प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण :विकसित भारत 2047 स्वतंत्रता के 100 वर्षों का स्वप्निल उत्सव"

भारत 2047 में स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करने की तैयारी में है, जिसे "विकसित भारत" के रूप में मनाने का लक्ष्य है। यह विजन भारत को 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, सामाजिक समानता, पर्यावरणीय स्थिरता और नवाचार में अग्रणी बनाने पर केंद्रित है। युवाओं की भूमिका, शिक्षा, स्वास्थ्य, और 6जी जैसी तकनीकों पर जोर दिया जा रहा है। आय असमानता और सामाजिक समावेश जैसी चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार और नागरिक मिलकर काम कर रहे हैं। यह उत्सव भारत को विश्व गुरु बनाने का प्रतीक होगा।

May 27, 2025 - 18:24
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  कि महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण :विकसित भारत 2047 स्वतंत्रता के 100 वर्षों का स्वप्निल उत्सव"

भारत, जो आज विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, 2047 में अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करने की तैयारी में है। इस अवसर को "विकसित भारत" के रूप में मनाने का संकल्प देश ने ले लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण को "विकसित भारत 2047" के नाम से प्रस्तुत किया है, जिसका लक्ष्य भारत को आर्थिक, सामाजिक, पर्यावरणीय और शासकीय क्षेत्रों में एक वैश्विक शक्ति बनाना है।

विकसित भारत का सपना: विकसित भारत 2047 का विजन देश को 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने का है, जो इसे विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगा। वर्तमान में भारत 3.7 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और 2027 तक यह 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की राह पर है। इसके लिए सरकार ने कई क्षेत्रों में सुधारों और नवाचारों को बढ़ावा देने की योजना बनाई है, जैसे:

  • आर्थिक प्रगति: नीति आयोग के अनुमानों के अनुसार, 2030 से 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था को 9% की दर से बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए बुनियादी ढांचे, विनिर्माण और निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य: शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने का लक्ष्य है, ताकि हर नागरिक स्वस्थ और शिक्षित हो। इससे कार्यबल की गुणवत्ता बढ़ेगी और सामाजिक समानता को बल मिलेगा।
  • पर्यावरणीय स्थिरता: भारत ने 2014 से नवीकरणीय ऊर्जा में 86% की वृद्धि की है और सितंबर 2024 में 200 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल की। यह जी-20 देशों में जलवायु लक्ष्यों को समय से पहले पूरा करने वाला एकमात्र देश है।
  • नवाचार और प्रौद्योगिकी: भारत 6जी तकनीक और पेटेंट दाखिल करने में शीर्ष छह देशों में शामिल है। स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 2024 में भारत तीसरे स्थान पर रहा।

युवाओं की भूमिका: विकसित भारत के इस सपने में युवाओं को सबसे अहम माना जा रहा है। भारत की 144 करोड़ की आबादी में युवाओं का हिस्सा सबसे बड़ा है, जिनकी औसत आयु 29 वर्ष है। "विकसित भारत@2047: युवाओं की आवाज" पहल के तहत, 11 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री ने युवाओं को नवाचार और विचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। देशभर में विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं, ताकि युवा इस लक्ष्य में योगदान दे सकें।

चुनौतियां और समाधान: हालांकि, इस लक्ष्य तक पहुंचने में कई चुनौतियां हैं, जैसे आय असमानता, जो ब्रिटिश काल से भी अधिक हो गई है। इसके लिए सरकार सामाजिक समावेश, भ्रष्टाचार मुक्त शासन, और लैंगिक समानता पर जोर दे रही है। वैश्विक नवाचार सूचकांक में भारत 2015 के 81वें स्थान से 2024 में 39वें स्थान पर पहुंचा है, जो नवाचार के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

स्वामी विवेकानंद का प्रेरणादायी दृष्टिकोण: स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति माना था। उनकी शिक्षाओं को अपनाकर, सरकार और नागरिक एकजुट होकर "विकसित भारत" के सपने को साकार करने की दिशा में काम कर रहे हैं। यह संकल्प 2047 में एक समृद्ध, समावेशी और सतत भारत के रूप में सामने आएगा।

2047 में आजादी के 100 वर्षों का उत्सव न केवल एक ऐतिहासिक अवसर होगा, बल्कि भारत की वैश्विक नेतृत्व की क्षमता का प्रतीक भी होगा। यह स्वप्न तब साकार होगा, जब हर नागरिक, विशेषकर युवा, इस दिशा में सामूहिक प्रयास करेगा। आइए, हम सब मिलकर इस "अमृत काल" में भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए कदम उठाएं।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ