मिसेज राजस्थान 2025: निधि शर्मा ने जीता खिताब, ललिता नेहरा और वैदेही जोशी रहीं रनर-अप, महिलाओं ने दिखाया सपनों को उड़ान देने का जज्बा

मिसेज राजस्थान 2025 का खिताब निधि शर्मा ने जीता, जबकि ललिता नेहरा फर्स्ट रनर-अप और वैदेही जोशी सेकेंड रनर-अप रहीं। निधि ने बिना ससुर को बताए, पति और सास के समर्थन से यह मुकाम हासिल किया। ललिता, एक किसान परिवार से, ने खेतों से रैंप तक का सफर तय किया और गांव में मंगल गीतों के साथ स्वागत हुआ। वैदेही का इको-फ्रेंडली स्वागत हुआ। तीनों की यात्रा चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन परिवार के सहयोग से उन्होंने अपने सपनों को साकार किया। यह जीत नारी सशक्तिकरण और आत्मविश्वास का प्रतीक है।

May 27, 2025 - 10:51
मिसेज राजस्थान 2025: निधि शर्मा ने जीता खिताब, ललिता नेहरा और वैदेही जोशी रहीं रनर-अप, महिलाओं ने दिखाया सपनों को उड़ान देने का जज्बा

जयपुर में आयोजित मिसेज राजस्थान 2025 ने इस साल न केवल सौंदर्य और प्रतिभा का मंच प्रदान किया, बल्कि महिलाओं की हिम्मत और आत्मविश्वास की प्रेरक कहानियां भी सामने लाया। इस प्रतियोगिता में निधि शर्मा ने मिसेज राजस्थान 2025 का खिताब अपने नाम किया, जबकि ललिता नेहरा फर्स्ट रनर-अप और वैदेही जोशी सेकेंड रनर-अप रहीं। इन तीनों महिलाओं की यात्रा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पारिवारिक जिम्मेदारियों और सामाजिक बाधाओं के बीच भी सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है।

निधि शर्मा: ससुर को बिना बताए बनीं ब्यूटी क्वीन

निधि शर्मा ने अपनी जीत को एक यादगार लम्हा बताया। उन्होंने साझा किया कि उन्होंने अपने ससुर को इस प्रतियोगिता में भाग लेने की जानकारी नहीं दी थी। उनके पति और सास ने उनका पूरा साथ दिया। निधि ने बताया, “जब मैं घर पहुंची तो ढोल-नगाड़ों के साथ मेरा स्वागत हुआ। हर कोई माला पहनाकर और मिठाइयां बांटकर खुशी मना रहा था। ऐसा लगा जैसे मैं कोई बड़ी जंग जीतकर लौटी हूं।” तीन बच्चों की मां होने के नाते निधि के लिए यह सफर आसान नहीं था। उन्होंने कहा, “तीन बच्चों के साथ समय निकालना बहुत मुश्किल था, लेकिन मेरी सास और पति ने घर की जिम्मेदारियां संभालीं, जिससे यह सफर संभव हो पाया।”

ललिता नेहरा: खेतों से रैंप तक की प्रेरक यात्रा

फर्स्ट रनर-अप ललिता नेहरा एक किसान परिवार से आती हैं। उन्होंने अपने इस सफर को चुनौतीपूर्ण लेकिन प्रेरणादायक बताया। ललिता ने कहा, “जब मैंने मिसेज राजस्थान के लिए रजिस्ट्रेशन किया, तो पहले किसी को नहीं बताया। फाइनलिस्ट बनने के बाद ही परिवार को बताया। गांव में जब मैं ताज जीतकर लौटी, तो महिलाओं ने मंगल गीत गाए, जिनमें मेरी तारीफ के शब्द थे। बिंदायक जी और हनुमान जी के गीतों ने माहौल को उत्सवी बना दिया।” ललिता बचपन से खेती से जुड़ी रही हैं और अब गांव की महिलाएं और बच्चियां उनसे प्रेरणा ले रही हैं। वे कहती हैं, “अब लोग कहते हैं कि हमारी बहू खेती भी कर सकती है और मॉडलिंग भी। गांव की बच्चियां मेरे पास आ रही हैं और इस फील्ड में मदद मांग रही हैं।”

वैदेही जोशी: इको-फ्रेंडली स्वागत और सोशल मीडिया की बधाइयां

सेकेंड रनर-अप वैदेही जोशी का स्वागत भी खास था। उनके माता-पिता पुणे से विशेष रूप से जयपुर आए। वैदेही ने बताया, “मेरा स्वागत पूरी तरह इको-फ्रेंडली तरीके से हुआ। सभी ने मिलकर केक काटा और सोशल मीडिया पर बधाई के मैसेज की बाढ़ आ गई। यह मेरे लिए एक अनूठा अनुभव था।” वैदेही की यह उपलब्धि उनके आत्मविश्वास और समर्पण का प्रतीक है।

चुनौतियों से भरा सफर, परिवार बना सहारा

तीनों विजेताओं की यात्रा आसान नहीं थी। निधि ने बताया कि बच्चों और परिवार की जिम्मेदारियों के बीच इस मंच तक पहुंचना एक कठिन चुनौती थी, लेकिन परिवार, खासकर उनकी सास का समर्थन उनकी ताकत बना। ललिता ने गांव के रूढ़िगत माहौल में अपनी जगह बनाई। शुरू में परिवार को बताए बिना प्रतियोगिता में हिस्सा लेना उनके लिए जोखिम भरा था, लेकिन फाइनलिस्ट बनने के बाद परिवार का पूरा समर्थन मिला। वैदेही ने भी अपने आत्मविश्वास और मेहनत से इस मंच तक का रास्ता तय किया।

महिलाओं के लिए प्रेरणा

मिसेज राजस्थान 2025 की यह जीत न केवल इन तीन महिलाओं की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह पूरे देश की महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है। निधि, ललिता और वैदेही ने दिखाया कि घर की जिम्मेदारियों के साथ-साथ अपने सपनों को पूरा करना संभव है। ललिता का कहना है कि उनकी जीत ने गांव की अन्य महिलाओं को प्रेरित किया है, जो अब उनके पास मार्गदर्शन के लिए आ रही हैं। यह उपलब्धि नारी सशक्तिकरण का एक जीवंत उदाहरण है, जो दर्शाता है कि मेहनत, आत्मविश्वास और परिवार का साथ हो तो कोई भी सपना असंभव नहीं।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ