सड़क पर चलते-चलते हार्ट अटैक से 45 वर्षीय दर्जी की दर्दनाक मौत: तमिलनाडु से राजस्थान आए थे मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के लिए

राजस्थान के बाड़मेर जिले के पादरू कस्बे में तमिलनाडु से मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने आए 45 वर्षीय दर्जी अशोक कुमार को बाजार जाते समय सड़क पर चलते-चलते अचानक हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई। घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।

Nov 26, 2025 - 11:14
सड़क पर चलते-चलते हार्ट अटैक से 45 वर्षीय दर्जी की दर्दनाक मौत: तमिलनाडु से राजस्थान आए थे मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के लिए

बाड़मेर/बालोतरा, 26 नवंबर 2025: राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा उपखंड के पादरू कस्बे में एक दिल दहला देने वाली घटना ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया। 45 वर्षीय दर्जी अशोक कुमार जो तमिलनाडु से विशेष रूप से अपने पैतृक गांव में मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने आए थे, वह सोमवार दोपहर बाजार जाते समय बीच सड़क पर अचानक गिर पड़े। डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अशोक कुमार के गिरते ही आसपास की भीड़ में हड़कंप मच जाता दिखाई दे रहा है।

घटना का पूरा विवरण;  सोमवार दोपहर करीब 1 बजे का समय था। पादरू कस्बे के निवासी अशोक कुमार बालोतरा-पादरू रोड पर पैदल ही बाजार की ओर जा रहे थे। अचानक उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और वे सड़क पर ही गिर पड़े। आसपास के लोग तुरंत दौड़े और उन्हें संभालने की कोशिश करने लगे। भीड़ में मौजूद कुछ युवकों ने फौरन उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उनकी जांच की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में मौत का कारण हार्ट अटैक ही पाया गया।वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि अशोक कुमार सामान्य रूप से चल रहे थे, लेकिन अचानक उनका संतुलन बिगड़ा और वे जोरदार धमक से गिर पड़े। आसपास के लोग चिल्लाने लगे और मदद के लिए इकट्ठा हो गए। वीडियो में गिरने के बाद भी उनके शरीर में हलचल दिखाई दे रही है, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी सांसें थम चुकी थीं। यह दृश्य देखकर स्थानीय लोग सदमे में हैं और सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा तेज हो गई है।

पीड़ित का पार्श्वभूमि: तमिलनाडु से प्राण-प्रतिष्ठा के लिए लौटे थे गांव अशोक कुमार मूल रूप से पादरू कस्बे के दर्जियों का वास मोहल्ले के निवासी थे। वे तमिलनाडु में एक दर्जी की दुकान चलाते थे और वहां परिवार के साथ रहते थे। दीपावली से ठीक पहले वे अपने पैतृक गांव लौटे थे। गांव में उनके घर पर एक मंदिर का निर्माण हुआ था, जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा का समारोह 26 और 27 नवंबर को निर्धारित था। अशोक इस समारोह की तैयारियों में पूरी तरह जुटे हुए थे और सोमवार को बाजार जाकर कुछ आवश्यक सामान खरीदने निकले थे।परिवार के अनुसार, अशोक कुमार स्वस्थ थे और कोई पुरानी बीमारी का इतिहास नहीं था। वे गांव लौटने के बाद से ही मंदिर की सजावट, पूजा सामग्री और अन्य व्यवस्थाओं में व्यस्त थे। उनकी अचानक मौत से परिवार शोकाकुल हो गया है। पत्नी, दो बच्चे और बुजुर्ग माता-पिता पर यह आघात भारी पड़ रहा है। समारोह की तैयारियां जोरों पर थीं, लेकिन अब यह खुशी का अवसर शोक सभा में बदल गया है।

स्थानीय प्रतिक्रियाएं और जांच;घटना की सूचना मिलते ही पादरू कस्बे में सन्नाटा छा गया। स्थानीय लोग अशोक कुमार को एक मेहनती और मिलनसार व्यक्ति के रूप में याद कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया, "अशोक भाई तमिलनाडु से विशेष रूप से आए थे। मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण था। इतनी खुशी के बीच यह दुखद घटना हो गई।" पुलिस ने मामले को संज्ञान में ले लिया है और शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है, ताकि मौत के सटीक कारण की पुष्टि हो सके। डॉक्टरों का कहना है कि हार्ट अटैक के मामले में तनाव या अत्यधिक थकान भी एक कारण हो सकता है, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है। बालोतरा पुलिस थाने के प्रभारी ने पुष्टि की कि कोई संदिग्ध परिस्थिति नहीं पाई गई है और मामला प्राकृतिक मृत्यु का लग रहा है।