युवती ने घर पर जहर खाकर की आत्महत्या: पुलिस पोस्टमार्टम करवा कर जांच में जुटी
कोटा के गुडला गांव में 22 वर्षीय करिश्मा बेरवा ने घर पर जहर खाकर आत्महत्या की; पुलिस पोस्टमार्टम करवा कारणों की जांच कर रही है।
कोटा (राजस्थान): कोटा ग्रामीण क्षेत्र के सांगोद थाना अंतर्गत गुडला गांव में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। यहां एक 22 वर्षीय युवती ने घर पर ही जहर का सेवन कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। परिजनों द्वारा उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। आत्महत्या के पीछे का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है, जिससे परिवार और गांव में मातम का माहौल है।
घटना का विवरण; घटना बुधवार देर रात की बताई जा रही है। मृतका की पहचान करिश्मा बेरवा (उम्र 22 वर्ष) पुत्री एक स्थानीय निवासी के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, करिश्मा घर पर अकेली थी जब उसने जहर का सेवन किया। जब परिवार के सदस्य घर लौटे तो उन्हें वह बेहोश अवस्था में फर्श पर पड़ी मिली। आनन-फानन में परिजनों ने उसे कोटा के महाराव भोजराज सिंह (एमबीएस) अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच की और उपचार शुरू किया, लेकिन युवती की हालत गंभीर होने के कारण उसे मृत घोषित कर दिया गया।डॉक्टरों की प्रारंभिक रिपोर्ट में जहर के सेवन से मौत होने की पुष्टि हुई है, हालांकि जहर का प्रकार अभी निर्धारित नहीं किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवती के शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं, जो इसे स्पष्ट रूप से आत्महत्या की श्रेणी में रखता है।
पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम; सांगोद थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। परिजनों से प्रारंभिक पूछताछ की गई, जिसमें किसी प्रकार की पारिवारिक कलह या बाहरी दबाव की बात सामने नहीं आई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर एमबीएस अस्पताल के मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जहर के प्रकार और मौत के सटीक कारणों का पता चलेगा।थाना प्रभारी ने बताया, "हमने मामला दर्ज कर लिया है और सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। युवती के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स, सोशल मीडिया एक्टिविटी और परिजनों-रिश्तेदारों से विस्तृत बयान लिए जा रहे हैं। अगर कोई उत्पीड़न या दबाव का मामला सामने आता है तो संबंधित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जो जांच को और जटिल बना रहा है।
परिवार और गांव का माहौल; करिश्मा का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर बताया जा रहा है। वह गांव में ही रहती थी और पढ़ाई पूरी करने के बाद घरेलू कामकाज में मदद करती थी। परिजनों का कहना है कि वह पिछले कुछ दिनों से उदास रहती थी, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। गांव वालों ने बताया कि करिश्मा स्वभाव से शांत और मेहनती थी, लेकिन हाल ही में वह कम बोलने लगी थी। आत्महत्या की खबर फैलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। पड़ोसी और रिश्तेदारों ने परिवार को सांत्वना दी, लेकिन कारणों को लेकर अफवाहें भी शुरू हो गई हैं।