झुंझुनूं में दर्दनाक हादसा: अपनी मां के बारहवें के कार्यक्रम के लिए सामान लेने निकले थे ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर में बाइक सवार तीन युवकों की मौत
झुंझुनूं के बिसाऊ में ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से बाइक सवार तीन युवकों की मौत हो गई। हादसा शुक्रवार शाम 7:15 बजे गांगियासर-धीरासर रोड पर हुआ। मृतक अपनी मां के बारहवें के लिए सामान लेने निकले थे। पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त किया, ड्राइवर फरार है।

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के बिसाऊ इलाके में शुक्रवार शाम 7:15 बजे एक दर्दनाक हादसे में ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से बाइक सवार तीन युवकों की मौत हो गई। हादसा गांगियासर-धीरासर स्टैंड रोड पर हुआ, जब युवक अपनी मां के बारहवें के कार्यक्रम के लिए सामान लेने निकले थे।
हादसे का विवरण
बिसाऊ थाना इंचार्ज रामपाल मीणा ने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली का ड्राइवर वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया है और ड्राइवर की तलाश जारी है।
घटना की सूचना मिलते ही थाना इंचार्ज रामपाल मीणा और एएसआई इंद्राज सिंह मौके पर पहुंचे। तीनों घायल युवकों को तुरंत जटिया हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने विक्रम सिंह राजपूत (30) और उनके भांजे सुरेंद्र (30) को मृत घोषित कर दिया। तीसरे युवक, विक्रम सिंह (40), की इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतकों की पहचान और पृष्ठभूमि
मृतकों में मलसीसर थाना इलाके के न्योला गांव निवासी विक्रम सिंह राजपूत, उनके भांजे सुरेंद्र (फतेहाबाद, हरियाणा) और पाटोदा गांव निवासी विक्रम सिंह शामिल हैं। विक्रम सिंह राजपूत के पिता भीम सिंह की पत्नी का 10 दिन पहले निधन हो गया था। विक्रम अपनी मां के बारहवें के कार्यक्रम के लिए सामान खरीदने बिसाऊ गए थे। उनके साथ भांजा सुरेंद्र और रास्ते में मिले रिश्तेदार विक्रम सिंह भी बाइक पर सवार थे।
विक्रम सिंह राजपूत का बड़ा भाई विदेश में रहता है और मां के निधन पर उनका आना संभव नहीं हो सका। ऐसे में विक्रम ही सारी रस्में निभा रहा था। पाटोदा गांव के विक्रम सिंह पंचायत में पंच थे और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते थे। वे बारहवें के कार्यक्रम में सहयोग के लिए आए थे। सुरेंद्र भी अपने मामा के यहां इस कार्यक्रम के लिए हरियाणा से आए थे।
पुलिस जांच और शिनाख्त
पुलिस के अनुसार, घटनास्थल पर मृतकों के पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला। एक युवक के मोबाइल फोन पर आई कॉल के आधार पर उनकी शिनाख्त की गई। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गई।
परिवार और समुदाय में शोक
यह हादसा न्योला और पाटोदा गांव के लिए बड़ा झटका है। विक्रम सिंह राजपूत और सुरेंद्र अपने परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने में लगे थे, जबकि विक्रम सिंह (पंच) समुदाय में सम्मानित व्यक्ति थे। परिजनों और ग्रामीणों में शोक की लहर है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ड्राइवर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और वाहन चालकों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े किए हैं।