जोधपुर में ABVP प्रांत मंत्री पूनम भाटी नकल करते पकड़ी गईं, मोबाइल फोन से हुईं धराई; NSUI ने तत्काल बर्खास्तगी की मांग की
जोधपुर में JNVU की एमए हिंदी परीक्षा के दौरान ABVP प्रांत मंत्री पूनम भाटी को मोबाइल से नकल करते पकड़ा गया, जिससे संगठन की नैतिकता पर सवाल उठे। विश्वविद्यालय ने जांच शुरू की, NSUI ने तत्काल कार्रवाई की मांग की।

राजस्थान के जोधपुर स्थित जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (JNVU) में एमए हिंदी सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की प्रांत मंत्री पूनम भाटी को मोबाइल फोन से नकल करते रंगे हाथों पकड़ा गया। यह घटना छात्र संगठनों के बीच तनाव पैदा कर रही है, जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। ABVP की नैतिकता पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि संगठन हमेशा छात्र हितों और ईमानदारी की वकालत करता रहा है।
परीक्षा केंद्र पर खुलेआम उल्लंघन
सोमवार (29 सितंबर 2025) को सुबह 7 से 10 बजे तक JNVU के परीक्षा केंद्र पर एमए हिंदी की परीक्षा आयोजित हो रही थी। डिप्टी सुपरिटेंडेंट राजश्री राणावत ने रूटीन जांच के दौरान पूनम भाटी को मोबाइल फोन का उपयोग कर उत्तर कॉपी करते पाया। सूत्रों के अनुसार, भाटी ने फोन पर नोट्स देखकर उत्तर लिखने का प्रयास किया, जिसके बाद उनकी उत्तर पुस्तिका जब्त कर ली गई और नकल का औपचारिक मामला दर्ज किया गया।
पूनम भाटी, जो जनवरी 2025 में ही ABVP राजस्थान की प्रांत मंत्री बनीं, गणतंत्र दिवस 2025 पर नई दिल्ली में राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। यह घटना MBM इंजीनियरिंग कॉलेज (अब MBM यूनिवर्सिटी) में मई 2025 में राजस्थान सरकार के विधि मंत्री जोगाराम पटेल की पौत्री के नकल मामले से मिलती-जुलती है, जहां कैलकुलेटर कवर पर लिखे नोट्स के आधार पर कार्रवाई हुई थी।
NSUI का हमला, हनुमान बेनीवाल का सवाल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े ABVP पर विपक्षी दलों ने निशाना साधा है। कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI ने तत्काल पद से हटाने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। NSUI प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "ABVP जो नैतिकता का ढिंढोरा पीटती है, उसके ही नेता नकल में लिप्त हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।"
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के अध्यक्ष और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सवाल किया: "पहले मंत्री की पौत्री का मामला दबाया गया, अब ABVP नेता का क्या? सत्ता का दुरुपयोग बंद हो।" बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा पर दबाव डालने का आरोप लगाया।
ABVP की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि संगठन के पदाधिकारी मामले को रफा-दफा करने में जुटे हैं।
जांच जारी, विवाद के बाद सफाई
JNVU प्रशासन ने घटना को गंभीर बताते हुए एक जांच समिति गठित की है। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "नकल के आरोप सिद्ध होने पर कड़ी कार्रवाई होगी, जिसमें परीक्षा रद्द करना या डिग्री पर रोक शामिल हो सकती है।" हालांकि, शुरुआत में प्रशासन पर मामले को दबाने के आरोप लगे, जिसके बाद NSUI कार्यकर्ताओं ने कैंपस के बाहर प्रदर्शन किया।
मई 2025 के MBM मामले की तरह यहां भी सत्ता के दबाव की आशंका जताई जा रही है। उस समय छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरना दिया था, और सांसद बेनीवाल ने मंत्री जोगाराम पटेल को पद से हटाने की मांग की थी।
नैतिकता का उपदेश देने वाला संगठन क्यों फिसला?
ABVP, जो 1949 में स्थापित भारत का सबसे पुराना छात्र संगठन है, हमेशा राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और छात्र शक्ति पर जोर देता रहा है। संगठन के अनुसार, "छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति है।" लेकिन यह घटना संगठन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रही है। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसे "संगठन की पाखंडपूर्ण छवि" करार दिया है।
राजस्थान में ABVP के पास मजबूत नेटवर्क है, लेकिन हाल के महीनों में DU चुनावों में EVM धांधली के आरोपों के बाद यह दूसरी बड़ी विवादास्पद घटना है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे छात्रों में असंतोष बढ़ सकता है।
जांच रिपोर्ट कल तक, प्रदर्शन जारी
1 अक्टूबर 2025 तक, JNVU ने जांच रिपोर्ट कल (2 अक्टूबर) तक जारी करने का ऐलान किया है। NSUI ने दोपहर में कैंपस पर विरोध मार्च निकालने की घोषणा की है। हनुमान बेनीवाल ने विधानसभा में मामले को उठाने का वादा किया है। इधर, ABVP के प्रदेश कार्यालय से कोई प्रतिक्रिया न आने पर संगठन की चुप्पी पर सवाल तेज हो गए हैं।