"प्यार या जूनून जब प्रेम की राहें खून से लथपथ हो जाएं"

क्या प्यार की राहें हमेशा फूलों से सजी होती हैं? या कभी-कभी ये रास्ते खून से लथपथ हो जाते हैं? बेंगलुरु और सिरसा से सामने आए दो दिल दहलाने वाले हत्याकांड इस सवाल को और गहरा करते हैं। एक तरफ कर्नाटक की राजधानी में एक OYO होटल का कमरा, जहां प्रेम और विश्वासघात की कहानी खून से लिखी गई, तो दूसरी तरफ हरियाणा के सिरसा में शक की आग ने एक पत्नी की जिंदगी छीन ली। ये मामले न सिर्फ इंसानी रिश्तों की जटिलता को उजागर करते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि प्यार और शक का जुनून कितना खतरनाक हो सकता है।
बंगलोरे के OYO होटल में प्रेमी का खूनखराबा, 17 बार हुआ वार
बेंगलुरु के पश्चिमी उपनगर केंगेरी में 6 जून की रात एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे शहर को झकझोर दिया। 33 साल की हरिणी, जो दो बच्चों की मां थी, अपने 25 साल के प्रेमी यशस के साथ पूर्णा प्रज्ञा लेआउट के एक OYO होटल में मिली। हरिणी का वैवाहिक जीवन प्रेमी यशस की वजह से उथल-पुथल में था। उसके ससुराल वालों को इस रिश्ते की भनक लग चुकी थी, और हरिणी ने इस रिश्ते को खत्म करने का फैसला किया था। लेकिन यशस, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और टेक्निकल एक्सपर्ट था, इस फैसले को बर्दाश्त नहीं कर सका।
होटल के कमरे में दोनों के बीच बहस हुई। हरिणी की दूरी बनाने की बात यशस को ऐसी चुभी कि उसने गुस्से में चाकू उठाया और हरिणी पर 17 बार वार किए। खून से सना कमरा और हरिणी की लाश इस बात की गवाही दे रही थी कि प्यार का जुनून कितना खतरनाक हो सकता है। पुलिस को 7 जून की आधी रात को इस हत्याकांड की सूचना मिली। सुब्रमण्यपुरा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए यशस को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी साउथ लोकेश बी. जगलसर ने बताया कि दोनों एक महीने से एक-दूसरे को जानते थे, और यशस का गुस्सा और ईर्ष्या ही इस हत्या का कारण बना।
हरियाणा के सिरसा में पत्नी की दोस्ती के शक में हुई हत्या -
दूसरी तरफ, हरियाणा के सिरसा में एक और खौफनाक वारदात ने लोगों को सकते में डाल दिया। यहां मक्खन सिंह, जो एक ऑटो रिपेयर का काम करता था, ने अपनी पत्नी आरती की हत्या कर दी। मक्खन को शक था कि आरती के किसी और के साथ अवैध संबंध हैं। रविवार रात को दोनों के बीच इस बात को लेकर तीखी बहस हुई, और सोमवार सुबह यह विवाद इतना बढ़ गया कि मक्खन ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा और आरोपी मक्खन सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
क्यों हो रही है ऐसी घटनाएं, क्या है इनका पैटर्न ?
ये दोनों मामले भले ही अलग-अलग शहरों में हुए हों, लेकिन इनमें एक समानता साफ दिखती है—शक और रिश्तों में विश्वासघात का जुनून। बेंगलुरु में हरिणी की हत्या प्रेम और रिश्ते को खत्म करने की इच्छा से उपजी, तो सिरसा में मक्खन सिंह का शक उसकी पत्नी की जिंदगी का कातिल बन गया। ऐसे मामले सिर्फ इन दो शहरों तक सीमित नहीं हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ के बालोद में एक सरकारी कर्मचारी ने 150 क्राइम शो देखकर अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रची थी, तो गाजियाबाद में अवैध संबंधों के चलते एक मकान मालिक ने किरायेदार की हत्या कर दी।
ये घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या प्यार और शक की आग में जलकर इंसान इतना अंधा हो सकता है कि वह अपनों का खून बहाने से भी न हिचके? पुलिस ने दोनों मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या ये सजा उन जिंदगियों को वापस ला सकती है, जो इस जुनून की भेंट चढ़ गईं? समाज के सामने यह एक बड़ा सवाल है, जिसका जवाब हमें मिलकर तलाशना होगा।