जोधपुर के नाहरो की ढाणी में स्कूल की लापरवाही पर ग्रामीणों का हंगामा, गेट पर जड़ा ताला

जोधपुर के नाहरो की ढाणी में ग्रामीणों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़कर धरना शुरू किया। प्रिंसिपल की अनुपस्थिति और स्कूल संचालन में लापरवाही से नाराज ग्रामीणों ने बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने का आरोप लगाया। वे प्रिंसिपल को हटाने, स्कूल में नियमितता और उच्च अधिकारियों द्वारा जांच की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने पर आंदोलन तेज करेंगे और बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे।

Jul 7, 2025 - 11:58
जोधपुर के नाहरो की ढाणी में स्कूल की लापरवाही पर ग्रामीणों का हंगामा, गेट पर जड़ा ताला

जोधपुर की केरु पंचायत समिति के अंतर्गत नाहरो की ढाणी गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में चल रही अनियमितताओं और प्रिंसिपल की लापरवाही से नाराज ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़कर धरना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रिंसिपल की लगातार अनुपस्थिति और स्कूल संचालन में अनियमितता के कारण बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ग्रामीण, अभिभावक और स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

घटना का विवरण 

घटना की शुरुआत तब हुई जब ग्रामीणों ने स्कूल संचालन में सुधार के लिए प्रिंसिपल को 1 जुलाई को बैठक के लिए बुलाया, लेकिन प्रिंसिपल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का हवाला देकर आने से इनकार कर दिया। इसके बाद 1 से 5 जुलाई तक प्रिंसिपल की अनुपस्थिति के कारण स्कूल में शैक्षिक गतिविधियां पूरी तरह ठप रहीं। ग्रामीणों का कहना है कि 2 जुलाई को स्कूल समय पर नहीं खुला, और अगले दिन भी स्कूल सुबह 10 बजे खुलकर दोपहर 12 बजे ही बंद कर दिया गया, जबकि स्कूल का आधिकारिक समय दोपहर 2 बजे तक है। इस दौरान शिक्षक और बच्चे स्कूल परिसर के बाहर खड़े रहने को मजबूर थे।ग्रामीणों की शिकायतें और मांगें

ग्रामीणों ने अपनी शिकायत में बताया कि प्रिंसिपल की गैर-मौजूदगी और स्कूल में अनुशासनहीनता के कारण बच्चों का भविष्य खतरे में है। उन्होंने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को कई बार शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:

 प्रिंसिपल को तत्काल हटाया जाए।

  स्कूल संचालन में पारदर्शिता और नियमितता सुनिश्चित की जाए।

उच्च अधिकारियों द्वारा मौके पर जांच की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। 

धरना और प्रशासन की प्रतिक्रिया

सोमवार सुबह ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान झंवर पुलिस और स्कूल प्रबंधन मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों से समझाइश की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच बातचीत चल रही है, लेकिन ग्रामीणों ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे धरना जारी रखेंगे।

 ग्रामीणों की चेतावनी

नाहरो की ढाणी के ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर प्रिंसिपल को नहीं हटाया गया, तो वे बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर देंगे और उच्च अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाएंगे। इसके अलावा, ग्रामीणों ने अपनी शिकायतों को मीडिया के माध्यम से भी उजागर करने का फैसला किया है ताकि उनकी आवाज को व्यापक स्तर पर सुना जाए।

 स्थानीय समुदाय का समर्थन

इस प्रदर्शन में गांव के सरपंच, स्थानीय नेताओं और अभिभावकों ने भी ग्रामीणों का समर्थन किया। उनका कहना है कि स्कूल में अनुशासन और नियमितता की कमी से बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि वे तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करें और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाएं।

नाहरो की ढाणी में चल रहा यह आंदोलन शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर एक बड़ा कदम है। ग्रामीणों का गुस्सा और उनकी एकजुटता दर्शाती है कि वे अपने बच्चों की शिक्षा के लिए कितने गंभीर हैं। अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या ग्रामीणों की मांगें पूरी हो पाती हैं।