श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोटक सैंपलिंग के दौरान बड़ा हादसा: 9 की मौत, 32 घायल

श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े जब्त विस्फोटक की सैंपलिंग के दौरान शुक्रवार रात बड़ा हादसा, 9 की मौत (1 इंस्पेक्टर, 3 फॉरेंसिक मेंबर, 2 फोटोग्राफर, 2 राजस्व अधिकारी, 1 दर्जी), 32 घायल; डीजीपी ने दुर्घटना बताया, जांच जारी।

Nov 15, 2025 - 16:26
श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोटक सैंपलिंग के दौरान बड़ा हादसा: 9 की मौत, 32 घायल

 जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब नौगाम पुलिस स्टेशन परिसर में विस्फोटक सामग्री की सैंपलिंग के दौरान जोरदार धमाका हो गया। इस हादसे में 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 32 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तत्काल इलाज के लिए 92 आर्मी बेस हॉस्पिटल और SKIMS (शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) सोरा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। अधिकारियों के अनुसार, यह घटना पूरी तरह से दुर्घटनावश हुई और इसमें किसी आतंकी साजिश के संकेत नहीं मिले हैं।

घटना का समय और स्थान समय: शुक्रवार रात करीब 11:22 बजे। स्थान: नौगाम पुलिस स्टेशन, श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर)।,धमाका इतना शक्तिशाली था कि पुलिस स्टेशन की इमारत को भारी नुकसान पहुंचा। आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और स्थानीय निवासियों ने जोरदार आवाज सुनी। फॉरेंसिक और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे।

मृतकों और घायलों की संख्या; मृतक: 9 (सभी की मौत मौके पर ही)।,घायल: 32 (कई की हालत गंभीर बताई जा रही है)।,घायलों में पुलिसकर्मी, फॉरेंसिक विशेषज्ञ और अन्य अधिकारी शामिल हैं। इलाज के लिए सैन्य और नागरिक अस्पतालों की टीमें सक्रिय हैं।

मृतकों की पहचान; जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी नलिन प्रभात ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मृतकों की विस्तृत जानकारी दी:एक इंस्पेक्टर (पुलिस अधिकारी)।,तीन फॉरेंसिक टीम मेंबर (विस्फोटक जांच विशेषज्ञ)।,दो क्राइम ब्रांच फोटोग्राफर (साक्ष्य संग्रह के लिए तैनात)।,दो राजस्व अधिकारी (सैंपलिंग प्रक्रिया में सहायता के लिए)।,एक दर्जी (स्थानीय व्यक्ति, जो संभवतः सहायता कार्य में शामिल था),ये सभी व्यक्ति विस्फोटक सैंपलिंग की प्रक्रिया में शामिल थे।

हादसे का कारण: अधिकारियों के अनुसार, यह ब्लास्ट व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल मामले में जब्त की गई विस्फोटक सामग्री की सैंपलिंग के दौरान हुआ।,विस्फोटक सामग्री हरियाणा के फरीदाबाद में एक किराए के मकान से बरामद की गई थी।,यह सामग्री डॉ. मुजम्मिल गनई के घर से जब्त की गई थी। गनई को पहले ही दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।,कुल जब्त विस्फोटक की मात्रा 360 किलोग्राम बताई जा रही है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि पुलिस स्टेशन में पूरी मात्रा रखी गई थी या केवल सैंपल।

डीजीपी नलिन प्रभात ने स्पष्ट किया: "यह एक हादसा था। सैंपलिंग प्रक्रिया के दौरान अचानक विस्फोट हो गया। इसमें किसी बाहरी हस्तक्षेप या साजिश के प्रमाण नहीं मिले हैं।",बैकग्राउंड: दिल्ली ब्लास्ट और व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूलयह विस्फोटक सामग्री दिल्ली में हाल ही में हुए कर (टैक्सी) धमाके से जुड़ी जांच का हिस्सा है।,डॉ. मुजम्मिल गनई को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जो एक संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा बताया जा रहा है।,जब्त सामग्री को सुरक्षित जांच के लिए श्रीनगर लाया गया था, जहां फॉरेंसिक सैंपलिंग की जा रही थी।,व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल में पेशेवर लोग (जैसे डॉक्टर, इंजीनियर) शामिल होते हैं, जो बिना सीधे हिंसा में शामिल हुए आतंकी गतिविधियों को सपोर्ट करते हैं।

जांच और आगे की कार्रवाई;  जम्मू-कश्मीर पुलिस, क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक टीमों ने संयुक्त जांच शुरू कर दी है।,एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) को भी सूचित किया गया है, क्योंकि मामला अंतर-राज्यीय आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा है।,डीजीपी ने कहा कि सैंपलिंग प्रोटोकॉल की समीक्षा की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।,स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को मुआवजा और सहायता का आश्वासन दिया है।

प्रभाव और प्रतिक्रिया; यह हादसा दिल्ली ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियों पर दबाव बढ़ाता है।,घायलों के परिजनों में शोक और गुस्सा है। स्थानीय लोग पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा होकर जवाब मांग रहे हैं।,जम्मू-कश्मीर सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।