"PM मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन रात 8 बजे: ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर होगी चर्चा, आतंकवाद पर सख्त संदेश"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसमें वे ऑपरेशन सिंदूर, भारत-पाकिस्तान युद्धविराम और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति पर चर्चा करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर, 7 मई 2025 को शुरू हुआ, पहलगाम हमले का जवाब था, जिसमें 100+ आतंकी मारे गए। पाकिस्तान ने 10 मई के युद्धविराम का उल्लंघन किया, जिस पर PM कड़ा रुख अपनाएंगे। वे आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति और पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देंगे

आज रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे, जिसमें वे ऑपरेशन सिंदूर, भारत-पाकिस्तान युद्धविराम और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति पर विस्तार से चर्चा करेंगे। यह संबोधन हाल के दिनों में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़े तनाव और 7 मई को शुरू हुए ऑपरેએशन सिंदूर के बाद पहला आधिकारिक सार्वजनिक बयान होगा। सूत्रों के अनुसार, PM मोदी आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराएंगे और पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी देंगे कि यदि उसने आतंकवादियों को पनाह दी या युद्धविराम का उल्लंघन किया, तो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत का जवाब
ऑपरेशन सिंदूर को 7 मई 2025 को शुरू किया गया था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के प्रमुख आतंकी शामिल थे।
भारत ने इस ऑपरेशन में साफ किया कि उसका लक्ष्य केवल आतंकी ठिकाने थे, न कि पाकिस्तानी सेना या नागरिक। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ऑपरेशन में कोई भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाना निशाना नहीं बनाया गया, और इसे "आनुपातिक, गैर-सैन्य और गैर-वृद्धिकारी" कार्रवाई बताया गया।
युद्धविराम और पाकिस्तान का उल्लंघन
10 मई को भारत और पाकिस्तान ने एक युद्धविराम समझौते पर सहमति जताई थी, जो उसी दिन शाम 5 बजे से लागू हुआ। यह समझौता अमेरिकी मध्यस्थता के बाद हुआ, हालांकि भारत ने स्पष्ट किया कि यह द्विपक्षीय समझौता था। लेकिन समझौते के कुछ ही घंटों बाद, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसे भारत ने युद्धविराम का उल्लंघन बताया। विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि भारत इस तरह के उल्लंघनों को "बेहद गंभीरता" से लेता है।
PM मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को साफ निर्देश दिए थे कि युद्धविराम "भारत की शर्तों" पर ही होगा। इसके जवाब में, भारतीय सेना को किसी भी उकसावे का "माकूल और कड़ा" जवाब देने की पूरी छूट दी गई है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पश्चिमी सीमा पर तैनात कमांडरों को किसी भी उल्लंघन के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का अधिकार दिया है।
PM मोदी का संदेश: "गोली का जवाब गोला"
PM मोदी ने साफ कर दिया है कि यदि पाकिस्तान की ओर से कोई हमला होता है, तो भारत का जवाब और भी कड़ा होगा। एक उच्च-स्तरीय बैठक में उन्होंने सेना को निर्देश दिए कि "वहां से गोली चलेगी, तो यहां से गोला जाएगा।" ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है और यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ "नई सामान्य" नीति का हिस्सा है।
PM ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस को भी स्पष्ट किया कि यदि पाकिस्तान कोई हरकत करता है, तो भारत का जवाब "विनाशकारी और मजबूत" होगा। इसके अलावा, भारत ने इंडस वाटर ट्रीटी (IWT) को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है, जिसे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
PM मोदी अपने संबोधन में आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराएंगे। उन्होंने पहले भी कहा था कि "आतंकवादियों को धरती के किसी भी कोने में छिपने की जगह नहीं मिलेगी।" सरकार के सूत्रों ने बताया कि भविष्य में भारत में होने वाला कोई भी आतंकी हमला "युद्ध की कार्रवाई" माना जाएगा, और इसका जवाब उसी स्तर पर दिया जाएगा।
विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने केवल जवाबी कार्रवाई की, और अब डी-एस्केलेशन का फैसला पाकिस्तान के हाथ में है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की राजनीतिक, सामाजिक और रणनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है।
संसद का विशेष सत्र और विपक्ष की मांग
विपक्षी नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने PM मोदी से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ताकि पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और युद्धविराम पर चर्चा हो सके। उन्होंने कहा कि यह भारत के एकजुट संकल्प को दर्शाने का अवसर होगा। हालांकि, सरकार ने अभी तक इस मांग पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया है।
आज रात के संबोधन में क्या अपेक्षित है?
- आतंकवाद पर कड़ा रुख: PM मोदी आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को और स्पष्ट करेंगे और पाकिस्तान को चेतावनी देंगे कि आतंकियों को पनाह देने की कीमत भारी होगी।
- युद्धविराम की स्थिति: वे युद्धविराम समझौते और पाकिस्तान के उल्लंघन पर भारत के रुख को स्पष्ट करेंगे।
- ऑपरेशन सिंदूर की सफलता: PM सशस्त्र बलों की बहादुरी और ऑपरेशन की सफलता की सराहना करेंगे।
- राष्ट्रीय एकता का आह्वान: वे देशवासियों से एकजुट रहने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने की अपील कर सकते हैं।
निष्कर्ष
PM मोदी का यह संबोधन न केवल भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को मजबूत करेगा, बल्कि पाकिस्तान को यह भी स्पष्ट करेगा कि भारत अब किसी भी तरह की उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेगा। रात 8 बजे का यह संबोधन देश और दुनिया की नजरों में होगा, क्योंकि यह भारत की रणनीति और भविष्य की दिशा को रेखांकित करेगा।