ख़ान सर की शादी से ज़्यादा उनकी दुल्हन के घूंघट की चर्चा, जानिए कौन है उनकी पत्नी AS ख़ान
पटना के मशहूर शिक्षक और यूट्यूबर खान सर ने 7 मई 2025 को गुपचुप शादी रचाई, जिसका रिसेप्शन 2 जून को हुआ। उनकी पत्नी ए.एस. खान, जो बिहार की हैं और एक सरकारी अधिकारी हैं, घूंघट में नजर आईं, जिसने सोशल मीडिया पर परंपरा और आधुनिकता को लेकर बहस छेड़ दी। कुछ लोग घूंघट को सांस्कृतिक पहचान मानते हैं, तो कुछ इसे कुरीति कहकर आलोचना कर रहे हैं। खान सर ने शादी को भारत-पाक तनाव के कारण निजी रखा और 6 जून को छात्रों के लिए भोज की योजना बनाई है।

पटना के मशहूर शिक्षक और यूट्यूबर खान सर, जिनका असली नाम फैजल खान बताया जाता है, एक बार फिर अपनी शादी के कारण सुर्खियों में हैं। इस बार वजह उनकी पढ़ाई का अनोखा अंदाज या सामाजिक मुद्दों पर तीखी टिप्पणी नहीं, बल्कि उनकी शादी और उससे जुड़ा घूंघट प्रथा का मामला है। 2 जून 2025 को पटना के शगुना मोड़ स्थित एक लग्जरी बैंक्वेट हॉल में खान सर ने अपनी शादी का भव्य रिसेप्शन आयोजित किया, जिसमें उनकी पत्नी की पहली सार्वजनिक झलक ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। लेकिन चर्चा का केंद्र उनकी शादी से ज्यादा उनकी पत्नी के घूंघट ने बनाया, जिसने समाज में परंपरा, आधुनिकता और व्यक्तिगत पसंद को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।
### खान सर की गुपचुप शादी
खान सर ने 7 मई 2025 को बेहद सादगी और गोपनीयता के साथ शादी रचाई थी। यह शादी भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के दौरान हुई, जिसके चलते उन्होंने इसे निजी रखना पसंद किया। खान सर ने अपने यूट्यूब चैनल 'खान जीएस रिसर्च सेंटर' और कोचिंग क्लास में छात्रों को इसकी जानकारी दी। उनके मुताबिक, देश की स्थिति को देखते हुए उन्होंने धूमधाम से शादी करने के बजाय केवल परिवार वालों की मौजूदगी में यह समारोह संपन्न किया। उन्होंने कहा, “मेरे लिए देश सबसे पहले है। युद्ध जैसे माहौल में शादी का जश्न मनाना ठीक नहीं लगा।”
खान सर की इस सादगी और देशभक्ति को उनके प्रशंसकों ने खूब सराहा, लेकिन जैसे ही उनकी शादी की खबर और रिसेप्शन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, चर्चा का रुख उनकी पत्नी और उनके घूंघट की ओर मुड़ गया।
### कौन हैं खान सर की पत्नी?
मीडिया रिपोर्ट्स और शादी के कार्ड के अनुसार, खान सर की पत्नी का नाम ए.एस. खान है, जो बिहार की रहने वाली हैं। कुछ सूत्रों के मुताबिक, वह एक सरकारी अधिकारी हैं और शिक्षा के क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है। हालांकि, खान सर ने अपनी पत्नी की निजी जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया और उनकी तस्वीरें भी साझा करने से परहेज किया। रिसेप्शन में उनकी पत्नी लाल जोड़े में सजी, मांग में सिंदूर और घूंघट के साथ नजर आईं, जिसने उनकी सादगी और पारंपरिक अंदाज को उजागर किया।
खान सर ने अपनी क्लास में मजाकिया अंदाज में बताया कि यह शादी अरेंज मैरेज थी, जो उनके छोटे भाइयों और मां की इच्छा से तय हुई। जब एक छात्र ने पूछा, “सर, लव मैरिज है या अरेंज?” तो खान सर ने हंसते हुए जवाब दिया, “हम लव मैरिज करने वाले आदमी लगते हैं तुम्हें? यह पूरी तरह अरेंज मैरिज है!” दहेज के सवाल पर उन्होंने बताया कि उन्होंने पारंपरिक चीजें जैसे मिट्टी की सुराही, घड़ा, हाथ का पंखा, जानमाज और कुरान शरीफ लिया, जो दहेज के खिलाफ उनके मजबूत रुख को दर्शाता है।
### सोशल मिडिया पर घूंघट प्रथा पर छिड़ी बहस
2 जून के रिसेप्शन में खान सर की पत्नी का घूंघट में नजर आना सोशल मीडिया पर चर्चा का बड़ा विषय बन गया। उनकी तस्वीरें, जिसमें वह लाल लहंगे में घूंघट और मांग में सिंदूर के साथ मेहमानों का अभिवादन करती दिखीं, तेजी से वायरल हुईं। इसने समाज में परंपरा और आधुनिकता को लेकर दो धड़ों में बहस छेड़ दी।
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने खान सर पर निशाना साधते हुए कहा कि एक शिक्षित और प्रगतिशील शिक्षक होने के नाते उन्हें घूंघट जैसी “पिछड़ी” प्रथाओं को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। एक यूजर ने लिखा, “खान सर जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति को घूंघट जैसी कुरीतियों को प्रोत्साहन नहीं देना चाहिए। यह महिलाओं की स्वतंत्रता के खिलाफ है।” कुछ ने इसे पितृसत्तात्मक परंपराओं का प्रतीक बताया और इसे आधुनिक समाज के लिए अनुपयुक्त माना।
दूसरी ओर, कई लोगों ने घूंघट को सांस्कृतिक परंपरा और व्यक्तिगत पसंद से जोड़ा। एक X पोस्ट में लिखा गया, “घूंघट कोई कुरीति नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान है। खान सर की पत्नी ने इसे अपनी मर्जी से पहना, इसमें गलत क्या है?” कुछ यूजर्स ने तर्क दिया कि शादी जैसे निजी अवसर पर क्या पहनना है, यह दूल्हा-दुल्हन की व्यक्तिगत पसंद है और इस पर बहस करना बेमानी है। एक अन्य यूजर ने लिखा, “लोग अपनी शादी में क्या पहनें, यह उनका निजी फैसला है। खान सर और उनकी पत्नी की खुशी ही मायने रखती है।”
### रिसेप्शन में शामिल हुईं हस्तियां
खान सर के रिसेप्शन में बिहार के कई बड़े राजनेता और शिक्षक शामिल हुए, जिसने इस आयोजन को और भी चर्चित बना दिया। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और केंद्रीय राज्यमंत्री राज भूषण निषाद ने इस समारोह में शिरकत की। इसके अलावा, फिजिक्स वाला के अलख पांडे और नीतू मैम जैसे शिक्षक भी मौजूद रहे। साबरी ब्रदर्स की परफॉर्मेंस ने समारोह में चार चांद लगाए। तेजस्वी यादव ने मंच पर खान सर से मजाकिया अंदाज में पूछा, “आप बियाह कब किए?” जिस पर खान सर ने हंसते हुए जवाब दिया, “युद्ध के दौरान, सर। आपका ही मॉडलवा था!”
### खान सर की सादगी और प्रेरणा
खान सर की शादी और उसका रिसेप्शन न केवल उनकी निजी जिंदगी का हिस्सा है, बल्कि यह उनके व्यक्तित्व की सादगी और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी दर्शाता है। उन्होंने 6 जून को अपने छात्रों के लिए एक विशेष भोज का आयोजन भी रखा है, जिसे वह अपने “परिवार” के साथ साझा करना चाहते हैं। उनकी यह सोच कि “मेरा वजूद मेरे छात्रों की वजह से है” उनके प्रति उनके प्रशंसकों का प्यार और सम्मान बढ़ाता है।
खान सर की नेटवर्थ करीब 41 करोड़ रुपये बताई जाती है, लेकिन उनकी सादगी और किफायती कोचिंग ने उन्हें लाखों छात्रों का प्रिय बना दिया है। उनकी शादी का यह किस्सा न केवल उनके निजी जीवन की झलक देता है, बल्कि सामाजिक मूल्यों, परंपराओं और व्यक्तिगत पसंद को लेकर एक गहरी बहस को भी जन्म देता है।
खान सर की शादी और उनकी पत्नी के घूंघट ने न केवल उनके प्रशंसकों को उत्साहित किया, बल्कि समाज में परंपरा और आधुनिकता के बीच एक नई बहस को हवा दी। जहां कुछ लोग इसे सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा मानते हैं, वहीं अन्य इसे पुरानी प्रथाओं का प्रतीक मानकर आलोचना कर रहे हैं। लेकिन इस सबके बीच खान सर का कहना है कि उनकी शादी और उससे जुड़े फैसले उनके और उनके परिवार की निजी पसंद हैं। क्या यह बहस समाज में बदलाव की ओर इशारा करती है या यह केवल सोशल मीडिया की अस्थायी हलचल है? यह समय ही बताएगा।
आप इस मुद्दे पर क्या सोचते हैं? क्या घूंघट जैसी परंपराएं निजी पसंद का हिस्सा हैं या सामाजिक बदलाव की जरूरत है? अपनी राय नीचे साझा करें!