहे थे। गांव में मातम का माहौल है। स्थानीय लोग बस ड्राइवर को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।सड़क सुरक्षा पर सवालयह हादसा एक बार फिर स्कूल बसों की लापरवाही और ओवरस्पीडिंग पर सवाल उठाता है। राजस्थान में पिछले कुछ महीनों में स्कूल बस से जुड़े कई हादसे हो चुके हैं, बसों में स्पीड गवर्नर, ट्रेनिंग और नियमित चेकिंग जरूरी है। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ड्राइवरों की पृष्ठभूमि जांच भी अनिवार्य होनी चाहिए।