उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी मोहनगढ़ पहुंच ,कर्नल सोनाराम चौधरी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी की मोहनगढ़ पहुंच कर्नल सोनाराम चौधरी को भावपूर्णश्र द्धांजलि अर्पित की।

जयपुर, 30 अगस्त 2025: राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दीया कुमारी ने शुक्रवार को जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ पहुंचकर पूर्व सांसद और सेना के सम्मानित अधिकारी स्व. कर्नल सोनाराम चौधरी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कर्नल सोनाराम के आवास पर पहुंचकर उनके परिवार से मुलाकात की और शोक संवेदना व्यक्त की। यह यात्रा न केवल एक राजनेता की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि कर्नल सोनाराम के क्षेत्र के विकास और सामाजिक योगदान के प्रति सम्मान को भी उजागर करती है।
यात्रा का उद्देश्य और महत्व
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने मोहनगढ़ में स्व. कर्नल सोनाराम चौधरी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका जाना राजस्थान की राजनीति और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। कर्नल सोनाराम ने न केवल सेना में अपनी वीरता और समर्पण से देश की सेवा की, बल्कि एक राजनेता के रूप में भी पश्चिमी राजस्थान, विशेषकर बाड़मेर और जैसलमेर, में विकास कार्यों को गति दी। दीया कुमारी ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा, "कर्नल सोनाराम एक सच्चे देशभक्त और समाजसेवी थे, जिन्होंने अपने जीवन को जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया।"
स्व. कर्नल सोनाराम चौधरी का जीवन परिचय
कर्नल सोनाराम चौधरी एक प्रमुख राजनेता, सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी और उत्साही कृषिविद थे। उनका जन्म जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ में एक हिंदू जाट परिवार में हुआ था। उन्होंने भारतीय सेना में 25 वर्षों तक सेवा की और 1994 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में प्रवेश किया। वह चार बार लोकसभा सांसद और एक बार बाड़मेर जिले के बायतु विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। उनकी उपलब्धियों में राष्ट्रपति से विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम), सेनाध्यक्ष की प्रशस्ति और वायुसेना प्रमुख की प्रशस्ति शामिल हैं। कर्नल सोनाराम ने पश्चिमी राजस्थान में कृषि, सूक्ष्म वित्त, कौशल विकास और स्वास्थ्य बीमा जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया।
दीया कुमारी का संदेश
मोहनगढ़ में कर्नल सोनाराम के परिवार से मुलाकात के दौरान दीया कुमारी ने उनके कार्यों को प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा, "कर्नल सोनाराम ने अपने सैन्य और राजनीतिक जीवन में जो मूल्य स्थापित किए, वे हम सभी के लिए मार्गदर्शक हैं। उनकी स्मृति को जीवित रखने के लिए हमें उनके द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों को और आगे ले जाना होगा।" उन्होंने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया।
क्षेत्र में अन्य गतिविधियां
हालांकि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य श्रद्धांजलि अर्पित करना था, लेकिन दीया कुमारी ने मोहनगढ़ में स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की और क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा की। जैसलमेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में पानी, बिजली और बुनियादी ढांचे की कमी जैसे मुद्दों पर उन्होंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। यह उनकी सक्रिय और जन-केंद्रित शैली को दर्शाता है, जैसा कि उन्होंने पहले डीडवाना में सड़क का औचक निरीक्षण कर दिखाया था।
सामाजिक और राजनीतिक संदर्भ
दीया कुमारी, जो जयपुर के पूर्व शाही परिवार से ताल्लुक रखती हैं और विद्याधर नगर से विधायक हैं, राजस्थान में बीजेपी की एक प्रमुख नेता हैं। उनकी यह यात्रा न केवल व्यक्तिगत संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि राजपूत और जाट समुदायों के बीच सामाजिक एकता को मजबूत करने का भी एक प्रयास है। बीजेपी ने हाल के वर्षों में राजस्थान में जातीय समीकरणों को साधने के लिए दीया कुमारी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी हैं, जैसा कि उनके उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री के रूप में नियुक्ति से स्पष्ट है।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी की मोहनगढ़ यात्रा और स्व. कर्नल सोनाराम चौधरी को श्रद्धांजलि अर्पित करना एक भावनात्मक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण घटना है। यह यात्रा न केवल कर्नल सोनाराम के योगदान को सम्मान देने का अवसर थी, बल्कि क्षेत्र की जनता के साथ जुड़ने और उनके विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का भी एक मंच रही। दीया कुमारी की यह पहल उनकी नेतृत्व शैली और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।